सीएमएस लिपिक विवाद की जांच की आंच से सीएमओ कार्यालय का हो सकता है बड़ा राजपास

सीएमएस लिपिक विवाद की जांच की आंच से सीएमओ कार्यालय का हो सकता है बड़ा राजपास

संयुक्त जिला चिकित्सालय की जांच सीएमओ कार्यालय से अछूते नहीं रहेगी

बलरामपुर -सीएमएस लिपिक विभाग थमने का नाम नहीं ले रहा है अब संयुक्त जिला चिकित्सालय की जांच सीएमओ कार्यालय से अछूते नहीं रहेगी आरोपी लिपिक की जांच की आंच में सीएमओ कार्यालय भी नहीं बचेगा सूत्रों की मानें तो संयुक्त जिला अस्पताल में की गई |

वित्तीय अनियमितता का असली राज सीएमओ कार्यालय में दफन है आरोपी लिपिक सीएमओ कार्यालय मैं जहां लेखाकार है वहीं पूरा स्वास्थ्य महकमा उसके इशारे पर चलने की की बात कही जा रही है तह तक जांच हुई तो सीएमओ कार्यालय में भी बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का पर्दाफाश हो जाएगा जैसे-जैसे लिपिक की जांच होती जा रही है |

इसे भी पढ़े-श्रीनगर : आतंकियों से हुए मुठभेड़ में शहीद कमल किशोर को पुष्पांजलि दी गई

इसे भी पढ़े-पीलीभीत टाइगर रिजर्व के बाघों के लिए मुसीबत ना बन जाए घोड़े

  • वैसे वैसे ही परत दर परत भ्रष्टाचार उजागर होने की दवे जुबान से लोगों द्वारा कही जा रही
  • संयुक्त अस्पताल में 1 करोड़ 40 लाख के मामले में सुर्खियों में आए सीएमएस डॉ राजेश मोहन गुप्ता व लिपिक अजय श्रीवास्तव की जांच में एक के बाद एक भ्रष्टाचार उजागर होने की चर्चा है
  • 4 दिन के भीतर करीब डेढ़ करोड़ के घोटाले से स्वास्थ्य महकमा सुर्खियों में है
  • सीएमएस के शिकायत पर आरोपी लिपिक अजय श्रीवास्तव के खिलाफ जांच शुरू हो गई है
  • वहीं सदर विधायक के शिकायत पर राजेश मोहन गुप्ता के विरुद्ध स्वास्थ्य निदेशालय से संयुक्त स्वास्थ्य निदेशक देवीपाटन रतन कुमार को मिली है |
  • जो अभी तक सीएमएस के विरुद्ध जांच शुरू नहीं कर सके हैं भ्रष्टाचार के आरोपों में फंसे लिपिक के बारे में चर्चा है |
  • कि वह संयुक्त जिला अस्पताल में भी अकाउंटेंट पद पर कार्यरत हैं |
  • वही सीएमओ कार्यालय में भी लेखाकार पद पर अनाधिकृत रूप से होने की चर्चा है |

तो सीएमओ कार्यालय में अजय श्रीवास्तव की तैनाती नियम विरुद्ध है जांच शुरू होते ही सीएमओ कार्यालय के अधिकारी व कर्मचारियों में हड़कंप मच गया है सीएमओ कार्यालय में भी संबंधित लिपिक व अधिकारियों की मिलीभगत से आरती कंस्ट्रक्शन फर्म ने जिले के सीएससी पीएससी पर मरम्मत व रिनोवेशन के नाम पर खूब काम किया है

लेबर रूम निर्माण दवा आपूर्ति उपकरण खरीद टाइल्स लगवाने विद्युतीकरण आदि के नाम पर इसी फर्म द्वारा व्यापक पैमाने पर धांधली किए जाने की चर्चा है इतना ही नहीं करीब 6 माह पूर्व सीएमओ दफ्तर में टाइल्स निर्माण रिनोवेशन सभागार फर्नीचर टॉयलेट निर्माण सहित बिना निविदा टेंडर के लाखों का पंपलेट प्रकाशन का फर्जीवाड़ा सुर्खियों में रहा है |

सीएमएस लिपिक विवाद में दिखाई

तो मौजूदा सीएमओ लिपिक के इशारे पर आंख बंद करके संबंधित फर्म को भुगतान पर जुटे रहे जानकारों की मानें तो सीएमओ ने भुगतान के दौरान यह भी नहीं देखा की धरातल पर कार्य हुआ है कि नहीं चर्चा यह है कि तमाम ओं काम कागजों में ही कर के भुगतान कर दिए गए सीएमएस लिपिक विवाद में दिखाई के निर्देश पर शुरू हुई जांच कि आज से सीएमओ कार्यालय अछूता नहीं रहेगा |

सीएमओ कार्यालय की जांच होते ही एक करोड़ 40 लाख रुपए का पर्दा फाश तो होगा ही साथ ही साथ सीएमओ कार्यालय सहित उससे जुड़े सीएससी पीएससी पर कराए गए लाखों के अनाधिकृत कार्य भी उजागर होने की संभावना जताई जा रही है जानकारों की मानें तो उप जिला अधिकारी तुलसीपुर के जांच शुरू करते ही आरती कंस्ट्रक्शन द्वारा कराए गए कार्यों का भी जिक्र होना शुरू हो गया है आरोपी लिपिक की जांच से सीएमओ कार्यालय में अधिकारियों सहित कर्मचारियों में हड़कंप मचा दिया है सही व निष्पक्ष जांच हुई तो एक करोड़ 40 लाख घोटाले के साथ साथ करोड़ों की अतिरिक्त घोटाले उजागर हो सकते हैं जिसमें बड़े-बड़े अधिकारियों कर्मचारियों की गर्दन नप सकती है |

Share this story