पीलीभीत प्रशासन के एक कदम से सपा सहित सारे विरोधी दल हुए एक साथ

पीलीभीत प्रशासन के एक कदम से सपा सहित सारे विरोधी दल हुए एक साथ

पूर्व कैबिनेट मंत्री ने दी भाजपा सरकार और पीलीभीत जिला प्रशासन को चेतावनी,मुकदमा वापस नहीं हुआ तो होगा आंदोलन

पीलीभीत (सौरभ दीक्षित) पीलीभीत के बापू छात्रावास की राजनीति खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं। प्रशासन की ज़रा की गलती एक आंदोलन का रूप लेने को तैयार बैठी हैं। हालाकिं इसमें सपा, बसपा, भाजपा व कांग्रेस सभी दल छात्रों के हित में लड़ने को तैयार हैं मगर प्रशासन ने समाजवादी पार्टी के पूर्व मंत्री हेमराज वर्मा सहित कई दलित छात्रों पर मुकदमा लिखवाकर इस मुद्दे पर और तेल छिड़क दिया हैं जिससे अब आग लगना स्वभाविक हैं।

पूर्व मंत्री हेमराज वर्मा पर मुकदमा लिखे जाने के बाद अब समाजवादी पार्टी आंदोलन की तैयारी में हैं जिसके जिम्मेदार वो जिला प्रशासन व शहर विधायक को पूर्व कैबिनेट मंत्री हाजी रियाज़ अहमद ने प्रेसवार्ता कर बताया।

समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता पूर्व कैबिनेट मंत्री हाजी रियाज़ अहमद ने अपने साथी पूर्व मंत्री हेमराज वर्मा पर प्रशासन द्वारा मुकदमा लिखवाए जाने के बाद एक प्रेसवार्ता रखी। प्रेसवार्ता में उन्होनें जिला प्रशासन और भाजपा को बखूबी आढे़ हाथों लिया। उन्होनें जिला प्रशासन पर आरोप लगाते हुये कहा कि बापू छात्रावास खाली कराने में सिटी मजिस्ट्रेट अर्चना द्विवेदी खुद तो कुछ नहीं कर रही थी लेकिन जो वहां मौजूद भूमाफिया थे वोही सबकुछ कर रहे थे, जिसके हमारे पास सबूत भी हैं। बापू छात्रावास के भूस्वामित्व का भी विवाद चल रहा हैं कि आखिर कैसे यह भवन किसी को बिक गया। उन्होने जिला प्रशासन पर आरोप लगाये कि छात्रों को 19 अक्टूबर तक का समय दिया गया था कि वो छात्रावास को खाली कर दें लेकिन सिटी मजिस्ट्रेट 17 अक्टूबर को ही वहां दलबल के साथ पहुँची और जबरन बापू छात्रावास खाली करवा दिया, यह सब सिवाएं राजनीतिक और आर्थिक दवाब के बिना नहीं हो सकता।

पूरे घटनाक्रम को उन्होने दलित राजनीति से जोढ़ते हुए ठीकरा प्रशासन के सिर फोड़ा। उन्होनें प्रशासन पर आरोप लगाया हैं कि वहां छात्रों को जब हटाया गया तब ताले लगाये गये थे अगर ताले सरकारी थे तो उन्हें सील क्यों नहीं किया गया, सरकार अगर किसी जगह को सील करती है तो तालों पर भी सरकारी सील लगाई जाती हैं वहां कोई सरकारी ताला नहीं था। जब वहां सरकारी ताले नहीं थे तो मेरे साथी पूर्व मंत्री हेमराज वर्मा पर मुकदमा लिखवाए जाने का कोई मतलब नहीं बनता। प्रशासन यहां भाजपा की कठपुत्ली बनकर काम कर रहा हैं।

यह भी पढ़ें पूर्व मंत्री हेमराज सहित 26 लोगो पर मुकदमा दर्ज

उन्होनें शहर विधायक संजय सिंह गंगवार पर आरोप लगाते हुए कहा कि क्षेत्रीय विधायक के बापू छात्रावास जाने के अगले दिन ही थाने में मुकदमा लिखा गया उससे साफ ज़ाहिर हैं कि प्रशासन क्या कर रहा है। उन्होनें शहर विधायक के दिये ब्यान पर ही कहा कि उन्होनें खुद कहा हैं कि सरकारी इंजीनियर की रिपोर्ट को गलत करार करते हुए कहा कि उनकी रिपोर्ट गलत हैं कि भवन जर्जर हो चुका हैं।

जिसे मरम्मत की ज़रूरत हैं और वो अपनी निधि से 1 लाख रूपये देकर इसे ठीक करवाएंगें। अब या तो विधायक गलत कह रहे हैं या फिर प्रशासन अब इन दोनों को अपनी ज़िम्मेदारी लेते हुए इन दलित छात्रों से माफ़ी मांगनी चाहिए।

उन्होनें कहा कि जहां तक मुकदमा दर्ज होने की बात हैं तो वो राजनीति से प्रेरित हैं समाजवादी पार्टी ना कल इतनी कमज़ोर थी और ना आज हैं, हम आंदोलन करेगें और प्रशासन को मज़बूर कर देगें कि वो इस मुकदमें को वापस लें।

For Latest News In Hindi

Share this story