निजी भवन के अभाव में उधारी भवन में तालीम लेने को विवश कस्तूरबा बेटिया

निजी भवन के अभाव में उधारी भवन में तालीम लेने को विवश कस्तूरबा बेटिया

जिले के 5 कस्तूरबा भवन आज भी आधे अधूरे बिना निर्माण कार्य कराए कार्यदाई संस्था पूर्व में हो चुकी फरार

एक करोड़ 53 लाख रुपए रिकवरी का कार्य संस्था को जारी हो चुका है नोटिस

बलरामपुर( अविनाश पाण्डेय )गरीब निराश्रित असहाय परिवार की बेटियों के लिए शासन ने कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय संचालित कर रखा है इस विद्यालय मैं अभी तक 5 स्कूल की बेटियों को तालीम के लिए निजी छत नसीब नहीं हो सकी है। कार्यदाई संस्था ने आधा अधूरा निर्माण कार्य करके फरार हो गई है जिसके विरुद्ध तत्कालीन जिलाधिकारी नगर कोतवाली में एफआईआर दर्ज करा कर एक करोड़ 53 लाख रिकवरी का नोटिस दे चुके हैं।
जिले में 11 कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय संचालित है इनमें पांच विद्यालय का निर्माण यू पी आई एल कार्यदाई संस्था बजट गबन कर आधा अधूरा कार्य करा कर फरार हो गई भवन तैयार ना होने के कारण आज भी तीन स्कूलों की बेटियां उधारी भवन में पढ़ाई करने को विवश है। विभाग के जिला समन्वयक डॉ अनूप श्रीवास्तव की माने तो यू पी आई एल कार्यदाई संस्था के निदेशक के विरुद्ध 16 जून 2015 को संस्था के निदेशक के विरुद्ध तत्कालीन जिलाधिकारी ने नगर कोतवाली एफ आई आर दर्ज करा कर लखनऊ के जिलाधिकारी को एक करोड़ 53 लाख रुपए गबन करने वाले संस्था निदेशक के विरुद्ध रिकवरी करने के लिए पत्र जारी किया अभी तक मामला लंबित है।

रिकवरी ना होने के कारण सभी विद्यालय आधे अधूरे पड़े मुंह चढ़ा रहे हैं इन 5 विद्यालयों में पचपेड़वा के जंगल गांव बरगदवा शिवपुरा के हरैया सतघरवा बलरामपुर देहात उतरौला का भवन शामिल है ।

बिना हैंडोवर के चल रहे कस्तूरबा विद्यालय

जिले में 11 कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय संचालित है। इनमें तुलसीपुर बरगदवा साहेब गंडास बुजुर्ग उतरौला रेहरा बाजार श्रीदत्तगंज बलरामपुर नगर बिना विभागीय हैंड ओवर के चल रहे हैं। इन स्कूलों की हालत काफी खराब है कभी भी यह भवन दुर्घटना का कारण बन सकते हैं ।वहीं केजीबीवी उतरौला के भवन को पुनः निर्माण कराकर संचालन करने के लिए जिला प्रशासन में विभाग को नोटिस देने की चर्चा है विभाग की मानें तो कस्तूरबा भवनों के वास्तविक स्थिति के बारे में समय-समय पर शासन को अवगत कराया जा चुका है ।

अधिकारी के बोल

डीएम क्रष्ण करुणेश की माने तो जिले में कस्तूरबा दोनों को निर्माण करने वाली कार्रवाई संस्था के विरुद्ध पूर्व में कार्रवाई की जा चुकी है रिकवरी की प्रक्रिया चल रही है जल्द ही आधे अधूरे भवनों का निर्माण कार्य पूरा घर बेटियों को निजी भवन की सुविधा उपलब्ध करा दी जाएगी।

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