गांव में क्यों नही होता meetoo बताया लोक गायिका मालिनी अवस्थी ने

गांव में क्यों नही होता meetoo बताया लोक गायिका मालिनी अवस्थी ने
  • गाँव में metoo का मतलब नहीं होता ,वहाँ तुरन्त दे थप्पड़ - दे थप्पड़ निपट लिया जाता है ,
  • अयोध्या में राम मन्दिर पर कहा कि राम अभी रास्ते में हैं - मालिनी अवस्थी (लोक गायिका )

बाराबंकी -पूरे देश में metoo का एक अभियान चल रहा है और हर रोज़ एक नए नामचीन नाम इसकी ज़द में आ रहे है | केन्द्रीय मन्त्री एम.जे अकबर , नाना पाटेकर , आलोक नाथ , करण जौहर जैसे ख्याति प्राप्त लोग metoo का शिकार बन चुके है | कई लोग इसे छलावा करार दे रहे है और कई लोग बदनाम करने की साज़िश करार दे रहे हैं मगर मशहूर अवधी लोकगायिका मालिनी अवस्थी का अलग ही मानना है वह कहती है कि वह गाँव के गाने गाती हैं और वहां metoo नहीं होता बल्कि वहाँ तुरन्त निपट लिया जाता है |

अयोध्या में राम मन्दिर के सवाल पर मालिनी अवस्थी ने उत्तर प्रदेश सरकार की सराहना करते हुए कहा कि दीवाली में अयोध्या की छटा ऐतिहासिक होती है और इस बार और भी ऐतिहासिक होगी और मुझे लगता है कि राम रास्ते पर है | वैसे मालिनी अवस्थी न -न करते बहुत कुछ कह गयी |

बाराबंकी के ऐतिहासिक पौराणिक देवा मेला में अपना कार्यक्रम प्रस्तुत करने आयी देश में अवधी की जानी -मानी लोक गायिका मालिनी अवस्थी ने आज देश में महिलाओं पर पूर्व में हुए अत्याचार के आधार पर चल रहर metoo अभियान में एक नयी बहस छेड़ दी | मालिनी अवस्थी ने कहा कि वह तो गाँव के गीत गाती है वहाँ तो मीटू होने ही नहीं पता मौके पर ही दे लप्पड़ - दे लप्पड़ वहीँ निपट लिया जाता है | यहाँ रात में छेड़खानी हुयी तो वहाँ सबेरे ही माँ बहन पहुँच कर मामले को निपट लेती है | ऐसे मामलों में तुरन्त प्रतिक्रिया दे देनी चाहिए | 20 बरस बाद यह कहना ठीक नहीं है क्योंकि बहुत सी चीजें जिंदगी में बदल जाती है |

अयोध्या में राम मन्दिर के सवाल पर मालिनी अवस्थी ने कहा कि वह तो कलाकार है और राम उनके आराध्य है वह मंच पर हर छण उनके चरित्र को जीती है | जहाँ तक राम मंदिर का प्रश्न है तो यह मामला सुप्रीम कोर्ट में लम्बित है इस लिए इस पर ज्यादा कुछ कहना ठीक नहीं होगा मगर दीवाली के मौके पर अयोध्या में जो उत्सव मानाने का निर्णय प्रदेश सरकार ने लिया है वह सराहनीय है और इस बार तो अयोध्या में दीवाली का उत्सव और भी ऐतिहासिक होने वाला है और मुझे तो ऐसा लगता है कि राम रास्ते में है वैसे भी दशहरे और दीवाली के बीच राम पथ पर होते है |

देवा मेले में अपने कार्यक्रम के बारे में बताते हुए मालिनी अवस्थी कहती है कि कई वर्षों से यहाँ आकर अपना कार्यक्रम कर रही है और पहले जब ऐसा नहीं होता था तो जब यह सुनाई देता था कि आज देवा मेला में इस कलाकार का कार्यक्रम है तो मन में यह विचार आता था कि आखिर उन्हें क्यों नहीं बुलाया जाता मगर अब जब हर साल बुलाया जाता है तो मैं समझती हूँ कि बाबा की कृपा है और यहाँ आकर उन्हें बड़ा संतोष प्राप्त होता है |

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