Study Room में Study करते समय रखे किन बातों का विशेष ध्यान

Study Room में Study करते समय रखे किन बातों का विशेष ध्यान

बच्चे के पढ़ने के लिए Study Room में दिशा का ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है।


डेस्क-वास्तु शास्त्र के अनुसार यदि Study Room सही दिशा में न हो, तो इससे बच्चे की पढ़ाई काफी दिक्कत आती है ।वह जितनी चाहे मेहनत कर ले उसके अनुसार फल नहीं आता है ।

देखा जाता है कि कई बच्चों का पढ़ाई में मन बिल्कुल नहीं लगता है । बच्चों को पढ़ाई के लिए कितना भी समझाया जाए लेकिन कोई फायदा नहीं होता।कई बार स्टूडेंट के बहुत मेहनत करने पर भी उसे सफलता नहीं मिलती। ऐसे में बच्चे की असफलता का कारण उसका study room और उससे जुड़े वास्तु दोष भी हो सकते हैं|

कोई अदृश्य शक्ति जगाती है रात को अचानक अगर एक ही समय अगर खुलती है नींद

Study Room बच्चों के पढाई के लिए study room की दिशा का महत्पूर्ण स्थान होता है | जिसके कारण बच्चों का मन पढाई में नही लग पता है|

Study Room में इन बातों का रखे ध्यान

  • इसलिए बच्चे के पढ़ने के लिए Study Room में दिशा का ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है।
  • वास्तु नियमों के अनुसार, बच्चों के पढ़ने का कमरा यानी study room उत्तर, पूर्व या उत्तर-पूर्व दिशा में इस प्रकार होना चाहिए कि पढ़ाई करते समय चेहरा पूर्व या उत्तर दिशा की ओर हो ।
  • टॉयलेट्स के पास Study Room कभी नहीं होना चाहिए। पढ़ाई हेतु कमरे में किताबों की रैक या अलमारी पूर्व या उत्तर दिशा में होनी चाहिए।
  • अगर जगह की कमी के कारण बेडरूम में पढ़ाई करनी हो, तो पढ़ने वाली मेज,लाइब्रेरी और रैक पश्चिम या दक्षिण-पश्चिम दिशा यानी नैऋत्य में हो, लेकिन पढ़ते समय चेहरा पूर्व या उत्तर दिशा में ही हो।
  • ड्रॉइंग रूम में पढ़ाई करने वालों को अपनी मेज, कुर्सी आदि ईशान, उत्तर या उत्तर वायव्य कोण में ही रखना आवश्यक है, जबकि रैक पश्चिम या दक्षिण दिशा में रखनी चाहिए।
  • मेज पर टेबल लैंप हमेशा मेज के दक्षिण-पूर्व दिशा में रखना चाहिए|
  • बच्चे जिस टेबल पर बैठकर पढ़ाई करते है, वह टेबल भी उनकी सफलता-असफलता का कारण बन सकती है।
  • बच्चों की स्टडी टेबल हमेशा चौकोर होना चाहिए। गोल या अंडाकार टेबल पर पढाई करने से उसका लाभ नहीं मिलता है।
  • स्टडी टेबल के टॉप का रंग सफेद या क्रीम होना चाहिए। सफेद या क्रीम कलर न रख सकें तो कोई भी हल्के कलर का प्रयोग कर सकते है।
  • स्टडी टेबल का टॉप प्लेन ग्लास भी रखा जा सकता है। बहुत ही डार्क रंग की टेबल से बचें।
  • कई बच्चों का पढ़ाई में मन नहीं लगता। पढ़ाई के लिए उन्हें कितना ही समझाया जाए लेकिन कोई फायदा नहीं होता।
  • कई बार स्टूडेंट के बहुत मेहनत करने पर भी उसे सफलता नहीं मिलती।
  • ऐसे में बच्चे की असफलता का कारण उसका स्टडी रूम और उससे जुड़े वास्तु दोष भी हो सकते हैं।

त्वचा रोगियों के लिए अपनाये ये आयुर्वेदिक व घरेलू नुक्से


Share this story