11 नवंबर 2018 का हिन्दू पंचांग जानिए

11 नवंबर 2018 का हिन्दू पंचांग जानिए
डेस्क -दिनांक 11 नवम्बर 2018 दिन - रविवार विक्रम संवत - 2075 शक संवत -1940 अयन - दक्षिणायन ऋतु - हेमंत मास - कार्तिक पक्ष - शुक्ल तिथि - चतुर्थी रात्रि 11:44 तक तत्पश्चात पंचमी नक्षत्र - मूल रात्रि 12:03 तक तत्पश्चात पूर्वाषाढा योग - सुकर्मा दोपहर 02:37 तक तत्पश्चात धृति राहुकाल - शाम 04:31 से शाम 05:54 तक सूर्योदय - 06:47 सूर्यास्त - 17:57 दिशाशूल - पश्चिम दिशा में व्रत पर्व विवरण - विनायक चतुर्थी विशेष - चतुर्थी को मूली खाने से धन का नाश होता है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34) रविवार के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38) रविवार के दिन मसूर की दाल, अदरक और लाल रंग का साग नहीं खाना चाहिए।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, श्रीकृष्ण खंडः 75.90) रविवार के दिन काँसे के पात्र में भोजन नहीं करना चाहिए। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, श्रीकृष्ण खंडः 75) स्कंद पुराण के अनुसार रविवार के दिन बिल्ववृक्ष का पूजन करना चाहिए। इससे ब्रह्महत्या आदि महापाप भी नष्ट हो जाते हैं पुराने सिरदर्द की दवा प्रतिदिन सुबह खाली पेट एक मीठे सेवफल में आवश्यकता नुसार नमक लगाके चबाकर खाने से १०-१५ दिन में पुराना सिरदर्द ठीक हो जाता है l ध्यान में आनेवाली बाधाएं ये मन्त्र जपने से ध्यान में आनेवाली बाधाएं मिटेंगी… हे विघ्न बाधा , मै तुम्हारा ज्ञान अग्नि में हवन करता हूँ…। उसमें स्वाहा कर देता हूँ…॥ ५ बार मन में ये जप कर लेना …।जिससे ध्यान की विध्न बाधा स्वाहा हो जाए॥ हिन्दू पंचांग वास्तविक लाभ पाने का दिन : लाभपंचमी 12 नवम्बर 2018 सोमवार को लाभपंचमी है । कार्तिक शुक्ल पंचमी‘लाभपंचमी कहलाती है । इसे ‘सौभाग्य पंचमी भी कहते हैं । जैन लोग इसको ‘ज्ञान पंचमी कहते हैं । व्यापारी लोग अपने धंधे का मुहूर्त आदि लाभपंचमी को ही करते हैं । लाभपंचमी के दिन धर्मसम्मत जो भी धंधा शुरू किया जाता है उसमें बहुत-बहुत बरकत आती है । यह सब तो ठीक है लेकिन संतों-महापुरुषों के मार्गदर्शन-अनुसार चलने का निश्चय करके भगवद्भक्ति के प्रभाव से काम, क्रोध, लोभ, मोह, अहंकार इन पाँचों विकारों के प्रभाव को खत्म करने का दिन है लाभपंचमी ।

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