Akshaya Navami 2018: 17 नवंबर को है अक्षय नवमी ,आंवला नवमी जाने किस मुहूर्त में करें पूजा

Akshaya Navami के दिन महिलाएं सूर्योदय से पूर्व उठकर स्नान आदि करेंके आंवला के पेड़ की पूजा करती है |

डेस्क-कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की नवमी के दिन आंवला नवमी मनाई जाती है। इसे Akshaya Navami के नाम से भी जाना जाता है।
इस बार अक्षय नवमी 17 नवंबर 2018 को है।

इस दिन आंवला पेड के नीचे बैठकर पूजा की जाती है। इस दिन आंवले के पेड़ के नीचे बैठकर भोजन करने का भी विशेष महत्व होता है।


Akshaya Navami पूजन का समय

  • अक्षय नवमी पूजा मुहूर्त = 06:49 से 11:54 तक।
  • पूजा का मुहूर्त = 5 घंटे 5 मिनट


नवमी तिथि का आरंभ = 16 नवंबर 2018, शुक्रवार 09:40 बजे।
नवमी तिथि समाप्त = 17 नवंबर 2018, शनिवार 11:54 बजे।

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आंवला नवमी की इन विशेष सामग्री के साथ ही पूजा करना चाहिए ।

आंवला व अक्षय नवमी की पूजा सामग्री

1) फल, फूल
2)धूप व अगरबत्ती
3)दीपक व देसी घी
4) अनाज
5) तुलसी के पत्ते
6) कुमकुम, हल्दी, सिंदूर, अबीर, गुलाल, चंदन चूरा
7) नारियल
8) मीठे गुलगुले, पुए और शहद
9) दान सामग्री
10) हरी श्रृंगार सामग्री

सबसे पहले पेड़ के आसपास फल, फूल, धूप, दीपक, अनाज, तुलसी पत्ते, कुमकुम, हल्दी, सिंदूर, अबीर, गुलाल, चंदन चूरा और नारियल के साथ पूरी पूजा सामग्री सजा लें। फिर मीठे गुलगुले, पुए और शहद का भोग लगाएं। स्वयं प्रसाद ग्रहण करें और परिवार में सभी लोगो को दे। हरी श्रृंगार सामग्री किसी नवविवाहिता को दें। अन्य दान सामग्री ब्राह्मणों को दें।

जाने आंवला नवमी की पूजा विधि

  • इस दिन महिलाएं संतान प्राप्ति व उनकी सलामती के लिए पूजा करती हैं।
  • इस पूजा में पूरा परिवार व बच्चे शामिल होते हैं।
  • महिलाएं सूर्योदय से पूर्व उठकर स्नान आदि करें और आंवला के पेड़ की पूजा करें। साथ ही परिक्रमा भी करें।
  • पूजा के बाद पूरा परिवार इसी पेड़ के नीचे खाना खाएं।
  • आंवला का पेड़ कई औषधि में इस्तेमाल होता है। इसके महत्व को देखते हुए इसकी पूजा की जाती है।
  • आंवला को आयु और आरोग्यवर्धक कहा गया है।इस दिन आंवले का सेवन किसी न किसी रूप में अवश्य करें।

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