Sabrimala Temple : तृप्ति देसाई ने कहा जब तक हमारे दर्शन नहीं होंगे हम वापस नहीं आ जाएंगे

Sabrimala Temple : तृप्ति देसाई ने कहा जब तक हमारे दर्शन नहीं होंगे हम वापस नहीं आ जाएंगे

केरल-तृप्ति देसाई ने कहा पुलिस ने हमें दूसरे गेट से निकालने की कोशिश की लेकिन प्रदर्शनकारियों के साथ-साथ विरोध प्रदर्शन भी किया गया था क्या इसका मतलब यह है कि प्रदर्शनकारियों को डर है

कि हम नीलक्कल पहुंचने के बाद Sabarimala मंदिर पहुंचेंगे, या क्या वे हमें डराने की कोशिश कर रहे हैं? जब तक हमारे पास 'दर्शन' नहीं होगा तब तक हम वापस नहीं आ जाएंगे |

आज से दो महीनों के लिए इस Sabarimala मंदिर के कपाट खोल दिए जाएंगे। उच्चतम न्यायालय का आदेश आने के बाद यह तीसरा मौका है जब मंदिर के द्वार खुलने वाले हैं।

सितंबर के आखिर में न्यायालय ने सदियों से चली आ रही परंपरा के खिलाफ अपना फैसला सुनाया था और हर उम्र की महिला को Sabarimala मंदिर के अंदर प्रवेश करने की अनुमति दे दी थी। न्यायालय के इस फैसले का भक्तों सहित कई राजनीतिक पार्टियां लगातार विरोध कर रही हैं |

गुरुवार को मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने सभी पार्टियों की एक बैठक बुलाई थी। जो सफल नहीं रही क्योंकि भाजपा और कांग्रेस ने इसे ड्रामा करार दिया था। इसी बीच सामाजिक कार्यकर्ता तृप्ति देसाई Sabarimala मंदिर में दर्शन करने के लिए कोच्ची हवाई अड्डा पहुंच गई हैं। उनका कहना है कि वह 17 नवंबर को महिलाओं के एक समूह के साथ मंदिर में दर्शनों के लिए जाएंगी। इसके लिए उन्होंने पुलिस से सुरक्षा मांगी है।

देसाई का कहना है कि यदि उनपर हमला हुआ तो इसके लिए केरल के मुख्यमंत्री और डीजीपी जिम्मेदार होंगे। आज सुबह कोच्ची हवाई अड्डा पहुंचने पर वह उससे बाहर नहीं निकल पाईं क्योंकि बहुत से प्रदर्शनकारी बाहर मौजूद हैं। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि देसाई और उनके साथियों को हवाई अड्डे से बाहर नहीं आने दिया जाएगा जिसके बाद वहां पर तनाव उत्पन्न हो गया। देसाई पुणे से तड़के करीब चार बजकर 40 मिनट पर यहां पहुंची। भूमाता ब्रिगेड की संस्थापक देसाई कोच्ची हवाई अड्डे के अंदर ही नाश्ता कर रही हैं। भारी विरोध की वजह से वह हवाई अड्डे से बाहर नहीं निकल पाई हैं।

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