धरा गया अयोध्या में साधु के वेश में आतंकी हमला करने की अफवाह फैलाने वाला आरोपी

धरा गया अयोध्या में साधु के वेश में आतंकी हमला करने की अफवाह फैलाने वाला आरोपी

फर्जी नंबर से अब तक 42 बार दे चुका था फर्जी सूचना, बाराबंकी पुलिस ने किया गिरफ्तार


बाराबंकी- अयोध्या में साधु के वेश में आकर आतंकी हमले करने की अफवाह फैलाने के मामले में बाराबंकी पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार युवक ने आतंकियों के साधु के वेश में होने और अयोध्या की धर्मसभा में हमले करने की अफवाह फैलाई थी। युवक की सूचना पर पुलिस-प्रशासन के कान खड़े हो गए थे।


दरअसल रविवार को अयोध्या में विश्व हिंदू परिषद की तरफ से धर्मसभा का आयोजन किया गया था जिसमें बड़ी संख्या में रामभक्तों ने भाग लिया। धर्मसभा के लिए पूरी अयोध्या को छावनी में तब्दील कर दिया गया था और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। तभी वसीम नाम के एक शख्स ने डायल 100 को सूचना दी कि धर्मसभा में कुछ आतंकवादी साधु के वेश में आकर हमला करने वाले हैं। वसीम की इस अफवाह पर अयोध्या समेत पूरे यूपी के पुलिस-प्रशासन में हड़कंप मच गया और ताबड़तोड़ कार्रवाई शुरू हुई। उसी मामले में बाराबंकी पुलिस ने अफवाह फैलाने वाले एक युवक को गिरफ्तार किया है। जिसने पूछताछ में आतंकी हमले की अफवाह फैलाने की बात कबूली है।


गिरफ्तार आरोपी वसीम ने बताया कि वह बस से जा रहा था तभी वहां कुछ लोग बम की बातें करने लगे। जिसको सुनकर मैंने अयोध्या पुलिस को इस बात की जानकारी दी। उन लोगों ने जब मुझसे पता पूछा तो मैंने अपना पता नहीं बताया। आरोपी वसीम ने बताया कि वह अक्सर इस तरह की वारदातों की सूचना पुलिस को देता रहता था।

क्या है पूरा मामला


वहीं इस मामले पर बाराबंकी के पुलिस अधीक्षक वीपी श्रीवास्तव ने बताया कि अयोध्या में एक शख्स ने डायल 100 को सूचना दी थी कि वहां 10 आतंकवादी पहुंचे हुए हैं। सूचना की डीटेल के बाद हम लोगों ने खोजबीन शुरू की। जांच में पता चला की सूचना देने वाले शख्स ने शिवराज का पता नोट कराया था, लेकिन वहां पर वह मिला नहीं। जबकि कुछ दिन पहले वादी शिवराज ने बाराबंकी कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई थी कि कोई उसके पुराने नंबर का गलत इस्तेमाल कर रहा है। जांच पड़ताल में पता चला कि सूचना देने वाला वसीम पुत्र लल्लन था। जो कोतवाली नगर में कर्बला के पास का रहने वाला है। वसीम से जब पूछताछ की गई तो उसने बताया कि उसने सभी को सतर्क करने के लिए सूचना दी थी। एसपी ने बताया कि वसीम की इस हरकत से अयोध्या समेत पूरे यूपी की पुलिस हलकान थी। जांच में पचा चला कि यह नंबर पहले किसी और के नाम से था और डेढ़ साल पहले उसने अपना नंबर छोड़ दिया था। वसीम इस नंबर का गलत इस्तेमाल कर 42 बार डॉयल 100 को सूचना दे चुका था, जिससे अधिकारी परेशान हो जाते थे। एसपी ने बताया कि आरोपी वसीम को गिरफ्तार करके कोर्ट में पेश करेंगे और इसकी रिमांड की मांग करेंगे। जिससे इससे आगे की पूछताछ की जा सके।

Share this story