Shani Dev कि पूजा करते समय जाने किन बातों का रखे विशेष ध्यान
Dec 1, 2018, 05:08 IST
शनिवार को Shani Dev की पूजा करने से व्यक्ति पर से साढ़ेसाती और ढैया समाप्त हो जाती है।
डेस्क-शनि देवता कि पूजा करते समय बहुत से लोग डर हुए रहते हैं कि उनसे भूल से भी भूल न हो जाये |लेकिन शनिवार को विधि विधान से पूजन करके शनि देव को प्रसन्न किया जा सकता है |
जाने कि पूजा करते समय किन बात का रखे ध्यान
शनि का प्रभाव होता है ख़त्म
- नव ग्रहों में सातवें ग्रह माने जाने वाले शनिदेव से लोग सबसे ज्यादा डरते जरूर हैं लेकिन वह किसी का बुरा नहीं करते हैं।
- वह लोगों के कर्मों के हिसाब से उनके साथ न्याय करते हैं। शायद इसलिए उन्हें न्यायाधीश के रूप में भी पहचाना जाता है।
- शनिवार को शनिदेव की पूजा करने से व्यक्ति पर से साढ़ेसाती और ढैया समाप्त हो जाती है।
- इसके अलावा कुंडली में मौजूद कमजोर शनि का प्रभाव भी खत्म हो जाता है।
शनि अशुभ नही है
- ऐसा समझा जाता है कि शनिदेव अनिष्टकारी, दुखदायक और अशुभ के प्रतीक हैं, परंतु ये सच नहीं है।
- वास्तव में वे सकारात्मक प्रभाव वाले न्याय और संतुलन करने वाले ग्रह हैं।
- शनिवार के दिन उनको संतुष्ट करने के लिए शुद्ध मन और विधि विधान से पूजा करनी चाहिए।
- उनकी पूजा का एक विशेष तरीका है जिसका पालन करना जरूरी है।
व्रत से होते हैं प्रसन्न
- शनिदेव सूर्य देव और देवी छाया के पुत्र हैं। इनका जन्म ज्येष्ठ मास की अमावस्या हुआ था।
- शुद्ध मन से प्रत्येक शनिवार को व्रत रखने से शनि अत्यंत प्रसन्न होते हैं। ऐसा करने वालों पर उनकी कुपित दृष्टि नहीं पड़ती।
ऐसे करें पूजा
- शनि में श्रद्धा रखने वाले किसी भी शनिवार से उनका व्रत एवम् पूजन शुरू कर सकते हैं।
- शनिदेव की पूजा के लिए शनिवार को व्रत का संकल्प लेकर नहा-धोकर काले वस्त्र धारण कर पूजा शुरु करें।
- इस दिन सरसों या तिल के तेल से दिया जला शनिदेव को अर्पित करें। इसके साथ ही शनिदेव को तिल, काली उदड़ या कोई भी काली वस्तु भेंट में चढ़ायें।
- शनि गायत्री मंत्र और शनि चालीसा आदि का जाप करें। खास बात ये है कि शनि चालिसा में आपको शनि को शांत रखने के समस्त उपाय मिल जायेंगे।
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