नरेंद्र मोदी की Surgical Strike की तरह मनमोहन सिंह जी ने 3 बार ऐसा किया था: राहुल गांधी
राजस्थान-राजस्थान के उदयपुर में राहुल गांधी ने कहा सेना को क्या पसंद आएगा, हम इसे करेंगे, अगर कोई नहीं जानता कि हमने ऐसा किया है तो यह फायदेमंद है। लेकिन श्री मोदी नहीं चाहते थे। वह यूपी में चुनाव लड़ रहे थे और वह इसे खो रहा था। इसलिए उन्होंने एक सैन्य संपत्ति को राजनीतिक संपत्ति में बदलने के लिए किया।
श्री नरेंद्र मोदी वास्तव में सेना के डोमेन में पहुंचे और अपनी Surgical Strike को आकार दिया, उन्होंने वास्तव में एक सैन्य निर्णय लेने पर अपनीSurgical Strike को राजनीतिक संपत्ति में बदल दिया। क्या आप जानते हैं कि नरेंद्र मोदी की Surgical Strike की तरह, मनमोहन सिंह जी ने 3 बार ऐसा किया था? जब सेना श्री मनमोहन सिंह के पास आई और कहा कि हमें पाकिस्तान के खिलाफ प्रतिशोध करने की जरूरत है, तो उन्होंने यह भी कहा कि हम अपने उद्देश्यों के लिए गुप्त होना चाहते हैं |
Rahul Gandhi in Udaipur, Rajasthan: Mr Narendra Modi actually reached into Army's domain & shaped their surgical strike, he turned their surgical strike into a political asset when it actually was a military decision. pic.twitter.com/9EwQMJpMqH
— ANI (@ANI) December 1, 2018
राहुल गांधी ने कहा ये भी कहा प्रधानमंत्री को आश्वस्त है कि सेना से बेहतर जानता है कि सेना के क्षेत्र में क्या करने की जरूरत है, विदेशी मंत्रालय में क्या करना है, कृषि मंत्रालय से बेहतर क्या है कृषि कृषि से बेहतर क्या है, उसे यह समझ है कि सभी ज्ञान उसके दिमाग से आता है प्रधान मंत्री को आश्वस्त है कि सेना से बेहतर जानता है कि सेना के क्षेत्र में क्या करने की जरूरत है, विदेशी मंत्रालय में क्या करना है, कृषि मंत्रालय से बेहतर क्या है कृषि कृषि से बेहतर क्या है, उसे यह समझ है कि सभी ज्ञान उसके दिमाग से आता है |
R Gandhi: PM is convinced he knows better than Army what needs to be done in Army's area, better than Foreign Min what needs to be done in foreign ministry,better than Agriculture Min what needs to be done in agriculture bcoz he has a sense that all knowledge comes from his brain pic.twitter.com/NZzcIomrO9
— ANI (@ANI) December 1, 2018
राहुल गाँधी ने कहा मोदी सरकार ने उद्योगपतियों का कर्ज माफ किया। 15 उद्योगपतियों का कर्जा माफ किया है, करोड़ों हिदुस्तानियों का क्यों नहीं माफ करते हैं। इनका छुप छुपकर करते हो। नोटबंदी एक स्कैम है। इसका लक्ष्य छोटे उद्योगों की रीढ़ की हड्डी को तोड़ना था। चाहे नोटबंदी हो या गब्बर सिंह टैक्स का लक्ष्य बड़ी-बड़ी कंपनियों का रास्ता खोलना था। इसका मकसद था कि हिंदुस्तान के बड़े 15 उद्योगपतियों को मौका दिया जाए।
Rahul Gandhi at an interactive session with business community&professionals in Udaipur, Rajasthan: It's a myth that private sector educational institutes are better. We are clear on the view that we can’t run the country without government institutes for education & healthcare. pic.twitter.com/F5Ym7LyZGT
— ANI (@ANI) December 1, 2018