राहुल गांधी ने कहा राष्ट्रपति ने एक भारतीय प्रधानमंत्री को चोर कहा
राजस्थान-राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा राफले डील में 30,000 करोड़ रुपये वायुसेना से चुराए गए और अनिल अंबानी की जेब में डाल दिए गए। इतिहास में पहली बार फ्रांस के राष्ट्रपति ने एक भारतीय प्रधानमंत्री को चोर कहा।
Congress President Rahul Gandhi in Chittorgarh, Rajasthan: In #RafaleDeal Rs 30,000 crore were stolen from the Air Force and put in Anil Ambani’s pocket. For the first time in history France’s President called an Indian Prime Minister a thief. #RajasthanElections2018 pic.twitter.com/C8aJ5W4n4E
— ANI (@ANI) December 1, 2018
इसे पहले कहा था सेना को क्या पसंद आएगा, हम इसे करेंगे, अगर कोई नहीं जानता कि हमने ऐसा किया है तो यह फायदेमंद है। लेकिन श्री मोदी नहीं चाहते थे। वह यूपी में चुनाव लड़ रहे थे और वह इसे खो रहा था। इसलिए उन्होंने एक सैन्य संपत्ति को राजनीतिक संपत्ति में बदलने के लिए किया।
श्री नरेंद्र मोदी वास्तव में सेना के डोमेन में पहुंचे और अपनी Surgical Strike को आकार दिया, उन्होंने वास्तव में एक सैन्य निर्णय लेने पर अपनीSurgical Strike को राजनीतिक संपत्ति में बदल दिया। क्या आप जानते हैं कि नरेंद्र मोदी की Surgical Strike की तरह, मनमोहन सिंह जी ने 3 बार ऐसा किया था? जब सेना श्री मनमोहन सिंह के पास आई और कहा कि हमें पाकिस्तान के खिलाफ प्रतिशोध करने की जरूरत है, तो उन्होंने यह भी कहा कि हम अपने उद्देश्यों के लिए गुप्त होना चाहते हैं |
राहुल गांधी ने कहा ये भी कहा प्रधानमंत्री को आश्वस्त है कि सेना से बेहतर जानता है कि सेना के क्षेत्र में क्या करने की जरूरत है, विदेशी मंत्रालय में क्या करना है, कृषि मंत्रालय से बेहतर क्या है कृषि कृषि से बेहतर क्या है, उसे यह समझ है कि सभी ज्ञान उसके दिमाग से आता है प्रधान मंत्री को आश्वस्त है कि सेना से बेहतर जानता है कि सेना के क्षेत्र में क्या करने की जरूरत है, विदेशी मंत्रालय में क्या करना है, कृषि मंत्रालय से बेहतर क्या है कृषि कृषि से बेहतर क्या है, उसे यह समझ है कि सभी ज्ञान उसके दिमाग से आता है |
राहुल गाँधी ने कहा मोदी सरकार ने उद्योगपतियों का कर्ज माफ किया। 15 उद्योगपतियों का कर्जा माफ किया है, करोड़ों हिदुस्तानियों का क्यों नहीं माफ करते हैं। इनका छुप छुपकर करते हो। नोटबंदी एक स्कैम है। इसका लक्ष्य छोटे उद्योगों की रीढ़ की हड्डी को तोड़ना था। चाहे नोटबंदी हो या गब्बर सिंह टैक्स का लक्ष्य बड़ी-बड़ी कंपनियों का रास्ता खोलना था। इसका मकसद था कि हिंदुस्तान के बड़े 15 उद्योगपतियों को मौका दिया जाए।