विकास से दूर होता जा रहा पीलीभीत, दूरदर्शन रिले केंद्र बंद करने के आये आदेश

विकास से दूर होता जा रहा पीलीभीत, दूरदर्शन रिले केंद्र बंद करने के आये आदेश


पीलीभीत। रविवार की रंगोली, बच्चों का मोगली, धार्मिक रामायण व महाभारत, बुर्जुगों का हमलोग व बुनियाद, चंद्रकांता, कार्टून और हिन्दी फिल्में, शारूख खान का सर्कस और फौजी ऐसे तमाम सीरियल हमारी खट्टी-मीठी यादों में शामिल है। जिन्हें घड़ी देखकर अपना ब्लैक एंड व्हाइट टेलीवीज़न खोलकर देखा करते थे।

वह ज़माना अब गुज़रे पलों के साथ चला गया। अब ऐसे तमाम टीवी चैनल्स आ गए हैं जिनमें जिसको गानों का शौक है वो गाना सुने, जिसको फिल्मों का शौक है वो फिल्में देखें, बच्चों के लिए कार्टून और एजूकेशन चैनल आदि ऐसे तमाम प्रसारित हो रहें है कि अब लोग दूरदर्शन को भूल ही चुके है। छोटे-बढे़ एंटीना लगाकर टेलिवीज़न देखने दौर आज के विज्ञान ने फेल कर दिया है। यहीं वजह है कि दूरदर्शन लगातार पिछड़ा जा रहा है। जिस कारण बीते एक साल में दूरदर्शन ने अपने करीब 150 रिले केंद्र पूरे देश बंद कर दिए है और अब नए साल में 42 और बंद करने जा रही है, जिसमें पीलीभीत का भी नाम है।


गुज़रे हुए पल


एक समय था जब हम लोग टेलीविजन के कार्यक्रम देखने के घरों के ऊपर ऊंचे-ऊंचे एंटीना लगना पड़ते थे। घड़ी देखकर प्रोग्राम आने का इंतेज़ार हुआ करता था। जब टीवी पर तस्वीर धुंधली होने लगती थी तब घर का कोई एक व्यक्ति छत पर चढ़कर एंटीना को सही करता था। यह सब हमारा एक गुज़रा हुआ पल था जो समय के साथ आज के युग में तब्दील हो गया। आज सबकुछ वायरलेस चल रहा है लोग रिमोट से प्रोग्राम को देख पा रहे हैं। लेकिन यह एक दुर्भाग्य की बात है कि पीलीभीत जिला मुख्यालय पर स्थापित प्रसार भारती का दूरदर्शन रिले केंद्र अब बंद हो रहा है क्योंकि सरकार ने माना है कि यहां दर्शक नहीं है। ऐसे में न सिर्फ मुफ्त में देखने वाले टीवी कार्यक्रमों के लिए बढे़ एंटीने लगाने होगें बल्कि जिले में दौड़ती कारों से भी एफएम की सुविधा बंद हो जायेगी।


1989 में हुई थी स्थापना


पीलीभीत में वर्ष 1989 में दूरदर्शन रिले केंद्र की स्थापना कराई थी यह अथक प्रयास मौजूदा सांसद और केंद्रीय मंत्री मेनका संजय गांधी ने किया था। उस दौरान 100 किलोवॉट की क्षमता का एलपीटी (लो पॉवर ट्रांसमीटर) स्थापित किया गया था, जो अभी वर्ष 2010 में 500 किलोवॉट में परिवर्तित कर दिया। प्रसार भारती के दूरदर्शन रिले केंद्र से 60 किलोमीटर एरिया में रहने वाले लोगों को प्रसारित होने वाले कार्यक्रमों का लाभ मिल रहा है। लेकिन अभी भी काफी संख्या में लोग बगैर केबिल डिश के दूरदर्शन के प्रोग्राम देखकर लाभ उठा रहे हैं। दूरदर्शन केंद्र से एफएम भी रिले किया जा रहा है। प्रसार भारती के डायरेक्टर इंजीनियर सी. सुब्बाराव ने देश के 42 और दूरदर्शन रिले केंद्रों को बंद करने का आदेश जारी किए है, जिसमें पीलीभीत जनपद का एलपीटी भी सेंटर शामिल हैं। आदेश में कहा गया है कि एक माह के अंदर दूरदर्शन रिले केंद्र को बंद करने के निर्देश दिए गए हैं।

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