92वें बलिदान दिवस के अवसर पर याद किए गए अमर शहीद राजेन्द्र नाथ लाहिड़ी

92वें बलिदान दिवस के अवसर पर याद किए गए अमर शहीद राजेन्द्र नाथ लाहिड़ी

जेल परिसर में हुआ सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन

गोंडा-‘‘शहीदों की चिताओं पर लगेगें हर बरस मेले, वतन पर मरने वालों का यही बाकी निशां होगा’’ के संकल्प के साथ स्वतंत्रता संग्राम के अमर नायक शहीद राजेन्द्र नाथ लाहिड़ी जी के 92वें बलिदान दिवस के अवसर पर जिला कारागार में आर्य समाज द्वारा बैदिक मंत्रों के साथ हवन-पूजन एवं शांति पाठ सम्पन्न कराया गया।


लाहिड़ी जी के बलिदान दिवस पर अमर शहीद को जनपद के प्रभारी जिला जज, जिलाधिकारी, एसपी व अन्य न्यायिक अधिकारियों व प्रशासनिक अधिकारियों, गणमान्य नागरिकों, अधिवक्ताओं तथा समाजसेवियों द्वारा श्रृद्धासुमन अर्पित किए गए। जिला कारागार में हवन-पूजन करने के उपरान्त प्रभारी जिला जज जी0के0 पाण्डेय, डीएम कैप्टेन प्रभान्शु श्रीवास्तव, एसपी आर0पी0 सिंह, विधायक बलरामपुर पल्टूराम, एडीजे एसके शुक्ला, एसीजेएम प्रथम हरीराम सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने जेल परिसर में लाहिड़ी जी के बलिदान स्थल पर स्थापित प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उनकी शहादत को याद किया।
अमर शहीद लाहिड़ी जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण के उपरान्त लाहिड़ी जी को सलामी दी गई और राष्ट्रगान की धुन बजाई गई। श्रद्धान्जलि सभा एवं सलामी के उपरान्त आयोजित समारोह में सर्वधर्म समभाव के तहत सभी धर्मों के धर्म गुरूओं द्वारा शांति पाठ पढ़े ।

लाहिड़ी जी का जीवन राष्ट्र प्रेम का एक जीवन्त उदाहरण है

इस अवसर पर लाहिड़ी जी के जीवन एवं बलिदान पर प्रकाश डालते हुए प्रभारी जिला जज ने कहा कि लाहिड़ी जी का जीवन राष्ट्र प्रेम का एक जीवन्त उदाहरण है। हम सबको उनसे प्रेरणा लेते हुए देश हित के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करना चाहिए यही लाहिड़ी जी के लिए सच्ची श्रृद्धान्जलि होगी। जिलाधिकारी कैप्टेन प्रभान्शु श्रीवास्तव ने कहा कि लाहिड़ी जी जैसे व्यक्तित्व और सच्चे राष्ट्र भक्तों के बलिदानों के कारण ही हम सब भारतीय आज आजाद भारत में सांस ले पा रहे हैं। उन्होने लोगों का आहवान करते हुए कहा कि इस अवसर पर हम सबको निःस्वार्थ भाव से राष्ट्र सेवा का संकल्प लेना चाहिए और आजादी के दीवानों के सपनों का भारत बनाने में सहयोग करना चाहिए। पुलिस आरपी सिंह ने कहा कि लाहिड़ी जी का बलिदान भारत के युवाओं के लिए सबसे बड़ा उदाहरण है। उन्होंने कहा कि देश को गुलामी की दास्तां से मुक्ति दिलाने के लिए 26 वर्ष की उम्र में अपने देश के लिए फांसी के फन्दे को हंसते हुए चूमने वाले अमर शहीद लाहिड़ी जी का सम्पूर्ण जीवन प्रेरणा से भरा हुआ है। आज के भौतिकवादी युग में देश के विकास में युवाओं की भागीदारी होना आवश्यक है और इसकी प्रेरणा के लिए लाहिड़ी जी का जीवन दर्शन सबसे बड़ा उदाहरण है।

  • एसीजेएम प्रथम हरीराम ने कहा कि अमर शहीदों का बलिदान आज प्रासंगिक हो गया है।
  • उनकी कुर्बानी से हम सबको प्रेरणा लेकर देशहित सर्वोंपरि रखकर काम करने की आवश्यकता आज के दौर में बन गई है।
  • इस अवसर पर स्वयं सेवी संस्थाओं तथा विद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा लाहिड़ी जी के जीवन से जुडे़ विभिन्न संास्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
  • जीजीआईसी छात्राओं द्वारा देशभक्ति के गीत प्रस्तुत किए गये। डीएम व एसपी द्वारा लाहिड़ी उद्यान परिसर में पौधरोपण भी किया गया।
  • कार्यक्रम के दौरान सिटी मजिस्ट्रेट सुभाषचन्द्र प्रजापति, जेल अधीक्षक शशिकान्त सिंह, एसडीएम सदर एस0एन0 त्रिपाठी, सीओ सिटी महावीर सिंह, तहसीदार सदर वेद प्रकाश पाण्डेय, बार एसोसिएशन के अध्यक्ष उपेन्द्र तिवारी, के0के0 मिश्र, समाज सेवी धरमवीर आर्य सहित अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।

HP Srivastava

Share this story