जानिए क्या होता है मलमास,कब होता है आरम्भ

जानिए क्या होता है मलमास,कब होता है आरम्भ

डेस्क-सूर्य के बृहस्पति की धनुराशि में गोचर करने से खरमास, मलमास शुरू होता है । यह स्थिति मकरसंक्रान्ति तक रहती है।

इस कारण मांगलिक कार्य नहीं होते है। जैसे ही सूर्य धनु राशि में प्रवेश करता है तभी से मलमास आरम्भ हो जाता है और इसी के साथ शादी विवाह एवं अन्य मांगलिक कार्य निषेध हो जाते है।

मलमास में सूर्य धनु राशि का होता है। ऐसे में सूर्य का बल वर को प्राप्त नहीं होता। इस वर्ष १६ दिसंबर २०१८ से १४ जनवरी २०१८ तक मलमास रहेगा। वर को सूर्य का बल और वधू को बृहस्पति का बल होने के साथ ही दोनों को चंद्रमा का बल होने से ही विवाह के योग बनते हैं। इस पर ही विवाह की तिथि निर्धारित होती है।

मलमास शुरू हो जाने से विवाह संस्कारों पर एक माह के लिए रोक लग जाएगी। साथ ही अनेक शुभ संस्कार जैसे जनेऊ संस्कार, मुंडन संस्कार, गृह प्रवेश भी नहीं किया जाएगा। हमारे भारतीय पंचांग के अनुसार सभी शुभ कार्य रोक दिए जाएंगे।

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  • मलमास को कई लोग अधिक मास भी कहते हैं। अधिक मास कई नामों से विख्यात है।
  • इस महीने को अधिमास, मलमास, और पुरुषोत्तममास के नाम से पुकारा जाता है।
  • शास्त्रों में मलमास शब्द की यह व्युत्पत्ति निम्न प्रकार से बताई गई है

मली सन् म्लोचति गच्छतीति मलिम्लुचः

अर्थात् ‘मलिन (गंदा) होने पर यह आगे बढ़ जाता है।

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