सर्दियों में धूप सेंकने से मिलेगा फायदा हाथ-पैर और जोड़ों के दर्द को कर देगा छूमंतर

सर्दियों में धूप सेंकने से मिलेगा फायदा हाथ-पैर और जोड़ों के दर्द को कर देगा छूमंतर

विटामिन D की जरूरत पूरा करने के लिए दवाएं और सप्लीमेंट लेने के बजाय धूप सेंकने की नसीहत दी जाती है ।

डेस्क- विटामिन-डी शरीर में कैल्शियम और फॉस्फेट का स्तर नियंत्रित रखने के साथ ही उनके इस्तेमाल की क्षमता निर्धारित करने के लिए भी अहम माना जाता है। हड्डियों, मांसपेशियों और दांतों को मजबूती प्रदान करने के साथ ही यह रोगों से लड़ने की ताकत भी बढ़ाता है।

यही वजह है कि इसकी कमी से व्यक्ति को न सिर्फ जल्दी-जल्दी सर्दी-जुकाम-बुखार होने की शिकायत सताती है, बल्कि उसके घाव भी देरी से भरते हैं और हर समय सुस्ती, थकान और कमजोरी का एहसास बना रहता है।

  • जरूरत से ज्यादा पसीना होना भी विटामिन-डी की कमी का संकेत है।
  • इसके अलावा हाथ-पैर और जोड़ों में लगातार दर्द व ऐंठन महसूस होना भी इसकी खुराक बढ़ाने का इशारा करता है।
  • विटामिन-डी की जरूरत पूरा करने के लिए दवाएं और सप्लीमेंट लेने के बजाय धूप सेंकने की नसीहत दी जाती है ।
  • कैल्शियम और फॉस्फेट के इस्तेमाल की क्षमता बढ़ाता है विटामिन-डी हड्डियों-मांसपेशियों की मजबूती के साथ संक्रमण से बचाव के लिए अहम है |उम्र ढलने के साथ
  • विटामिन-डी पैदा करने की शरीर की क्षमता कमजोर पड़ जाती है, इसलिए 50 पार लोगों में इसकी कमी आम बात है|
  • मोटापे के शिकार सांवले लोगों और दिन का अधिकतर समय घर-दफ्तर की चारदीवारी में गुजारने वालों में भी विटामिन-डी कम बनता है|


किसे कितनी जरूरत

  • 15 माइक्रोग्राम विटामिन D रोजाना लेने की सलाह दी जाती है स्वस्थ वयस्कों को
  • 20 माइक्रोग्राम तक बढ़ा देनी चाहिए यह मात्रा जीवन का 50वां पड़ाव पार करते ही
  • कैल्शियम और फॉस्फेट के इस्तेमाल की क्षमता बढ़ाता है विटामिन-डी
  • हड्डियों-मांसपेशियों की मजबूती के साथ संक्रमण से बचाव के लिए अहम
  • उम्र ढलने के साथ विटामिन-डी पैदा करने की शरीर की क्षमता कमजोर पड़ जाती है, इसलिए 50 पार लोगों में इसकी कमी आम बात है
  • मोटापे के शिकार सांवले लोगों और दिन का अधिकतर समय घर-दफ्तर की चारदीवारी में गुजारने वालों में भी विटामिन-डी कम बनता है
  • 15 माइक्रोग्राम विटामिन-डी रोजाना लेने की सलाह दी जाती है स्वस्थ वयस्कों को20 माइक्रोग्राम तक बढ़ा देनी चाहिए यह मात्रा जीवन का 50वां पड़ाव पार करते ही


धूप से बेहतर कुछ नहीं

धूप विटामिन-डी का सबसे अच्छा स्त्रोत है। हालांकि आपको सुबह-सुबह खिली हल्की धूप ही सेंकनी चाहिए। पालक, मशरूम, तैलीय मछली, अंडे के पीले भाग, अंकुरित अनाज, संतरे के जूस, दूध, पनीर, चीज और सीरियल्स में भी विटामिन-डी भारी मात्रा में पाया जाता है।
शोध में दावा, आक्रामक ध्वनि पर मस्तिष्क तेजी से प्रतिक्रिया करता है|

20 मिनट तक करे

हफ्ते में तीन दिन सुबह-सुबह 20 से 30 मिनट तक धूप सेंकने से शरीर के लिए रोजाना जरूरी विटामिन-डी की जरूरत पूरी हो जाती है। बशर्ते आपने सनस्क्रीन नहीं लगाई हो। तेज धूप सेंकने से बचें, क्योंकि उससे निकलने वाली अल्ट्रावायलट किरणें त्वचा कैंसर का सबब बन सकती हैं।

दिल और किडनी की सेहत के लिए घातक है विटामिन D

  • विटामिन D की अति दिल और किडनी की सेहत के लिए घातक है।
  • इससे शरीर में कैल्शियम की मात्रा बढ़ने लगती है, जो धमनियों में जमकर रक्त प्रवाह में बाधा डालता है।
  • इससे व्यक्ति को दिल का दौरा पड़ने के साथ ही उसकी किडनी खराब होने का खतरा बढ़ जाता है।

Share this story