Mutual Fund से जाने कमाई के ये शानदार टिप्स

Mutual Fund से जाने कमाई के ये शानदार टिप्स

इन्वेस्टमेंट का एक लोकप्रिय तरीका है Mutual Fund जिसमें आप अपने रिस्क एक्सपोजर को कम करने के साथ-साथ अच्छा रिटर्न भी कमा सकते हैं।

डेस्क- Mutual Fund में इस तरह के डायवर्सिफिकेशन के कारण ये आपके वेल्थ को बढ़ाने का एक बहुत बढ़िया तरीका बन जाते हैं। अब जबकि एसईबीआई ने म्यूच्यूअल फंड्स के टोटल एक्सपेंस रेशियो (TER) को कैप कर दिया है, इसलिए एक इन्वेस्टर होने के नाते आप एक भारी भरकम इन्वेस्टमेंट चार्ज दिए बिना ज्यादा-से-ज्यादा कमाई कर सकते हैं। इस तरह के फंड्स से कमाई करने के कई टिप्स हैं।

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मार्केट में कई तरह के Mutual Fund है

मार्केट में कई तरह के म्यूच्यूअल फंड मौजूद हैं, जैसे डेट, इक्विटी, लिक्विड या बैलेंस्ड। आप अपनी रिस्क उठाने की क्षमता, लक्ष्य और टाइम लाइन के आधार पर इनमें से किसी में भी इन्वेस्टमेंट कर सकते हैं।

आइए जाने कैसे Mutual Fund में करे निवेश

Dividend से Income

  • यदि स्टॉक कोई प्रॉफिट जेनरेट करता है या जब बॉन्ड्स पर इंट्रेस्ट मिलता है तो एक म्यूच्यूअल फंड हाउस को इसे डिक्लेयर करना जरूरी होता है।
  • जब डिविडेंड दिया जाता है तब आपके पास उसे कैश आउट करने या कम्पाउंड इंट्रेस्ट का भरपूर लाभ उठाने के लिए उसे फिर से इन्वेस्ट करने का ऑप्शन होता है।
  • ध्यान रहे कि डिविडेंड के बंटवारे पर टैक्स लगता है जो आपको यह पैसा मिलने से पहले लिया जाता है।
  • इससे आपकी कमाई कम हो जाती है। इक्विटी म्यूच्यूअल फंड्स के लिए यह टैक्स फिलहाल 12% के आसपास है, जिसमें सरचार्ज और सेस भी शामिल है।
  • डेट फंड के डिविडेंड के मामले में डिविडेंड पेआउट के रूप में कमाई होने वाली कटौती लगभग 29% डीडीटी के अधीन होता है जिसमें सरचार्ज और सेस भी शामिल होता है।

Systematic withdrawal plan

  • जिस तरह आप एक लम्प सम के बजाय एसआईपी के माध्यम से सिस्टमैटिकली इन्वेस्टमेंट कर सकते हैं, ठीक उसी तरह आप अपनी पसंद वाली फ्रीक्वेंसी पर एसडब्ल्यूपी के माध्यम से रेग्युलर विदड्रॉल भी कर सकते हैं।
  • यह मासिक, तिमाही या वार्षिक हो सकता है। यह रकम आपको आपके इन्वेस्टमेंट से होने वाले कैपिटल गेन्स के रूप में या एक फिक्स्ड अमाउंट के रूप में मिल सकता है, लेकिन यह याद रखना जरूरी है कि एक एसडब्ल्यूपी लंबे समय में आपकी पूंजी खत्म कर सकता है।
  • इसलिए यह रिटायर हो चुके लोगों के लिए ही उपयुक्त है जिन्हें रेग्युलर इंटरवल पर एक फिक्स्ड इनकम की जरूरत पड़ती है।
  • यहां इस बात पर ध्यान देना जरूरी है कि इस तरह की कमाई पर आपके द्वारा निकाले जाने वाले पैसे के आधार पर टैक्स लिया जाता है।
  • एक साल बाद इक्विटी से पैसे निकालने पर आपको 1 लाख रु. से ज्यादा कमाई पर 10% का एलटीजीसी टैक्स देना पड़ता है और एक साल के भीतर पैसे निकालने पर 15% का एसटीसीजी देना पड़ता है।

Sell or redemption

  • संतोषजनक रिटर्न मिलने पर या किसी दूसरे म्यूच्यूअल फंड में स्विच करने की इच्छा होने पर आप अपने म्यूच्यूअल फंड को सेल या रिडीम कर सकते हैं और कैपिटल गेन्स का लाभ उठा सकते हैं।
  • डिविडेंड से मिलने वाले इनकम की तरह आप अपने प्रॉफिट को अपनी जेब में डाल सकते हैं या उसे किसी बेहतर परफॉर्म करने वाले फंड में फिर से इन्वेस्ट कर सकते हैं।
  • इस तरह के रिटर्न पर भी एसडब्ल्यूपी की तरह टैक्स लिया जाता है।

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