बवासीर, कब्ज समेत कई रोगों को दूर करता है हरड़

बवासीर, कब्ज समेत कई रोगों को दूर करता है हरड़

हरड़ का इस्तेमाल बुखार, पेट फूलना, उल्टी, पेट गैस और बवासीर जैसी समस्याओं से राहत दिलाने में किया जाता है|

डेस्क-हरड़ के कई फायदे होते हैं. हरड़ को हरीतकी भी कहा जाता है. हरीतकी, टर्मिनलिया चेबुला पेड़ के सूखे फल को कहा जाता है. हरीतकी का वानस्पतिक या वैज्ञानिक नाम टर्मिनालिया केबुला (Terminalia chebula) है. इसे हरद, कदुक्‍कई, कराकाकाया, कदुक्‍का पोडी, हर्रा के नामों से भी जाना जाता है|

यह एक ऊंचा पेड़ का फल है. चेबुला पेड़ भारत के निचले हिमालय क्षेत्र में रावी तट से लेकर पूर्व बंगाल-आसाम तक पाया जाता है. आम भाषा में हरीतकी को हरड़ कहा जाता है वहीं आयुर्वेद में इसे कई नामों से जाना जाता है जैसे, कायस्था, प्राणदा, अमृता, मेध्या, विजया वगैरह. हरीतकी या हरड़ का आयुर्वेद में कई दावाओं में उपयोग किया जाता है. हरड़ या हरीतकी का सेवन कई बीमारियों के इलाज के लिए किया जाता है. हरड़ का इस्तेमाल बुखार, पेट फूलना, उल्टी, पेट गैस और बवासीर जैसी समस्याओं से राहत दिलाने में किया जाता है|

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चलिए जानते है हरड़ के फायदों के बारे में

हरड़ के कई फायदे होते हैं. हरड़ को हरीतकी भी कहा जाता है. हरीतकी, टर्मिनलिया चेबुला पेड़ के सूखे फल को कहा जाता है. हरीतकी का वानस्पतिक या वैज्ञानिक नाम टर्मिनालिया केबुला (Terminalia chebula) है. इसे हरद, कदुक्‍कई, कराकाकाया, कदुक्‍का पोडी, हर्रा के नामों से भी जाना जाता है. यह एक ऊंचा पेड़ का फल है हरड़ या हरीतकी का सेवन कई बीमारियों के इलाज के लिए किया जाता है. असल में आयुर्वेद में हरड़ या हरीतकी (Harad) एक ऐसी औषधि है जो स्वास्थ के लिए बहुत असरकारी मानी गई है. हरड़ का इस्तेमाल बुखार, पेट फूलना, उल्टी, पेट गैस और बवासीर जैसी समस्याओं से राहत दिलाने में किया जाता है|

उलटी आने पर

  • हरड़ का इस्तेमाल करने से उलटी की समस्या में राहत मिलती है.
  • अगर आपका जी मिचला रहा है और उलटी जैसा मन हो रहा है तो हरड़ आपके काम आ सकती है.
  • कहीं बाहर घूमने जाने से पहले अगर आप बेचैनी या उबकाई महसूस कर रहे हैं तो हरड़ पाउडर को शहद के साथ मिलाकर खाने से उलटी रुकने में मदद मिलती है|

बवासी

  • बवासीर के रोगियों के लिए हरड़ इस्तेमाल फायदेमंद साबित हो सकता है.
  • बवासीर को पाइल्स भी कहा जाता है. यह मलद्वार या गुदा के चारों तरफ की नसों के फूलने या उन पर सूजन आ जाने से होता है.
  • इसमें गुदा पर मस्से जैसे उभार हो जाते हैं, जो मलत्याग करते समय दर्द का अहसास कराते हैं.

कैसे करें हरड़ का इस्तेमाल- हरड़ को गर्म पानी में उबाल लें फिर इसे थोड़ा ठंड़ा होने के बाद इसका सेवन करें|

पाचन शक्ति में

  • पाचन क्रिया को मजबूत बनाने का काम करता है.
  • हरड़ के सेवन से गैस, अपचन की समस्यां से भी निजात मिलती है.

कैसे करें हरड़ का सेवन- हरड़ को आधा कप पानी में मिलाकर पीने से पाचन संबंधि समस्याएं खत्म हो जाती है|

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