सरकार की सौभाग्य योजना यहां बन गई लोगों का दुर्भाग्य

सरकार की सौभाग्य योजना यहां बन गई लोगों का दुर्भाग्य

घर में बिना बिजली पहुंचे ही आ गए तीन-तीन महीनों के बिल, शिकायत करने पर ग्रामीणों को भगा देते हैं विभाग के अधिकारी


बाराबंकी- प्रधानमंत्री सौभाग्य योजना के सहारे केंद्र सरकार हर घर को रोशन करना चाहती थी। योजना के तहत इस साल के आखिर तक उन सभी घरों तक बिजली की सुविधा दी जानी थी, जिन घरों में बिजली नहीं पहुंच सकी है। इस योजना से गरीब काफी खुश थे, क्योंकि उन्हें लगा था कि अब उनके घर भी रोशन होंगे, लेकिन बिजली विभाग की लापरवाही के चलते सरकार की मंशा पूरी होती नहीं दिख रही।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी गरीबों के घरों तक बिजली पहुंचाने के लिए सौभाग्य योजना की शुरुआत की। तो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 31 दिसंबर तक हर घर में बिदजली कनेक्शन दिए जाने के निर्देश दिए। इस योजना के तहत हर गांव, शहर के सभी घरों तक बिजली पहुंचाने का लक्ष्य रखा और सभी गरीबों को बिजली का मुफ्त कनेक्शन दिया जाना था। लेकिन कई गांवों में बिजली विभाग केवल कागजों पर ही लोगों को योजना का लाभ दे रहा है। हाल ये है कि गांव में खंभे से घरों तक तार भी नहीं खींचे गए हैं और कनेक्शन करने के नाम पर केवल औपचारिकताएं ही पूरी की जा रही हैं।


ताजा मामला फतेहपुर थाना क्षेत्र के सादुल्लापुर गांव से सामने आया है। जहां बिजली विभाग ने योजना का लाभ देने के लिए केवल कागजी कोरम ही पूरा किया। यहां के घरों में मीटर भी लगवा दिए गए, लेकिन यहां अभी तक बिजली का तार नहीं खिंचवाया गया। घरों में बिजली का मीटर लगाकर कागजों पर कनेक्शन चालू कर दिया गया। और तो और जिन घरों में अभी तक बिजली नहीं पहुंची उनके बिजली बिल भी आने लगे हैं। जिसके चलते ग्रामीण काफी परेशान हैं।


ग्रामीणों की शिकायत पर जब हमने बाराबंकी के मुख्य अधीक्षण अभियंता विद्युत आरपी सिंह से बात की तो उनका कहना है कि हम पूरे मामले की जांच कराएंगे। वहीं पैसे लेकर कनेक्शन देने की ग्रामीणों शिकायत पर आरपी सिंह का कहना है कि अगर इन आरोपों में सत्यता होगी, सभी आरोपियों के खिलाफ एफआईआर कराकर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।



रिपोर्टर, सैफ मुख्तार

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