क्या रखें सावधानी, नया साल मनाते समय

क्या रखें सावधानी, नया साल मनाते समय

डेस्क-आज देश विदेश में सभी लोग नए साल का जश्न बहुत ही धूमधाम से मना रहे हैं। कोई अपने परिवार के साथ तो कोई अपने दोस्तों के साथ मिलकर नए साल का जश्न मनाता है।

नया साल हम सभी के लिए खुशियां लेकर आए यही कामना है हमारी। पण्डित दयानन्द शास्त्री द्वारा नए वर्ष पर प्रस्तुत है कुछ ऐसी अहम सावधानियां (उपाय) जिन्हें अपना कर आप ओर हम साल भर को शुभ बना सकते हैं। पूरे साल में हमारा हर दिन खूबसूरत हो, हर दिन मंगलमयी हो।

इसे भी पढ़े -BCCI ने 13 सदस्यीय टेस्ट टीम का किया ऐलान Ajinkya Rahane बने उपकप्तान

इसे भी पढ़े -प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा 2018 भारत के लिए बहुत ही उज्जवल साल रहा

  • यदि आप चाहते हैं कि नया साल खुशियों से भरा हो तो उसके लिए निम्न उपाय अपनाए कोशिश करें
  • इस दिन किसी को कर्ज या उधार ना दें इसे पूरे साल आपका हाथ खाली रहेगा
  • आपका पैसा लोगों के पास जाता रहेगा।नए साल पर चाकू और कैची घर खरीदकर नहीं लाया जाता है।

नए साल का स्वागत कभी उदास होकर नहीं करना चाहिए, बल्कि हंसी-खुशी और साकारात्मक सोच से कीजिए. इससे आपका पूरा साल हंसी– खुशी से ही बीतेगा।इस दिन की शुरुआत आप घर के बड़े बुजुर्गों के आशीर्वाद से भी कर सकते हैं. कहते है बड़े लोगों का हाथ सिर पर हो तो हर रुका हुआ काम बन जाता है।

ज्योतिषशाचार्य पण्डित दयानन्द शास्त्री ने बताया कि व्यापार में अपने व्यापार स्थल पर जाने के बाद सबसे पहले गंगाजल का छिड़काव करें और गणेश लक्ष्मी के सामने गुलाब की अगरबत्ती जलाएं और गणेश लक्ष्मी के मंत्रों का जाप करें (ॐ श्री गणेशाय नमः)( ॐश्री महालक्ष्मी नमो नमः)

बहुत लंबे समय से बीमार हैं तो करें यह उपाय।

अपने शयनकक्ष में सोने से पहले कपूर जलाएं।अपना सिरहाना दक्षिण दिशा की तरफ रखे। भगवान शिव शंकर को पंचामृत चढ़ाएं।सफेद आक का फूल शिवलिंग पर चढ़ाएं।हमेशा साफ सुथरे कपड़े पहने।समय पर डॉक्टर की सलाह भी ले।सालभर अच्छी सेहत के लिए करें उपाय। प्रातः काल जल्दी उठे प्राणायाम करें।खाली पेट तांबे के लोटे से जल पीयें।बीमार लोगों को दवा का दान करें।

ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप करें।बच्चे रहे स्वस्थ,इस हेतु करें उपाय।सबसे पहले बच्चों को घर का खाना खिलाने की आदत डालें। बाहर के खान-पान से परहेज रखेंहो सके तो बच्चों को मीठा आंवला खिलाएं।पानी का ज्यादा सेवन कराएंनए साल पर घर में किसी भी टूटी हुए चीज को ना रखें क्योंकि इससे बैडलक घर में आता है।

इसलिए कोशिश करें की न्यू ईयर से एक दिन पहले घर की सफाई कर दें।लक्ष्मी का वास वहां माना जाता है, जहां स्वच्छता तथा सुगंध हो। अत: रहने का स्थान तथा कार्य का स्थान स्वच्‍छ एवं सुगंधित हो, ऐसा प्रयत्न करना चाहिए । नए साल के पहले दिन घर को स्वच्छ करें। पण्डित दयानन्द शास्त्री ने बताया कि अपने घरों में गौमूत्र, नमक तथा फिटकरी मिलाकर नित्य पोंछा लगाना चाहिए जिससे नेगेटिव एनर्जी उत्पन्न न हो। वस्त्रादि स्वच्‍छ रखने के साथ इत्र-स्प्रे इत्यादि का इस्तेमाल करना चाहिए।कोशिश करें इस दिन काले रंग के कपड़े न पहनें,लाल या फिर किसी डार्क रंग के कपड़े पहना ज्यादा फायदेमंद हो सकता है।

नये साल पर अपने पर्स या अलमीरा को भरा हुआ जरूर रखें अर्थात उनमें धन( कैश) जरूर रखना चाहिए। ऐसा करने से साल भर दरिद्रता नजदीक नहीं आती हैसाल के पहले दिन घर में पूजा पाठ कर सबको प्रसाद दें। इससे घर का माहौल खुशनुमा बना रहता है।1 जनवरी 2019 से पहले अपने सारे बिल भर दें कोशिश करें नए साल पर कोई कर्ज ना रह जाएजिन व्यक्तियों को राज्य से या बड़े व्यक्तियों से कार्य में अड़चन आ रही हो, वे एक माला मकर संक्रांति से नित्य करें।

मंत्र- "ॐ नमो भास्कराय त्रिलोकात्मने।
महपति वश्यं कुरु-कुरु स्वाहा।।" जिन व्यक्तियों के किसी भी कार्य में रुकावट हो, वे बसंत पंचमी से नित्य एक माला करें।

मंत्र- "ॐ श्रीं श्रीं ॐ ॐ श्रीं श्रीं हूं फट् स्वाहा।।"

जिन्हें ज्ञान की आवश्यकता हो, वे पंचाक्षरी शिवमंत्र शिवरात्रि से रात्रि 10 से 12.30 बजे तक पैरों को पानी में डुबाकर जप नित्य करे - 'ॐ नम: शिवाय।।'कहते है साल के पहले दिन जो भी शख्स आपके घर आता है उसका प्रभाव आपके घर में पूरे साल बना रहता है इसलिए घर में किसी को भी बुलाने से पहले सोच-समझ कर बुलाएं।इस उपाय से घर की कलह क्लेश होगी के लिए होगी दूर।

सबसे पहले घर के बड़े बुजुर्ग व्यक्ति को मुख्य द्वार पर जल का छिड़काव सुबह करना चाहिए।अपने पितरों के नाम से गाय के घी का दिया पीपल के नीचे जलाना चाहिए।समय-समय पर घर में पूजा पाठ हवन आदि घर में करवाते रहना चाहिए और घर में महीने में एक बार सुंदरकांड का पाठ जरूर करेंयदि आपको घर में डर लगता है तो सुबह शाम हनुमान चालीसा का पाठ करें। अपने सोने के कमरे में पानी भर कर ना रखें।अपने कुल गुरु का पूजन करें और गूगल कपूर की धूप अवश्य करें।एक पान के पत्ते पर लाल गुलाब का पुष्प रखकर पीपल के पेड़ के नीचे रखें तथा प्रणाम करें और अपनी समृद्धि की प्रार्थना करें। सम्भव हो तो निर्धन लोगों को भोजन कराएं।

( पण्डित दयानन्द शास्त्री )

Share this story