सरकारी अस्पतालों के निशुल्क स्वास्थ्य सुविधाओं पर निर्भर कस्तूरबा की बीमार बेटियां

सरकारी अस्पतालों के निशुल्क स्वास्थ्य सुविधाओं पर निर्भर कस्तूरबा की बीमार बेटियां

तो कागजों में खर्च हो रहा कस्तूरबा बेटियों का चिकित्सा व्यय की धनराशि

विभाग से निर्गत प्रति विद्यालय 75,000 का बजट कहां हो रहा खर्च

बलरामपुर -कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में पहले संक्रामक बीमारी को देखते हुए विभाग ने सभी विद्यालयों के वार्डन व संस्था संचालकों को चिकित्सा व्यय के लिए निर्गत धनराज के बारे में कड़ा पत्र जारी किया है विद्यालयों में तेजी से फैले संक्रामक बीमारी से विभाग हरकत में आते हुए वार्डन व संस्था संचालक को प्रति विद्यालय ₹75000 रुपए विद्यालय में अध्ययनरत छात्राओं के चिकित्सा व्यय के निर्गत करने के बाद भी स्कूलों में ठंड से बीमार हो रही बेटियों पर नाराजगी जताई है ।


बीएसए हरिहर प्रसाद ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए जिले में संचालित 11 कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय के संस्था संचालकों सहित वार्डन को पत्र जारी कर विभाग से निर्गत चिकित्सा व्यय धनराज से बेटियों को ठंड से वह बीमारी से बचाव करने के लिए निर्देशित किया है उन्होंने कहा इस कार्य में शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी लापरवाही होने पर संबंधित जिम्मेदार होंगे उन्होंने खंड शिक्षा अधिकारियों को स्कूलों के उपलब्ध संसाधनों बेटियों की उपस्थिति उनके स्वास्थ्य शिक्षा के संबंध में आवश्यक सुविधाओं की रिपोर्ट तलब किया है। वहीं दूसरी तरफ विद्यालय वार्डन की माने तो विभाग से चिकित्सा मदमे निर्गत 75000 की धनराशि के संबंध में उन्हें कोई जानकारी नहीं है छात्राएं जब भी बीमार होती हैं तो संबंधित नजदीकी सीएससी पीएससी से निशुल्क दवाइयां मंगा ली जाती है वह डॉक्टरों की परामर्श लिया जाता है। कुछ सामान्य तौर की दवाइयां चिकित्सकीय सलाह पर स्कूल में भी रखा जाता है विभाग से निर्गत चिकित्सा व्यय मद के संबंध में विद्यालय के किसी वार्डन को जानकारी नहीं होने की बात कही जा रही है।


रिपोर्ट अविनाश पाण्डेय

Share this story