भाजपा ने बिहार में अपने दोनों सहयोगियों जदयू और लोजपा को संतुष्ट किया
डेस्क-आम चुनाव से पहले विपक्षी महागठबंधन की चुनौतियों से रूबरू हो रही भाजपा अब त्याग के सहारे राजग का कुनबा संभालने में जुट गई है।
पार्टी ने बिहार में जदयू-लोजपा को मनाने के तर्ज पर महाराष्ट्र में शिवसेना को मनाने के लिए त्याग करने की रणनीति तैयार की है। इस रणनीति के तहत पार्टी जदयू की तरह ही शिवसेना को भी समान सीटें दे कर बराबर के भाई का दर्जा दे सकती है।
जबकि पार्टी की योजना इसी हफ्ते नाराज चल रहे यूपी के दोनों सहयोगियों अपना दल और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी को मनाने की है। महाराष्ट्र में शिवसेना को साथ लाने की मुहिम केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के जिम्मे है। अब तक राज्य में बड़ा भाई बनाने की मांग कर रही शिवसेना के न मानने पर पार्टी उसे बराबर का दर्जा देगी। मतलब दोनों दल बराबर सीटों पर लड़ेंगे।
बड़े भाई की भूमिका की मांग कर रही है
शिवसेना भी बराबर की सीटें हासिल करने के लिए बड़े भाई की भूमिका की मांग कर रही है। इसी त्याग की रणनीति के तहत ही भाजपा ने बिहार में अपने दोनों सहयोगियों जदयू और लोजपा को संतुष्ट किया था। यहां गठबंधन को बचाने के लिए भाजपा ने अपनी जीती हुई 5 तो बीते चुनाव में लड़ी गई 30 से से 13 सीटें कुर्बान कर महज दो सीटें जीतने वाली जदयू को बराबर केभाई का दर्जा दिया था। जबकि लोजपा को पिछले बार की तुलना में एक सीट कमी की भरपाई राज्यसभा की एक सीट देने के वादे से पूरी की थी।