मैं कभी भी सालाना बजट को सीरियसली नहीं लेता-राजीव बजाज

मैं कभी भी सालाना बजट को सीरियसली नहीं लेता-राजीव बजाज

फोटो अमिताब कांत को मोमेंटो प्रदान करते राजीव बजाज


नयी दिल्ली। भारत की प्रमुख ऑटोमोबाइल कंपनी, बजाज ऑटो लिमिटेड ने केवल 17 वर्षों के समय में एक घरेलू स्कूटर बनाने वाली कंपनी से मोटरसाइकिलों का निर्माण करनेवाली एक बड़ी विश्व स्तरीय कंपनी बनने के अपने आश्चर्यजनक परिवर्तन की घोषणा करने के लिए द वर्ल्ड्स फेवरेट इंडियन के रूप में आज अपनी एक नई पहचान जारी की। इस अवसर पर नीति आयोग के अध्यक्ष अमिताब कांत भी मौजूद थे। उन्हें बजाज आॅटो के प्रबंध निदेशक राजीव बजाज ने मोमेंटो भी प्रदान किया।


दिल्ली में एक आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान राजीव बजाज ने एक सवाल के जवाब में यह कहा कि वो हर साला आने वाले बजट को इतना सीरियसल नहीं लेते हैं। क्यों कि उनकी लाइफ में उससे उनको कोई फर्क नहीं पड़ता है। पिछले 28 सालों से उन्होंने कभी भी बजट को गौर से सुना नहीं है।2001 में अपने चाकन प्लांट से पल्सर को पेश करने के साथ ही इस आकर्षक विश्व-स्तरीय सवारी का आगाज हो गया था।


पल्सर उद्यमशीलता की भावना से प्रेरित थीय यह मौजूदा बाजारों को बिना किसी कल्पनात्मकता के सेवा प्रदान करतेरहने के बजाय नाटकीय रूप से नए बाजार स्थापित करने की तलाश कर रहे बिंदास विभेदन का प्रतीक है।


3 में से 2 बाइकों पर बजाज का नाम होने के साथ यह भारत की नंबर 1 मोटरसाइकिल निर्यातक कंपनी बन गयी है। इसकंपनी का 40ः राजस्व अंतर्राष्ट्रीय बाजारों से आ रहा है। इसने पिछले 10 वर्षों में 13 बिलियन अमरीकी डॉलर की विदेशी मुद्रा अर्जित की है और 2018 में अंतरराष्ट्रीय बाजार में 2 एमएम यूनिट्स बेचने की उपलब्धि हासिल की है।

विनय गोयल


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