क्राइम ब्रांच और एसटीएफ के हत्थे चढ़ा इनामी जालसाज

क्राइम ब्रांच और एसटीएफ के हत्थे चढ़ा इनामी जालसाज


नयी दिल्ली। क्राइम ब्रांच और एसटीएफ के हत्थे एक ऐसा जालसाज चढ़ा जो लोगों को अपनी बातों में फंसा कर लाखों की हेराफेरी करने के बाद
व्यापारियों को लाखों की चपत लगा रहा था। पकड़े गये आरोपी की शिनाख्त कृष्णानगर निवासी रोमी चैहान के रूप में हुई है। जालसाजी की पहली वारदात दरियागंज इलाके में दर्ज हुई। थोक जेवरात के व्यापारी ने स्थानीय थाने में शिकायत दर्ज करायी कि आरोपी उसकी दुकान के कर्मचारियों से मिला और बताया कि वो कृष्णानगर में जेवरात की नयी दुकान
खोल रहा है। लोगों को विश्वास में लेने के लिये उसने कृष्णानगर में एक दुकान भी किराये पर ली जिस पर जेवरात की दुकान खोलने की बात दर्शायी गयी
थी। दुकानदार ने उस पर विश्वास कर उसे 28 लाख के जेवर दे दिये। रोमी ने दुकानदार को खरीदे हुए जेवरों के लिये पीडीसी चेक दिये जो बाद में बाउन्स हो गये। इसी तर्ज पर रोमी और उसके गिरोह ने अनेक सुनारों को लाखों की चपत लगायी।

पुलिस इस मामले को दर्ज कर छानबीन कर रही थी। पुलिस ने इस शातिर जालसाज को पकड़ने के लिये 25 हजार का इनाम घोषित कर दिया। लेकिन रोमी अपने साथियों के साथ दिल्ली छोड क़र यूपी के बरेली चला गया और अपनी शातिर चालों से व्यापारियों को ठगने लगा। रोमी ने अपने गिरोह के साथ बरेली के आॅटो स्पेयर पार्ट्स दुकानदारों को दिलली की तर्ज पर ठगना शुरू कर दिया। लेकिन जल्द ही बरेली में उनकी जालसाजी का खुलासा हो गया और रोमी के तीन साथी विनीत जैन, मनोज मिश्रा और केपी शर्मा पुलिस के हत्थे चढ़ गये। लेकिन रोमी
बरेली से भाग कर वापस दिल्ली आ गया। एसटीएफ को मुखबिर से खबर मिली कि रोमी चैहान द्वारका मोड़ के पास देखा गया। पुलिस ने जालसाज को पकड़ने केलिये जाल बिछाया एसटीएफ के हाथों पकड़ा गया।
विनय गोयल

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