IGNOU द्वारा इमर्जिंग न्यू मीडिया - चुनौतियां एवं सम्भावनायें पर कार्यषाला का आयोजन

IGNOU द्वारा इमर्जिंग न्यू मीडिया - चुनौतियां एवं सम्भावनायें पर कार्यषाला का आयोजन

IGNOU द्वारा इमर्जिंग न्यू मीडिया - चुनौतियां एवं सम्भावनायें पर कार्यषाला का आयोजन

इन्दिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय, क्षेत्रीय केन्द्र, लखनऊ द्वारा राष्ट्रीय सेवा योजना के विशेष शिविर के उद्घाटन सत्र में इमर्जिंग न्यू मीडिया - चुनौतियां एवं सम्भावनायें विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला के मुख्य अतिथि श्री पी0 पी0 शुक्ल, उप महानिदेषक, दूरदर्षन एवं आकाषवाणी रहे। इस कार्यशाला में लगभग 200 विद्यार्थियों एवं क्षेत्रीय केन्द्र के कर्मचारियों ने भाग लिया। कार्यक्रम शुरू होने से पूर्व पुलवामा में हुए आतंकी हमले में शहीद भारतीय सैनिकों के लिए 2 मिनट का मौन रखा गया।

डॉ0 कीर्ति विक्रम सिंह, सहायक क्षेत्रीय निदेशक एवं कार्यक्रम अधिकारी, राष्ट्रीय सेवा योजना ने अपने उद्बोधन में कार्यशाला के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि इस कार्यशाला के माध्यम से विद्यार्थियों को सोशल मीडिया, डिजिटल मीडिया, प्रिन्ट एवं इलेक्ट्रानिक मीडिया के उभरते हुए क्षेत्रों के बारे में बताया गया, साथ-ही-साथ इनसे सम्बन्धित चुनौतियों एवं सम्भावनाओं पर भी विचार किया गया और उन्हें इस क्षेत्र में करियर की सम्भावनाओं के विषय में भी अवगत कराया गया।

डॉ0 मनोरमा सिंह, क्षेत्रीय निदेशक ने अपने उद्बोधन मे इग्नू द्वारा वंचित एवं शोषित समुदायों के लिए किये जा रहे प्रयासों के बारे में विस्तार से बताया और विद्यार्थियों से मीडिया से जुडे़ क्षेत्रों में रोजगार की सम्भावनाओं के बारे में बात-चीत की। उन्होनें इग्नू द्वारा अपने विद्यार्थियों को रोजगार प्राप्त करने के लिए दी जा रही सहायता सेवा के विषय के बारे में जानकारी प्रदान की एवं इग्नू क्षेत्रीय केन्द्र, लखनऊ द्वारा आने वाले समय में आयोजित होने वाले रोजगार मेले में प्रतिभाग करने के लिए प्रेरित किया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री पी0 पी0 शुक्ल, उप महानिदेषक, दूरदर्षन एवं आकाषवाणी ने अपने उद्बोधन में ओल्ड मीडिया एवं न्यू मीडिया की तुलना करते हुए बताया कि ओल्ड मीडिया आज भी विश्वसनीय माना जाता है। उसमें मीडिया एथिक्स का पालन किया जाता था, आज दूरदर्शन एवं आकाशवाणी जो कि सरकारी माध्यम है में सरकार की आचार-संहिता का पालन किया जाता है। जबकि प्राईवेट माध्यम इससे स्वतंत्र हैं। उन्होनें विद्यार्थियों को मीडिया ही नहीं हर क्षेत्र में नैतिकता का पालन करने की सलाह दी।

श्री नवलकान्त, वरिष्ठ टी0वी0 जर्नलिस्ट ने सोशल मीडिया पर चर्चा करते हुए बताया कि पहले मीडिया बोलती थी, परन्तु आज मीडिया के साथ सोशल मीडिया के माध्यम से पब्लिक भी बोलती है।

श्री राजीव, एडिटर एण्ड चीफ aapkikhabar.com ने बताया कि पहले के और आज के मीडिया में बहुत अन्तर हो गया है। पहले इलेक्ट्रानिक मीडिया में टेप बनाकर भेजे जाते थे, जबकि आज सेटलाइट के माध्यम से सबकुछ सजीव प्रसारण हो रहा है।

वरिष्ठ पत्रकार श्री नसीरूद्दीन ने प्राचीन मीडिया और आधुनिक मीडिया पर प्रकाश डालते हुए बताया कि प्राचीन मीडिया में एथिक्स पर बहुत जोर दिया जाता था। आज के पत्रकारिता के विषय में उन्होनें सभी को विवेकशील होने के सलाह दी।

डॉ0 रमेष चन्द्र शुक्ल, केन्द्र प्रबन्धक, इग्नू ज्ञानवाणी ने वक्ताओं द्वारा किये गये उद्बोधन की संक्षिप्त रूपरेखा प्रस्तुत की एवं धन्यवाद ज्ञापन किया।

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