10 जबर्दस्त टिप्स एक चम्मच लें.... और मोटापा होने लगेगा दूर

10 जबर्दस्त टिप्स एक चम्मच लें.... और मोटापा होने लगेगा दूर

Lifestyle Tips in Hindi

इस समस्या से लड़ने के लिए अपनी लाइफस्टाइल को हेल्थी बनाना बेहद जरुरी होता है। इसके साथ ही कुछ आसान घरेलू उपचारों के जरिये पेट की चर्बी और मोटापा कम करने की प्रक्रिया को तेज कर सकते हैं। इनमें से 10 सबसे कारगर घरेलू उपचार नीचे दिए जा रहे हैं –

1. निम्बू पानी (Lemon Juice)

निम्बू पानी को मोटापा कम करने में सबसे कारगर घरेलू नुस्खा माना जाता है। यह पाचन को को ठीक करता है और विषहरण की प्रक्रिया (detoxification) को बढ़ाता है। चर्बी कम करने के लिए पाचन क्रिया का ठीक होना सबसे ज्यादा जरूरी होता है, क्योंकि यह शरीर को अतिरिक्त चर्बी को जलाने के लिए जरूरी पोषक तत्व प्रदान करता है। साथ ही यह मेटाबोलिज्म को कम करने वाले विषाक्त पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने में भी मदद करता है।
तीन चम्मच निम्बू का रस, एक चम्मच शहद और आधा चम्मच काली मिर्च के पाउडर को एक गिलास पानी में डालकर घोल लें। (यदि काली मिर्च ज्यादा तीखी हो तो एक चौथाई चम्मच मिलाएं)
इसे रोज सुबह खाली पेट पियें।
इसे कम से कम तीन महीनों तक लगातार करें।
आप निम्बू के रस को सिर्फ पानी में मिलाकर भी सेवन कर सकते हैं।

2. सेब का सिरका (एप्पल साइडर विनेगर)

कच्चा और बिना छना हुआ सेब का सिरका भी मोटापे को कम करने का काफी प्रचलित नुस्खा है। हालांकि वजन कम करने में यह किस तरह से मदद करता है इसका सही पता तो आज तक नहीं चल पाया लेकिन कुछ अनुसंधानों से यह जरूर साबित हुआ है कि शरीर में चर्बी को बढ़ने से रोकता है। यह वसा को तोड़ने की प्रक्रिया में मदद करके उसे शरीर में जमने से रोकता है।
एक चम्मच कच्चे और बिना छने हुए सेब के सिरके को एक गिलास पानी में मिलाएं। इसे रोज सुबह खाली पेट सेवन करें।
आप एक चम्मच सेब के सिरके को एक निम्बू के रस और एक गिलास पानी के साथ मिलाकर भी सेवन कर सकते हैं।

नोट – सेब का सिरका (एप्पल साइडर विनेगर) को दिन में दो चम्मच से अधिक सेवन न करें। इससे ज्यादा सेवन करने पर आगे चलकर आपके शरीर में पोटैशियम का स्तर और हड्डियों में खनिज पदार्थों का घनत्व कम हो सकता है।

3. एलोवेरा (Aloe Vera)

एलोवेरा भी मोटापा कम करने में लाभकारी होता है क्योंकि यह मेटाबोलिज्म को उत्तेजित करता है, ऊर्जा की खपत (energy consumption) को बढ़ाता है और शरीर के अतिरिक्त वसा को जलाने में मदद करता है। इसमें नेचुरल कोलेजन प्रोटीन होते हैं जो शरीर को प्रोटीन सोखने के लिए ज्यादा मेहनत करवाते हैं। साथ ही, यह पाचन तंत्र और पेट से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकलने में मदद करता है।
तो ताजा एलोवेरा की पत्तियों में से गूदा निकाल लें।
अब इसे एक कप पानी में डालकर मिलाएं। (यदि संभव हो तो पानी की जगह आप संतरे के जूस या अंगूर के जूस का इस्तेमाल भी कर सकते हैं)
तीन मिनट के लिए इसे अच्छी तरह से घोलने के बाद पी लें।
इसे कम से कम एक महीने के लिए रोज सेवन करें।

4. Green Tea

ग्रीन टी भी वजन कम करने की प्रक्रिया में काफी लोकप्रिय उपचार है। अभी हाल ही में हुए एक शोध से यह पता चला है कि ग्रीन टी में epigallocatechin-3-gallate (EGCG) नामक यौगिक पाया जाता है जो शरीर में फैट के अवशोषण को कम करता है और अतिरिक्त फैट को कम करने में मदद करता है।
इसके साथ-साथ ग्रीन में में अन्य पोषक तत्व जैसे विटामिन सी, carotenoids, जिंक, सेलेनियम, क्रोमियम और अन्य जरूरी खनिज पदार्थ भी पाए जाते हैं।
वजन कम करने के लिए रोज तीन कप ग्रीन टी का सेवन करें। आप इसे अदरक की चाय या लाल मिर्च की चाय के साथ मिलाकर भी सेवन कर सकते हैं।

5. लाल मिर्च (Cayenne Pepper)

लाल मिर्च भी मोटापा और वजन कम करने में मदद करती है। इसमें capsaicin नामक घटक पाया जाता है जो शरीर को फैट जलाने और ऊर्जा खपत बढ़ाने के लिए उत्तेजित करता है। साथ ही यह पाचन को भी ठीक करता है और शरीर में पोषक पदार्थों के कम अवशोषण के कारण शरीर में पैदा हुई अतिरिक्त भूख को रोकता है।
रोज लाल मिर्च की चाय का सेवन करें। शुरुआत में एक गिलास पानी में एक-दहाई चम्मच लाल मिर्च को डालकर चाय बनायें और धीरे-धीरे इसकी मात्रा को एक चम्मच लाल मिर्च तक लायें। अधिक फायदा लेने के लिए इसमें आधे निम्बू को निचोड़कर डालें। इस चाय को रोजाना कम से कम एक महीने तक सेवन करें।
अपने भोजन में भी लाल मिर्च और अन्य मसालों जैसे अदरक, काली मिर्च, सरसों के बीज आदि को शामिल करें।

6. करी के पत्ते (Curry Leaves)

रोज सुबह 10 ताजा करी के पत्तों का सेवन करना मोटापा और इसके कारण हुए मधुमेह में काफी कारगर आयुर्वेदिक उपचार है। इस उपचार को रोज लगातार तीन-चार महीनों के लिए करें।
करी के पत्तों में mahanimbine नामक alkaloid पाया जाता है जिसके शरीर पर anti-obesity और lipid-lowering effects होते हैं। इसलिए यह शरीर के वजन को कम में मदद करते हैं और साथ ही
टोटल कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड के स्तर को भी कम करते हैं ।

7. टमाटर (Tomato)

टमाटर शरीर के हॉर्मोन के स्तर को ठीक करता है और अतिरिक्त भूख को कम करता है। रोज सुबह खाली पेट दो टमाटरों का सेवन करें। ध्यान रखें टमाटर को इसके छिलके और बीजों के साथ सेवन करें क्योंकि इन्ही में जरूरी फाइबर होता है।
साथ ही टमाटर में विटामिन ए, सी और के, और मैग्नीशियम, मैंगनीज, कोलीन (choline), फोलेट और अन्य पोषक तत्व होते हैं जो शरीर के स्वास्थ्य के लाभकारी हैं। इसके आलावा टमाटर में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट शरीर को कैंसर से बचाते हैं।

8. पत्तागोभी (Cabbage)
पत्तागोभी को भी अपनी मोटापा कम करने वाली डाइट में शामिल करें। इसमें टारटरिक एसिड पाई जाती है जो शुगर और अन्य कार्बोहाइड्रेट्स को फैट में बदलने से रोकती है। साथ ही इसमें विटामिन सी और फाइबर अधिक होता है और कैलोरीज कम होती हैं।
Cruciferous vegetable होने के कारण इसमें फाइटोकेमिकल्स (phytochemicals) होते हैं जो एस्ट्रोजन मेटाबोलिज्म के संतुलन को ठीक करते हैं। एस्ट्रोजन मेटाबोलिज्म के असंतुलित होने पर ब्रैस्ट कैंसर, ओवेरियन कैंसर आदि की सम्भावना बढ़ जाती है। इसमें अन्य cruciferous vegetables जैसे फूलगोभी, ब्रोकोली, ब्रसल स्प्राउट और Swiss chard का सेवन भी लाभकारी होता है।

9. सौंफ (Fennel)

सौंफ के बीजों में मूत्रवर्धक गुण (diuretic properties) होने के कारण इसे भी मोटापा कम करने में लाभकारी माना जाता है।
सौंफ के बीजों को पहले सुखाकर भून लें और फिर पीसकर पाउडर बना लें। अब इस पाउडर को छलनी से छान लें। इस पाउडर को रोज दिन में दो बार डेढ़-डेढ़ चम्मच लेकर गर्म पानी के साथ सेवन करें। इससे पेट की गैस, अपच और
कब्ज की समस्या भी दूर होगी।
आप खाने के 15 मिनट पहले सौंफ की चाय का सेवन भी कर सकते हैं।

10. शहद और दालचीनी

शहद और दालचीनी के चाय का सेवन करने से मेटाबोलिज्म तेज होता है, ऊर्जा बढ़ती है और शरीर के विषाक्त पदार्थ बाहर निकल जाते हैं। शहद फैट के मेटाबोलिज्म को बढ़ाकर मोटापा से लड़ता है। दालचीनी इंसुलिन रेसिस्टेंस से लड़कर भूख को कम करती है।
एक कप गर्म पानी में डेढ़ चम्मच दालचीनी मिलाएं।
अब इसमें एक चम्मच आर्गेनिक शहद मिलाएं।
इसकी आधी मात्रा को सुबह खाली पेट सेवन करें और आधी मात्रा को रात को सोने से पहले सेवन करें।
मोटापा कम करने के लिए ऊपर दिए गए उपायों को नियमित अपनाएं और साथ ही रोज कम से कम आठ गिलास पानी का सेवन करें जिससे शरीर के विषाक्त पदार्थ बाहर निकल जाएँ।
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