Israel से हो रही थी whatsapp की जासूसी ,मामला अब कोर्ट में

Israel से हो रही थी whatsapp की जासूसी ,मामला अब कोर्ट में

whatsapp ने इजरायली कंपनी NSO पर लगाया जासूसी का आरोप

National desk -WhatsApp ने कैलिफोर्निया के कोर्ट में एनएसओ ग्रुप जो कि इजरायल की कंपनी है उस पर यह आरोप लगाते हुए कि वह जासूसी कर रही है और इसमें लगभग 1400 उनको टारगेट करते हुए इसमें से कुछ इंडिया के हैं और एक ऐसा सॉफ्टवेयर बनाते हुए लोगों की जासूसी की है और उनके डाटा को चुराने की कोशिश की है जिसमें से कुछ लोगों ने व्हाट्सएप से शिकायत की थी और यह माना जा रहा है कि लगभग 100 सिविल सोसाइटी (Civil Society) के मेंबर से से प्रभावित हुए और यह संख्या और भी बढ़ सकती है ।

whatsapp अब सरकार के राडार पर आ गया है । सरकार ने इस मामले में whatsapp app को नोटिस जारी करते हुए whatsapp से जवाब मांगा है whatsapp द्वारा इस बारे में कहा गया था कि कुछ इंडियन जर्नलिस्ट और एक्टिविस्ट व्हाट्सएप के जरिए उन पर नजर रखी जा रही थी इस बारे में भारत सरकार की आईटी मिनिस्ट्री द्वारा whatsapp को एक लेटर लिखते हुए 4 नवंबर तक उनसे जवाब मांगा गया है व्हाट्सएप में यह नहीं बताया था स्किन फोन नंबरों पर टारगेट किया गया था जिन पर नजर रखी जा रही थी व्हाट्सएप फेसबुक द्वारा संचालित है और उसने यह बातें कहीं थीं।

Government officials और Politician थे निशाने पर

whatsapp में कहा था इजराइल की कंपनी NSO Group (NSO Group Technologies is an Israeli technology firm)द्वारा लोगों पर नजर रखी जा रही थी लगभग 1400 लोगों पर नजर रखी गई जिसमें कुछ डिप्लोमेट और पॉलिटिकल डिसिडेंट्स जन लिस्ट और सीनियर गवर्नमेंट के ऑफिशियल थे इस बारे में केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि इस बारे में प्रायवेसी जो सिटीजन ऑफ इंडिया के लोगों को दिया गया है इंडियन लोगों को पूरी तरीके से सुरक्षित रखा जाएगा और उनके प्राइवेसी को पूरी तरीके से सुरक्षित रखा जाएगा।

whatsapp द्वारा कहा गया कि मई के महीने में एक whatsapp app system को हैक करके लगभग 14 लोगों को मैसेज भेजे गए।

Whatsapp के इस समय लगभग 1.5 billion users हैं ।

Nso (NSO Group Technologies is an Israeli technology firm)जिस पर जासूसी का आरोप लगा है | NSO Group Technologies 2010 में बनाई गई थी जिसका Headquarter Israel meमें है उसने साफ कहा है कि वह केवल जो लाइसेंस सरकारी कंपनी से होती हैं उन्हीं को अपनी सेवाएं देता है और Terrorist Activity पर नजर रखने के लिए वह सेवा देता है।

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