शुभ दिन होने के बाद भी इस मुहूर्त में नही हो सकेगी शादी

शुभ दिन होने के बाद भी इस मुहूर्त में नही हो सकेगी शादी

एकादशी के बावजूद गृह प्रवेश भी नही हो सकेगा

धर्म डेस्क -देवउठनी एकादशी(ekadashi) के बाद सभी तरह के शुभ कार्य शुरू हो जाते हैं, लेकिन इस बार देव जागने के 18 दिन बाद भी कोई वैवाहिक तथा अन्य मांगलिक कार्यों (गृह प्रवेश) के लिए शुभ मुहूर्त नहीं है. दीपावली के बाद वर्ष पूर्ण होने में बचे लगभग दो माह में इस वर्ष विवाह के केवल 14 मुहूर्त हैं।

8 नवम्बर को देवउठनी एकादशी (Ekadashi) है, लेकिन 13 अक्टूबर से देवगुरु बृहस्पति पश्चिामास्त हैं जो कि देवउठनी एकादशी (ekadashi) के सात दिन बाद 7 नवंबर को पूर्व दिशा में उदित होंगे और आगामी तीन दिन बाल अवस्था में रहने के बाद 10 नवंबर को बालत्व निवृत्ति होगी। 16 नवंबर को सूर्य वृश्चिक राशि में प्रवेश करेगा। इन समस्त दोषों की निवृत्ति के पश्चात 19 नवंबर से शादियों की शुरुआत होगी।

पंडित दयानंद शास्त्री

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