PPF DHFL Scam -योगी सरकार के मंत्री पर दाऊद इब्राहिम और इकबाल मिर्ची से कनेक्शन का आरोप

PPF DHFL Scam -योगी सरकार के मंत्री पर दाऊद इब्राहिम और इकबाल मिर्ची से कनेक्शन का आरोप

कांग्रेस(INC) का आरोप दाऊद इब्राहिम और इकबाल मिर्ची से जुड़े लोगों को दिए गए काम

Lucknow -पावर कार्पोरेशन विभाग के कर्मचारियों की भविष्य निधि Public Provident Fund (PPF) के 2600 करोड़ रूपये एक डिफाल्टर कम्पनी डीएचएफएल(DHFL) को सौंपने पर उजागर मामले पर राष्ट्रीय महासचिव व उत्तर प्रदेश प्रभारी श्रीमती प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) के निर्देश पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री अजय कुमार लल्लू ने भाजपा और डीएचएफएल कंपनी की सांठ-गांठ पर कल प्रेस कांफ्रेन्स किया|

ऊर्जा मंत्री श्रीकान्त शर्मा (Srikant Sharma) की संलिप्तता को मीडिया के समक्ष रखा जिससे भाजपा और ऊर्जा मंत्री श्रीकान्त शर्मा अपनी चोरी पकड़े जाने पर आज प्रदेश अध्यक्ष श्री अजय कुमार लल्लू पर बेबुनियाद व्यक्तिगत आरोप लगाया जिस पर उ0प्र0 कांग्रेस ने कड़ी आपत्ति जताई एवं सैंकड़ों कांग्रेसजनों व बिजली विभाग के पीड़ित कर्मचारियों ने शक्तिभवन पर जाकर ऊर्जा मंत्री श्रीकान्त शर्मा का पुतला फूंककर विरोध दर्ज कराया और भाजपा सरकार से सात सवालों का जवाब मांगा है।

1. डीएचएफएल में निवेश का अनुमोदन कब हुआ? कब हस्ताक्षर किया गया? मार्च 2017 के बाद से दिसंबर 2018 तक किन-किन तारीखों में निवेश किया?
2. अब तक डीएचएफएल से हुए पत्राचार, डीएचएफएल की ओर से कौन लोग बात कर रहे थे? सार्वजनिक किया जाए?
3. आखिर भाजपा को सबसे ज्यादा व्यक्तिगत चंदा देने वाले वधावन की निजी कंपनी डीएचएफएल को ही नियमों को ताक पर रखते हुए कर्मचारियों की जीवन की पूंजी क्यों सौंपी गई?
4. क्या माननीय मंत्री जी के विभाग में हजारों करोड़ रूपये के संदिग्ध सौदे छोटे स्तर के अधिकारी कर लेे हैं और उन्हें खबर नहीं होती?सरकार के खजाने को यूंही बेपरवाही से लुटवाते हैं मंत्री जी?
5. गरीब जनता की बिजली कुछ सौ और हजार रूपये के बकाया पर कटवा देने वाले मंत्री जी विभाग के खजाने से हजारों करोड़ रूपये देशद्रोहियों दाऊद इब्राहिम और इकबाल मिर्ची से जुड़ी कंपनियों को देते हैं?
6. डीएचएफएल की ओर से डील करने वाला अमित प्रकाश अभी तक क्यों नहीं पकड़ा जा रहा है? यह अमित प्रकाश ऊर्जा मंत्री जी से या उनके रिश्तेदारों से कब-कब मिला?
7. ईओडब्लू ने अभी तक विजिटर बुक क्यों नहीं सील की? क्या मुलाकातियों की सूची में हेराफेरी की जा रही है?

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