Aradhya सौम्य और शांत है लेकिन कुंडली बताती है गुस्सा हुई तो घुटने टिका देगी

Aradhya सौम्य और शांत है लेकिन कुंडली बताती है गुस्सा हुई तो घुटने टिका देगी

क्या कहती हैं 16 नवम्बर 2011 को जन्मी आराध्या की जन्म कुण्डली---

अमिताभ बच्चन की लाडली पोती आराध्या बच्चन आज 8 साल की हो गई हैं। ऐश्वर्या राय बच्चन और अभिषेक बच्चन की बेटी आराध्या का जन्म 16 नवंबर 2011 को सुबह लगभग 5 बजे मुंबई में हुआ था।
तुला लग्न वाली आराध्या की जन्म कुंडली में शनि योग कारक ग्रह होकर लग्न में सूर्य के साथ स्थित हैं। शनि और पिता के कारक ग्रह सूर्य की युति तथा पिता के नवम भाव में केमद्रुम योग में पड़े कमजोर चन्द्रमा (मिथुन राशि में) के कारण उनके जन्म के बाद पिता अभिषेक बच्चन के करियर में संघर्ष ज्योतिषीय दृष्टिकोण से स्पष्ट है।यहां शनि 0 डिग्री (चित्रा नक्षत्र) एवम सूर्य 29 डिग्री (विशाखा नक्षत्र) में स्थित हैं।
आराध्या बुद्धि और सौन्दर्य का उत्तम उदाहरण होगी। जहां वह शांत और सौम्य स्वभाव की होगी तो वही जिद, हठ पर उतर जाने पर अच्छे-अच्छे को अपने सामने घुटने टेकने पर मजबूर कर देगी।
वह मानसिक और शारीरिक दोनों रूप से सक्रिय रहेगी| कल्पना करेगी और अपनी कल्पना को हकीकत में बदलना उन्हें बखूबी आयेगा। बड़े सपने देखना और उसको पूरा करने के लिये उतनी ही मेहनत करने में माहिर रहेगी। उन्हें नए नए कार्य करने में ही रूचि रहेगी। उल्लखनीय हैं कि अपनी माँ ऎश्वर्या की तरह आराध्या मांगलिक नही हैं।
ज्योतिषाचार्य पंडित दयानन्द शास्त्री जी ने बताया कि विगत 28 जून 2019 से शुरू हो हुई शनि की दशा ( 19 वर्ष की समयावधि हेतु)आराध्या के लिए शुभ होगी। जो 2038 तक चलेगी।
इस जन्मदिन(Aradhya Birthday) पर उनकी जन्मकुंडली में शनि की महादशा में शनि की अंतर्दशा ओर शनि का प्रत्यंतर्दशा चल रही हैं।(19 दिसम्बर 2019 तक)
उनकी कुंडली की स्थिति अनुसार पंचमेश और चतुर्थेश शनि की महादशा में उनकी माता ऐश्वर्या राय फिल्म निर्माण के क्षेत्र में उतर सकती हैं।
भविष्य में आराध्या की कुंडली में भी फिल्म निर्माण और लेखन के उत्तम एवम प्रबल योग बन रहे हैं।
पण्डित दयानन्द शास्त्री जी ने बताया कि उनकी कुंडली पंचमेश शनि लाभेश सूर्य से युत होकर तीसरे घर के स्वामी ग्रह गुरु से दृष्ट हैं जो लेखन कार्य और फिल्म निर्माण का अच्छा योग है। कहीं कुछ धीमा सफ़र और उतार-चढ़ाव के चलते वो एक एक्‍ट्रेस के तौर पर बहुत अच्छे मुकाम पर पहुचेंगी। निर्मात्री के रूप में भी वो बहुत सफल रहेंगी।
दूसरे भाव मे वृश्चिक राशि मे बुध, शुक्र और राहु (ज्येष्ठा नक्षत्र 2सरे चरण में) स्थित हैं।
वैदिक ज्योतिष में तीसरा भाव या घर कलात्मकता का तथा पांचवा घर लेखन और अभिव्यक्ति से सम्बन्ध रखता है।
इन भावों के स्वामियों का आराध्या की कुंडली में योग उनके फिल्म निर्माण और लेखन के क्षेत्र में जाने की संभावना को बल दे रहा है।
ज्योतिषाचार्य पण्डित दयानन्द शास्त्री जी ने बताया कि आराध्या बच्चन की जन्म कुंडली में महत्वपूर्ण योग यह हैं कि नीच का बलहीन सूर्य उनको भविष्य में शायद ही राजनीति में कोई रुचि उतपन्न होने दें। इसके साथ ही दशमेश चन्द्रमा के अकेला पड़ जाने से केमद्रुम योग बना रहा हैं जो राजनीति में व्यक्ति की अरुचि दिखता है। साथ ही लग्न का शनि चन्द्र से दृष्ट होकर विष योग भी बना रहा हैं, ऐसे में भविष्य में आराध्या के राजनीति में आने की संभावना कहीं से दिखाई नही देती है। यहां चन्द्रमा (पुर्नवसु नक्षत्र में 26 डिग्री का) स्थित हैं।
उनकी नवमांश कुंडली वृश्चिक लहन की बनती हैं।जिसमे त्रयीय भाव मे मकर राशि में शुक्र,बुध और राहु स्थित हैं। अष्टम भाव मे सूर्य, चन्द्र,गुरु एवम मंगल, मिथुन राशि मे स्थित हैं।शनि, तुला राशि में स्थित होकर 12वें भाव मे बैठे हैं।
उनके करियर में तीन क्षेत्रों में आगे बढ़ने की प्रबल संभावनाये है। अपनी पारी की शुरुआत वह एक लेखिका, निर्मात्री या अभिनेत्री के रूप में ही करेगी। बहुत संभावना है कि फ़िल्मी दुनिया में एक अभिनेत्री के रूप में उनका आगमन शनि की महादशा में मंगल की अंतर्दशा (वर्ष 2031-2032) में, जब वो 19-20 वर्ष की होगी में संभावना बनाता हैं।।
आराध्या को भगवान श्री गणेश और कार्तिकेय की उपासना से लाभ होगा इसके साथ ही इनको भगवान शिव तथा भैरो उपासना करनी चाहिए।
इनके लिए गाय को पालक और उड़द का दान करना शुभ रहेगा। नीला और हरा इनके लिए शुभ रंग है।

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