तकनीकी से ही है प्रदूषण नियंत्रण संभव -President Ramnath Kovind
आईआईटी कानपुर(Kanpur) देश के सबसे पुराने आइआइटी में एक है-राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद(Ramnath kovind)
कानपुर (Kanpur) State News उत्तर प्रदेश के कानपुर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद अपने दो दिवसीय दौरे पर कानपुर पहुंच गए है।42 मिनट देरी से चकेरी एयरपोर्ट पर उतरने के बाद कानपुर के पनकी स्थित पीएसआइटी में आयोजित अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेस में शामिल होने बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे।
यहां पर बांग्लादेश,ओमान,सिंगापुर समेत अन्य देशों से शिक्षाविद व वैज्ञानिक व्याख्यान दिया।
इस दौरान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद(Ramnath kovind) ने पीएसआईटी कॉलेज में रीसेंट एडवांसमेंट इन कंप्यूटर साइंस कम्युनिकेशन एंड इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी विषय पर हुई इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस में कहा कि आईआईटी कानपुर (IIT Kanpur) देश के सबसे पुराने आइआइटी में एक है। ऐसे संस्थान प्रदूषण व जलवायु परिवर्तन के कारण होने वाली समस्याओं का समाधान तलाश रहे हैं। कपड़ा व चर्म उद्योग में विश्व स्त्री पहचान बनाने वाला कानपुर आज तक तकनीकी के साथ प्रदूषण में भी बढ़ा है।
तकनीकी(technology) के नुकसान व फायदे दोनों हैं। उन्होंने कहा कि प्रदूषण(Pollution) बढ़ाने में भी कहीं ना कहीं तकनीकी की भूमिका भी रहती है। इसका समाधान भी तकनीकी निकाला जा सकता है।आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग व इंटरनेट ऑफ थिंग्सथैंक्स ने जहां काम को आसान व पारदर्शी बनाया है वही कामकाजी मनुष्य की जरूरत भी कब हुई है।
अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस में इन समस्याओं पर और सारे पहलू पर मंथन किया जाना चाहिए और विराम वैज्ञानिक शिक्षाविद व शोधार्थी व शोधार्थी मिलकर इसका समाधान तलाश सकते हैं।
आज खुशी की बात है कि महान वैज्ञानिक जगदीश चंद्र बोस का जन्मदिन भी है। इस मौके पर राच्यपाल आनंदीबेन पटेल, प्रोफेसर विनय कुमार के साथ शिक्षाविद प्रोफेसर मौजूद रहे।बताते चले दो दिवसीय दौरे पर आए राष्ट्रपति देर रात कानपुर के सर्किट हाउस में रात्रि विश्राम करेंगे।