Hemant Soren बनने वाले थे इंजीनियर ,कुंडली ने बना दिया झारखंड का सीएम

Hemant Soren बनने वाले थे इंजीनियर ,कुंडली ने बना दिया झारखंड का सीएम

जाने और समझें क्या कहती हैं झारखण्ड के नए मुख्यमंत्री "हेमन्त सोरेन" (Hemant Soren) की जन्म कुंडली(Janm kundali)--

हेमंत सोरेन(Hemant Soren) का जन्म 10 अगस्त 1975 को रामगढ़ (झारखण्ड) में हुआ था और बोकारो से प्रारंभिक शिक्षा ग्रहण करने के बाद पटना विश्वविद्यालय से 1994 में उन्होंने इंटर पास किया था।
उनकी मां "रूपी सोरेन" उन्हें इंजीनियर बनाना चाहती थीं, लेकिन उनके भाग्य में कुछ और ही लिखा था। हेमंत ने 12वीं तक ही पढ़ाई की और फिर इंजीनियरिंग में दाखिला तो लिया मगर बीच में ही पढ़ाई छोड़ दी।

उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पंडित दयानन्द शास्त्री जी ने बताया कि हेमंत सोरेन(Hemant Soren) ने (रविवार) 29 दिसंबर को दोपहर 2 बजकर 20 मिनट पर झारखंड के नए सीएम पद की शपथ ली हैं। हेमंत सोरेन की कुंडली में चल रही शुभ ग्रह गुरु की शानदार दशा उनके कार्यकाल में कुछ बड़ी राजनीतिक सफलता दिलाएगी।

नाम: हेमंत सोरेन(Hemant Soren)
जन्म तिथि: Aug 10, 1975
जन्म समय: 12:0:0
जन्म स्थान: Ramgarh
रेखांश: 85 E 32
अक्षांश: 23 N 37
टाइम ज़ोन: 5.5
सूचना स्रोत: Dirty Data
(उपरोक्त विवरण गूगल Google से साभार) ...

हेमन्त सोरेन (Hemant Soren)जन्म कुंडली भाव में बैठे शुभ ग्रह गुरु की महादशा में केतु का अंतर चल रहा है जो कि संघर्ष के स्थान यानी छठे भाव में पंचमेश मंगल के साथ स्थित हैं। केतु की अन्तर्दशा हेमंत सोरेन की कुंडली में 10 महीने तक चलेगी बाद में नवम भाव में बैठे लाभेश शुक्र की दशा में उनकी सरकार की लोकप्रियता में इजाफा होगा।

हेमंत सोरेन(Hemant Soren) की कुंडली में गुरु वर्गोत्तम है और शुक्र पर कारक ग्रह मंगल की दृष्टि है इस कारण से विवादों के बावजूद उनकी सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी।

हेमंत सोरेन(Hemant Soren) के पिता शीबू सोरेन स्वयं तीन बार गठबंधन सरकार में अल्प समय के लिए मुख्यमंत्री रहे किन्तु हर बार वह कोई विशेष उपलब्धि हासिल करने में विफल रहे। हेमंत सोरेन की कुंडली में चल रही शुभ ग्रह गुरु की शानदार दशा उनके कार्यकाल में कुछ बड़ी राजनीतिक सफलता मिलने के ज्योतिषीय संकेत दे रही है।

पण्डित दयानन्द शास्त्री जी ने बताया कि हेमंत सोरेन(Hemant Soren) की गूगल पर उपलब्ध कुंडली तुला लग्न और कन्या राशि और इनकी कुंडली में मंगल वृषभ राशि का होकर आठवें घर में बैठा हुआ है। और उनकी जन्म समय में शनि और सूर्य कर्क राशि में है और इनकी कुंडली के अनुसार 29 दिसम्बर 2019 (सोमवार) को मंगल की स्थिति शुभ मुहूर्त के अनुसार उस समय मंगल का होरा दोपहर 13:08 से दोपहर 14:08 तक था। और चौघड़िया भी शुभ का है इनकी कुंडली में मंगल अच्छा होने के कारण इनको वर्षभर सारी सुख सुविधाएं मिलेंगी।

यही कारण है कि इन्होंने अपने शपथ ग्रहण समारोह का समय दोपहर में 14 बजकर 05 मिनट रखा और अगर झारखंड की स्थापना कुंडली को देखें तो यह समय भी बहुत शुभ है।

हेमंत सोरेन(Hemant Soren) की शपथ ग्रहण कुंडली और जन्म कुंडली के योगों से पता चलता है कि झारखंड की नई सरकार का जल, जंगल, जमीन और महिलाओं के कल्याण पर जोर रहेगा।हेमंत सोरेन की वृषभ लग्न की शपथ ग्रहण कुंडली में स्त्री और जल तत्व प्रधान ग्रहों चन्द्रमा और शुक्र की युति इस बात का स्पष्ट ज्योतिषीय संकेत है कि इनकी सरकार तुरंत राज्य के आदिवासियों के जल, जंगल और जमीन से जुड़े हितों के संरक्षण और विकास के लिए कोई कानून ला सकती है।

नेतृत्व के मोर्चे पर, वह अपनी दक्षता साबित करेंगे। जो उनकी पार्टी और स्वयं मतदाताओं के बीच उनकी सार्वजनिक छवि को बढ़ाएगा। वह राज्य के साथ-साथ केंद्रीय राजनीति में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
कुल मिलाकर, वह अपने भाषण और सामाजिक कार्यों से आकर्षण फैला सकते हैं। मतदाताओं को खुश करने का उनका तरीका और दृष्टिकोण शायद उन्हें इन चुनाव में लाभ उठाने में मदद किया है।

हेमंत सोरेन(Hemant Soren) ने कांग्रेस और आरजेडी के साथ झारखंड चुनाव के लिए इस बार महागठबंधन बनाया था, जो सफल होता दिखाई दे रहा है।

राजनीति में पदार्पण : -- वर्ष 2003 में उन्होंने छात्र राजनीति में कदम रखा। इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। 2003 में राजनीति में पदार्पण करते हुए वे झारखंड छात्र मोर्चा के अध्यक्ष बने। उन्होंने पिता शिबू सोरेन को केन्द्र की सरकार में शामिल होते, झारखंड में तीन बार मुख्यमंत्री बनते तथा पद से उतरते देखा। इससे हेमंत सोरेन का राजनीतिक अनुभव मजबूत हुआ।

कैसे बने मुख्यमंत्री : हेमंत 24 जून 2009 से 4 जनवरी 2010 तक राज्यसभा सांसद भी रहे और फिर पहली बार 23 दिसंबर 2009 को दुमका से वर्तमान विधानसभा के लिए विधायक चुने गए। 11 सितंबर 2010 को राज्य में अर्जुन मुंडा के नेतृत्व में बनी सरकार में हेमंत को उपमुख्यमंत्री का पद मिला।

हालांकि जनवरी 2013 को झामुमो की समर्थन वापसी के चलते बीजेपी के नेतृत्व वाली अर्जुन मुंडा की गठबंधन सरकार गिरी थी। 13 जुलाई 2013 को हेमंत सोरेन ने झारखंड के 9वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की।

2014 में हारे थे चुनाव : 2014 के विधानसभा चुनाव में हेमंत सोरेन को झटका लगा था, दुमका सीट से बीजेपी लुईस मरांडी के हाथों उन्हें शिकस्त मिली थी, लेकिन हेमंत सोरेन बरहेट से जीत दर्ज करने में कामयाब रहे थे।

हेमंत सोरेन(Hemant Soren) ने दूसरी बार राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपत ग्रहण ली तब सभी ग्रह तीन राशियों में रहकर शूल योग का निर्माण कर रहे थे। यह दूसरी बार है जब हेमंत सोरेन राज्य के मुख्यमंत्री पद का दायित्व संभालने जा रहे हैं। झारखण्ड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस के गठबंधन की सरकारें राज्य में पहले भी रही हैं लेकिन वह अपना कार्यकाल पूरा करने में कभी सफल नहीं हुई।

ज्योतिषाचार्य पण्डित दयानन्द शास्त्री जी के अनुसार हेमंत सोरेन की शपथ ग्रहण कुंडली और जन्म कुंडली के योगों को देखने से पता चलता है कि झारखण्ड की नयी सरकार प्रदेश की जनता की लिए क्या करने जा रही है। चंद्र-शुक्र की युति से यह मालूम होता है कि इनकी सरकार में जल, जंगल, जमीन और महिलाओं के कल्याण पर जोर रहेगा।

हेमन्त सोरेन(Hemant Soren) की पारिवारिक पृष्ठभूमि---

उनके दो बेटे हैं, उनका नाम निखिल और अंश हैं। जबकि उनकी पत्नी कल्पना सोरेन निजी स्कूल का संचालन करती हैं।
हेमंत सोरेन(Hemant Soren) झारखंड की राजनीति में बड़ा नाम हैं। वे झारखंड के कद्दावर नेताओं में माने जाते हैं। हेमंत सोरेन दुमका और बरहेट सीट 2019 के चुनाव में मैदान में हैं।

लेखक के रूप में प्रेमचंद को पसंद करने वाले हेमंत सोरेन नए युग की टेक्नोलॉजी को पसंद करते हैं और नेट सर्फिंग करना उन्हें अच्छा लगता है।

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