भगवान विष्णु द्वारा निर्मित इस मंदिर में बिना दर्शन के नहीं मिलेगी भगवान् राम की कृपा

भगवान विष्णु द्वारा निर्मित इस मंदिर में बिना दर्शन के नहीं मिलेगी भगवान् राम की कृपा

Jyotish Desk -श्री धर्महरि चित्रगुप्त मंदिर अयोध्या(Ayodhya) के बारे में मान्यता है की इस मंदिर में दर्शन के बाद ही अयोध्या दर्शन करने वालों की मनौती पूरी होती है |चित्रगुप्त महराज (Chitrgupt Mahraj)को धर्मराज कहा गया है और ब्रम्हांड के रचयिता ब्रम्हा जी द्वारा धर्महरि को न्याय व्यवस्था के लिए अधिकृत किया जब उनके द्वारा कहा गया कि इतने लोगों के कर्मों का सञ्चालन करने के लिए ब्रम्हा जी से मांग की जिसके बाद ब्रम्हा जी द्वारा तपस्या की गई और भगवान चित्रगुप्त उनकी काया से उत्पन्न हुए और उनका नामकरण चित्रगुप्त किया गया |

इस मंदिर की स्थापना विष्णु भगवान् के द्वारा की गई थी और इस मंदिर में यमराज की भी मूर्ति है |
मन्दिर श्री धर्महरी मंदिर श्री चित्रगुप्त मंदिर , अयोध्या , फैज़ाबाद , सरयू तट के निकट मोहल्ला डेरा बीबी अयोध्या में स्थित है। मान्यता है कि विष्णु भगवान द्वारा स्थापित आठ मन्दिरों में से एक है। इसका वर्णन अयोध्या महात्म्य तथा शास्त्रों में भी मिलता है। सन 990 ई० यमद्वितीया को इस मन्दिर के श्री चित्रगुप्त वंशीय बाबा नरसिंह जी ने क्रय किया था। अयोध्या महात्म्य में वर्णित है कि सरयू स्नान के बाद श्री धर्महरी श्री चित्रगुप्त भगवान के दर्शन करना आवश्यक है अन्यथा अयोध्या तीर्थ एवं सरयू स्नान का पुण्य नहीं प्राप्त होता है।

विवाह के बाद भगवान् राम ने किया था धर्महरि का दर्शन

इस मंदिर में भगवान राम माता जानकी को विवाह करके लाने के समय अपने महल में जाने से पहले यहाँ पूजा अर्चना की थी और श्री लंका विजय के बाद लौटते समय अपने महल में जाने से पहले पूजा की थी | यहाँ भैया दूज के दिन सभी जाती बिरादरी के लोग आते हैं | आपसे निवेदन है की इस मंदिर का भव्य रूप में जीर्णोद्धार करने में मदद की कृपा करें |

यह मंदिर काफी दिनों तक उपेक्षित रहा और अब इस मंदिर का जीर्णोद्धार कराया जा रहा है | वर्तमान पुजारी द्वारा लगभग 20 वर्षों से लगातार इस मंदिर की सेवा की जा रही है और उसके बाद अब सोसायटी के लोगों द्वारा इस मंदिर का जीर्णोद्धार कराया जा रहा है |

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