Holi 2020 पर बन रहा है गजकेसरी योग ,तीन गुना मिलेगा लाभ विधि से पूजा करने पर

Holi 2020 पर बन रहा है गजकेसरी योग ,तीन गुना मिलेगा लाभ विधि से पूजा करने पर

गजकेसरी योग करा सकता है सत्ता परिवर्तन

Jyotish Desk - होली 2020 (Holi 2020) के पावन पर्व पर्व बन रहा विशेष त्रिपुष्कर एवम गजकेसरी योग---किसी राज्य में सत्ता परिवर्तन या तख्ता पलट की बनेगी स्थितियां---

इस बार होली 9 मार्च 2020 (Holi Day )सोमवार के दिन है उस दिन चंद्रमा का प्रभुत्व विशेष रहता है सोमवार को शिव का भी विशेष दिन माना गया है कुछ खास योग उस दिन को और विशेष बनाते हैं ।
इस बार होली 2020 पर बन रहा विशेष त्रिपुष्कर एवं गजकेसरी योग- जोकि बहुत शुभ योग होने से इस बार होली नवरंग होली रंगों की बहार लेकर आई है
त्रिपुष्कर एवं गजकेसरी योग बन रहे हैं होली पर..
✍️होलिका भद्रा रहित होने और दो शुभ योग(त्रिपुष्कर, गजकेसरी) बनने से इसका प्रभाव भारत के राजनैतिक, आर्थिक स्थिति पर भी पड़ने की संभावना है
✍️बड़े किसी मामले का भंडाफोड़ हो सकता है जिसमें कुछ लोकप्रिय लोगों के नाम इसमें आ सकते हैं।
इसके अलावा किसी बड़े राज्य में सत्ता परिवर्तन सम्भव या तख्तापलट की संभावना लगती है।
✍️पंडित दयानन्द शास्त्री जी बताते है की फाल्गुन मास की पूर्णिमा यानी कि होली के दिन किए गए उपाय बहुत ही जल्दी शुभ फल प्रदान करते हैं।
✍️इस वर्ष 2020 में होलिका दहन अत्यंत शुभ योग में है। अक्सर होलिका वाले दिन दहन के समय भद्रा होने से मुहूर्त में बड़ी परेशानी रहती थी। परंतु इस बार ऐसा नहीं है बल्कि इस बार भद्रा रहित, ध्वज एवं गज केसरी योग बन रहा है। त्रिपुष्कर योग 10 मार्च 2020 को बना रहेगा।
✍️इस योग में भवन, वाहन, सोना-चांदी के आभूषण या कोई कीमती वस्तु का सुख प्राप्त हो सकता है।
✍️9 मार्च 2020 को सोमवार व पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र होने से इस दौरान ध्वज योग रहेगा, जो यश-कीर्ति व विजय प्रदान करने वाला होता है। वहीं सोमवार को पूर्णिमा तिथि होने से चंद्रमा का प्रभाव ज्यादा रहेगा। क्योंकि वैदिक ज्योतिष के अनुसार सोमवार को चंद्रमा का दिन माना जाता है। इसके साथ ही स्वराशि स्थित बृहस्पति की दृष्टि चंद्रमा पर रहेगी। जिससे गजकेसरी योग का प्रभाव रहेगा। तिथि-नक्षत्र और ग्रहों की विशेष स्थिति में होलिका दहन पर रोग, शोक और दोष का नाश तो होगा ही, शत्रुओं पर भी विजय मिलेगी। इस दिन की गई शिव पूजा अत्यंत शुभ फल प्रदान करने वाली होगी
✍️ज्योतिषाचार्य पण्डित दयानन्द शास्त्री जी ने बताया की इस योग में किया गया कार्य तीन बार होता है और वस्तु का लाभ भी तिगुना मिलता है। इसके अलावा इस बार होली पर गज केसरी योग भी बन रहा है। गज यानि हाथी, केसरी यानि शेर, हाथी और शेर का संबंध यानि राजसी सुख। गज को गणेश जी का रूप माना जाता है।
इस योग का फलभाव, राशि, नक्षत्र और गुरु की पोजीशन के आधार पर मिलता है। जब गुरु व चंद्र बलवती होकर गजकेसरी योग बनाते हैं। इस बार होली पर त्रिपुष्कर और गजकेसरी योग मिलकर जातक की बहुत सी मनोकामना को पूरा करेंगे।
✍️इस वर्ष की होलीका दहन के फलस्वरूप भारत के व्यापार जगत में लाभ होगा और गजकेसरी योग व्यापार जगत में मंदी को दूर करेगा। इसके अलावा भारत की प्रभाव राशि मकर है। भारत सरकार के लिए आगे अच्छी योजना बनेगी, शिक्षा के क्षेत्र में बड़ा बदलाव आएगा। रोजगार की नई योजना बनेगी। इसके साथ ही भ्रष्टाचार पर रोकथाम लगेगी, महंगाई पर भी नियंत्रण लगेगा।सभी राज्यों के शिक्षा, स्वास्थ्य, प्रशासन विभागों में तरक्की होगी।
इस वर्ष होलिका दहन संपूर्ण भारत के लिए शुभ है। विश्वस्तर में भारत तरक्की करेगा और जीडीपी में भी वृद्धि के आसार हैं।
भ्रष्टाचार पर रोकथाम लगेगी, महंगाई पर भी नियंत्रण लगेगा। परंतु पेट्रोल और डीजल की मूल्य वृ्द्धि होगी, खाद्य पदार्थों के दामों में तेजी आएगी। साथ ही सीमा क्षेत्र पर आतंकी घटनाएं घटेंगी, लेकिन सरकार द्वारा किए गए प्रयास से इन घटनाओं पर लगाम लगेगी। इस वर्ष होलिका दहन संपूर्ण भारत के लिए शुभ है।
विश्व स्तर में भारत तरक्की करेगा। साथ ही सभी राज्यों के शिक्षा, स्वास्थ्य, प्रशासन विभागों में तरक्की होगी।
पंडित दयानंद शास्त्री

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