तरुण चेतना द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का आयोजन

तरुण चेतना द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का आयोजन

आत्मनिर्भर बनकर व्यसाय जगत में अपना परचम लहराएँ महिलाएं- समीम

कृषि के क्षेत्र में रोजगार अपनाकर उद्यमी बनें महिलाएं- शकुंतला

पट्टी (प्रतापगढ़) तहसील क्षेत्र के ग्राम पंचायत बहुता में तरुण चेतना संस्थान द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर महिलाओं के सम्मान में नारी संघ के सहयोग से महिला अधिकार सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के पी एल बी मोहम्मद शमीम ने महिला दिवस पर प्रकाश डालते हुए कहा कि प्रत्येक वर्ष आठ मार्च को यह महिलाओं के प्रति सम्मान एवं उत्सव के तौर पर पूरे विश्व में मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि महिलाएं किसी से कम नहीं है बशर्ते इनको भी आगे बढ़ने का मौका मिलना चाहिए. आज महिलाओं को व्यसाय जगत में भी अपना परचम लहराणे की जरुरत है, ताकि वे किसी के ऊपर निर्भर न रहें. इसी क्रम में कृषि सहायक तकनीकी प्रबंधक- सुभाषचंद्र चंद्र अपने उद्बोधन में कहा कि महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से कम नहीं है जबकि कृषि के क्षेत्र में महिलाएं पुरुषों से भी आगे हैं क्योंकि खेती का 75% कार्य तो महिलाएं ही करती है।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही ग्राम प्रधान समशुल निशा ने महिलाओं का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि आज बेटियां हर क्षेत्र में बेटों से आगे नजर आ रही हैं। सरकार द्वारा बेटियों की पढ़ाई से लेकर ना सिर्फ उनकी शादी बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए तमाम योजनाएं सरकार द्वारा संचालित किया जा रहा है। ताकि बेटियां आगे बढ़ सके। नारी संघ की लीडर शकुंतला देवी ने कहां की बहुता में संस्था द्वारा कृषक चेतना संसाधन केंद्र खोला गया है। जिसका संचालन महिला करती हैं। महिला ही असली किसान है. महिलाएं कृषि के क्षेत्र में रोजगार अपनाकर उद्यमी बने यह आगे बढ़ने के लिए एक बेहतर विकल्प है। इसी क्रम में हेड कांस्टेबल कन्हैयालाल ने कहा कि शोषण व उत्पीड़न के खिलाफ महिलाओं को आवाज उठानी चाहिए, पुलिस महिलाओं के अधिकार दिलाने के लिए सदैव तत्पर है। उन्होंने ने कहा कि महिलाओं के सहयोग के बिना किसी लक्ष्य की प्राप्ति करना संभव नहीं है। चाइल्डलाइन के सदस्य हकीम अंसारी ने महिला अधिकार पर प्रकाश डालते हुए कहा कि नारी शक्ति का महत्व प्राचीन से ही चला आ रहा है प्रत्येक महिला को अपनी शक्ति को पहचानना होगा तभी अपने अधिकारों की लड़ाई में सफल होंगी, इसके लिए पुरुषों को अपनी मानसिकता बदलनी होगी. मैसवा मैन हकीम ने कहा कि महिलाओं को मुश्किल घड़ी में अपना धैर्य नहीं खोना चाहिए, उन्हें मजबूत इरादों के साथ अपना अधिकार लेने के लिए आगे आना होगा। कार्यक्रम का संचालन जिला तम्बाकू नियंत्रण प्रभारी संतोष कुमार चतुर्वेदी ने किया। इस अवसर पर कांस्टेबल विनय पटेल, वीरेंद्र यादव,व प्रधान पति वाहिद अंसारी ने भी अपने विचार व्यक्त किए इस कार्यक्रम मे मुजम्मिल हुसेन, शकिलुन्निशा, बिन्दु सरोज, आरती देवी, नीरज देवी, राकेश गिरी, संजय मौर्या, कलावती, शफीक अहमद, आदि लोग उपस्थित रहे।

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