इतिहास एवं पुरातत्व शोध संस्थान हिमाचल की कमान नंदिता बाली को

इतिहास एवं पुरातत्व शोध संस्थान हिमाचल की कमान नंदिता बाली को

इतिहास एवं पुरातत्व शोध संस्थान हिमाचल की कमान नंदिता बाली को
सत्यदेव शर्मा सहोड़
बददी(सोलन)। बददी-बरोटीवाला-नालागढ़ (बीबीएन) की बहुमुखी प्रतिभा की धनी नंदिता बाली को मध्य प्रदेश के इतिहास एवं पुरातत्व शोध संस्थान की हिमाचल की अध्यक्ष नियुक्त किया है। इनकी उत्कृष्ट सेवाओं को पहचानते हुए इतिहास एवं पुरातत्व शोध संस्थान के संस्थापक वीरेंद्र सिंह गहरवार ने उन्हें हिमाचल की कमान सौंपी है। इससे पहले संस्थान नंदिता बाली को द्वारा ‘राष्ट्रीय साहित्य प्रसार भूषण विद्श्री’ सम्मान से सम्मानित किया जा चुका है। बाली को यह सम्मान हिंदी भाषा, साहित्य, इतिहास, धर्म, संस्कृति, पत्रकारिता, समाजसेवा और पारस्परिक सौहाद्र बढ़ाने में प्रशंसनीय योगदान के लिए दिया गया।

नंदिता बाली द्वारा पुलवामा के शहीदों के संदर्भ में उनकी कविता ‘कैसे खेली होली’ को पुरस्कृत किया गया है। इसकी वार्षिक पत्रिका ‘गंगोत्री’ में इनकी कविता को स्थान दिया गया है। पिछले कई वर्षों से नंदिता बाली अपनी लेखनी द्वारा बीबीएन व हिमाचल प्रदेश को गौरवांवित करती रही है। हिंदी प्रवक्ता पद से सेवानिवृत होने के पश्चात भी इन्होंने अपनी साहित्यिक सेवाएं जारी रखी है। इनकी पुस्तक ‘कारगिल के हिमाचली शहीद’ का भव्य विमोचन हुआ व इस पुस्तक को बहुत पसंद किया गया। भारतीय सेना तत्कालीन प्रमुख विपिन रावत ने इनकी पुस्तक की सराहना की।

नंदिता बाली ने कहा कि उन्हें जो जिम्मेवारी सौंपी गई है, वह उस पर खरा उतरने का प्रयास करेंगी। हिमाचल प्रदेश में साहित्यिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए अधिक से अधिक प्रयास किए जाएंगे। बाली ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के कोने-कोने से युवा तथा प्रतिभावान साहित्यकारों को तलाश कर उन्हें उचित मंच प्रदान करने का प्रयास मेरी प्राथमिकता में रहेगा।

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