गुरु वशिष्ठ तपोस्थली का हुआ जीर्णोद्धार सांसद कैसरगंज ने किया रूद्राभिषेक

गुरु वशिष्ठ तपोस्थली का हुआ जीर्णोद्धार सांसद कैसरगंज ने किया रूद्राभिषेक

State News Gonda गोण्डा :बतौर सांसद कैसरगंज के कर कमलों से गोनार्द्ध की धरती पर मठिया चंदापुर में सैकड़ो वर्षो पुरानी ऐतिहासिक पौराणिक गुरुवशिष्ठ की तपोस्थली श्री चंद्रेश्वर महादेव मंदिर का भव्य जीर्णोद्धारकर रुद्राभिषेक , वृक्षारोपण कर मंदिर का भव्य सौंदर्यकरण कराने का आवश्वासन.....
गोनार्द्ध की पावन भूमि धरती पर स्थित गुरु वशिष्ठ जी की तपोस्थली आश्रम पर स्थित श्री महादेव चंदेश्वरनाथ मंदिर का जीर्णोद्धार बतौर मा कैसरगंज सांसद श्री बृजभूषण शरण सिंह जी के द्वारा किया गया।

मंदिर का भव्य स्वरूप प्रदान कर आज रुद्राभिषेक एवं पूजन करके सभी के कुशल मंगल की कामना कर के शिव जी से आशीर्वाद प्राप्त किया। गोण्डा के ग्रामसभा चंदापुर में स्थित यह ऐतिहासिक एवं पौराणिक स्थल गुरु वशिष्ट जी के आश्रम पर भगवान राम के बाल स्वरूप का दर्शन करने के लिए शंकर जी एवं पार्वती जी यहां पर योगी रूप में आए और यहीं से दर्शन के लिए अयोध्या जी के दर्शन करने के पश्चात लौटकर वशिष्ट जी के आश्रम पर रुके ।

जाते समय कहा माता पार्वती जी ने शंकर जी से कहा कि स्वामी जाते-जाते कुछ निशानी यहां पर देते चले तब शिवजी ने कहा कि आपकी इच्छा अवश्य पूरी होगी । उसी समय पार्वती जी ने गंगा जी को याद किया और शिव जी ने अपना त्रिशूल फेंका। धरती में जहां तिरसूल लगा उस स्थान पर चंद्र फट गया उसकी गहराई आज भी इतनी है कि कभी उस स्थान पर पानी कम नहीं होता और उधर पार्वती जी के आह्वान पर पर्वती झील का निर्माण हुआ जो कि ओम के आकार की है गुरु वशिष्ट जी की तपोस्थली आश्रम पर ही महाराज दशरथ जी ने श्री महादेव चंदेश्वर नाथ की स्थापना किया तब से पार्वती झील के तट पर स्थित ऐतिहासिक स्थल जीवंत है।

पर्वती झील के तट पर स्थित श्री महादेव चंद्र ईश्वर नाथ जी के मंदिर के महंत स्वर्गीय बाबा भवहरण वन के बारे में आज भी लोग बताते हैं कि वह खड़ाऊं पहन कर पर्वती झील को पैदल पार कर जाते थे अंगिरा ऋषि की तपोस्थली अरंगा झील के पास में ही श्री भर्तहरि नाथ जी के जो गोरक्षनाथ पीठ के शिष्य थे उन्होंने यहां पर तब तपस्या किया। उनके तपोस्थली को वर्तमान में भितरी के नाम से जाना जाता है। श्री महादेव चंद्रेश पर नाथ मंदिर के वर्तमान महंत श्री मदन मोहन वन से पूर्व बाबा लक्ष्मण वन, भवहरण वन, बाबादुर्गा वन, बाबा हरदेव वन एवं बाबा शिव कुमार वन आदि हुए।
बतौर कैसरगंज सांसद जी द्वारा अब तक 7 मंदिरों का जीर्णोद्धार कराया जा चुका है*। कालांतर में जर्जर अवस्था में यह मंदिर जिसका जीर्णोद्धार लगभग 150 वर्ष पूर्व महाराज शिवपति सिंह जी जो सिद्धार्थ नगर के रहने वाले थे इन्होंने कराया था। *आज पुनः अपना स्वरूप खो चुके मंदिर का जीर्णोद्धार माननीय बतौर सांसद श्री बृजभूषण शरण सिंह द्वारा कराकर श्री चंदेश्वर नाथ जी के मंदिर को भव्य स्वरूप प्रदान किया गया*।

साथ ही साथ मंदिर के चारों तरफ बाउंड्री वाल शौचालय एवं वृक्षारोपण कर घोषणा भी किया* पर्वती झील का निर्माण ओम के आकार में यहां भी ऐतिहासिक है क्योंकि तरबगंज तहसील को ही तपोस्थली कहा जाता है और कोंडर ऋषि की तपोस्थली जो आज कोंडर के नाम से जाना जाता। तथा अंगिरा ऋषि की तपोस्थली जो अरंगा के नाम से प्रसिद्ध हुआ है और पर्वती झील का आकार कोंडर तथा अरंगा को जोड़ने पर ओम जैसा प्रतीत होता है वर्तमान में यह झील प्रतीक रंगा पक्षी बिहार के नाम से जाना जाता है। इसी श्री चंदेश्वर नाथ जी के नाम पर ही इस गांव का नाम चंदापुर पड़ा श्री महादेव चंदेश्वर नाथ जी के मंदिर के महंत श्री मदन मोहन जी स्वर्गीय लक्ष्मण दास के गुरु थे।

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