कहीं आपके परेशानी की जड़ तो नही है पितृ दोष ,यह है उपाय
पितृदोष के इन उपायों से आप पा सकते हैं हर संकट से मुक्ति---
पितृदोष के कारण होती है परेशानी--
ज्योतिष डेस्क -ज्योतिषशास्त्र में पितृदोष को सबसे बड़ा और खतरनाक दोष माना गया है। पितृदोष होने पर व्यक्ति के जीवन में जबर्दस्त परेशानियां आनी शुरू हो जाती हैं। जीवन में भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिलते हैं। जिसकी कुंडली में यह दोष होता है उसको कई तरह के मानसिक तनाव झेलने पड़ते हैं और किसी काम में सफलता नहीं मिलती है। पितृदोष के कारण व्यक्ति की तरक्की में भी बाधा आती है और दांपत्य जीवन में तनाव आना शुरू हो जाता है। कई बार तो पितृदोष के चलते पति और पत्नी के बीच तनाव की भी नौबत आ जाती है। लेकिन ऐसी कोई समस्या नहीं है, जिसका समाधान न हो। ज्योतिष में ही पितृदोष को लेकर कुछ उपाय बताए गए हैं। आइए जानते हैं क्या हैं ये उपाय--
-- दक्षिण दिशा का उपाय--
अपने घर की दक्षिण दिशा की दीवार पर अपने पूर्वजों की तस्वीर लगाएं और उस पर रोजाना माला चढ़ाकर और घर से बाहर जाने से पहले उनका आशीर्वाद लेकर निकलें। धीरे-धीरे पितरों की कृपा आप पर होने लगेगी और दोष भी दूर होने लगेगा।
---ब्राह्मण भोज---
आप चाहें तो अपने पूर्वजों के निधन की तिथि पर जरूरतमंदों और ब्राह्मणों को भोजन करवाकर उन्हें क्षमता के अनुसार दक्षिणा देकर विदा करें। भोजन में आपको अपने पूर्वजों के पसंद की चीजें स्वयं अपने हाथ से बनाकर परोसनी चाहिए और सम्मानपूर्वक खिलाना चाहिए। अगर आप चाहें तो अपनी सामर्थ्य के अनुसार गरीबों को वस्त्र और अन्न का भी दान कर सकते हैं।
--पीपल के वृक्ष का उपाय--
यह उपाय ऐसा है कि जिसके लिए आपको कहीं दूर जाने की जरूरत नहीं है। बस करना यह है कि घर के आसपास पीपल के वृक्ष पर दोपहर में जल चढ़ाएं। इसके साथ ही पुष्प, अक्षत, दूध, गंगाजल और काले तिल भी अर्पित करें। हाथ जोड़कर पूर्वजों से अपनी गलतियों के लिए क्षमा याचना करें और उनसे आशीर्वाद मांगें।
--- शाम के वक्त करें यह उपाय---
ऐसा माना जाता है कि शाम के वक्त गोधूलि बेला में पितर अपने प्रियजनों को देखने धरती का रुख करते हैं। इसलिए शाम के वक्त दीपक जलाकर नाग स्त्रोत्र, महामृत्युंजय मंत्र और रुद्र सूक्त या पितृ स्त्रोत और नवग्रह स्त्रोत का पाठ करना चाहिए। इससे पितरों की कृपा आप पर होती है और दोष दूर होते हैं।
---भगवान शिव का उपाय---
भगवान शिव से जुड़े उपाय पितृ दोष दूर करने में बहुत ही प्रभावी माने जाते हैं। सोमवार की सुबह स्नान करके शिव मंदिर में जाकर 21 फूल, दही, बिल्वपत्र के साथ शिवजी की पूजा करें। मान्यता है कि 21 सोमवार तक इस प्रकार से पूजा करने से पितृदोष समाप्त होने लगता है और आपके जीवन में फिर से खुशियां आने लगती हैं। रोज अपने कुल देवता और इष्ट देवता की पूजा करने से भी पितृदोष दूर होता है।
--- कन्या का विवाह--
पितृदोष होने पर गरीब कन्या के विवाह में भी आपको मदद करने से विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है। इसके अलावा गरीब और बीमार लोगों का इलाज करवाने से पितृ दोष दूर हो जाता है। इस उपाय को करने से आपको खासा लाभ होता है।
---गाय का दान---
जिस व्यक्ति की कुंडली में पितृदोष हो वह गाय का दान करे तो बहुत ही लाभकारी होता है।।
---पीपल और बरगद के पेड़ रोपित करें--
पितृदोष को दूर करने के लिए आप चाहें तो पीपल और बरगद के पेड़ लगाएं। भगवान विष्णु के मंत्र का जप करें। श्रीमद्भागवत गीता का पाठ करने से भी पितृ शांत रहते हैं और दोष धीर-धीरे कम होने लगता है।
इन मंत्रों का जप करें--
ऊं सर्व पितृ देवताभ्यो नम:।
ऊं प्रथम पितृ नारायणाय नम:।।
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