Union Minister डॉ.जितेन्द्र सिंह ने जम्मू-कश्मीर में Covid-19 की स्थिति की समीक्षा की

Union Minister डॉ.जितेन्द्र सिंह ने जम्मू-कश्मीर में Covid-19 की स्थिति की समीक्षा की

National News Desk -केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेन्‍द्र सिंह ने इस बात पर चिंता जताई है कि जम्मू में कोविड के बाद स्वस्थ होने वालों की संख्या देशभर में सबसे कम, मात्र 43 प्रतिशत रिकार्ड की गई है। उन्होंने घोषणा की कि केंद्र जम्मू की कोविड की स्थिति पर दैनिक आधार पर निगरानी रखेगा और क्षेत्र में महामारी की स्थिति में सुधार होने तक विशेषज्ञों का एक केंद्रीय दल नई दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान से लगातार टेली संपर्क सुविधा के माध्यम से जुड़े रहने के साथ ही जम्मू के चिकित्सकों के साथ लगातार संपर्क में रहेगा।

जम्मू क्षेत्र में कोविड की इस चिंताजनक स्थिति की समीक्षा के लिए आहूत एक बैठक के दौरान,डॉ. जितेन्‍द्र सिंह ने डॉ. एस के सिंह और डॉ. विजय हांडा के नेतृत्व में जम्मू के दौरे पर गए केंद्रीय दल से वहां के बारे में जानकारी ली।इस बैठक में अन्य लोगों के अलावा केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण, अतिरिक्त स्वास्थ्य सचिव किरण आहूजा, केन्द्र शासित प्रदेश का प्रतिनिधित्व कर रहे वहां के स्वास्थ्य सलाहकार राजीव भटनागर, वित्तीय सचिव (स्वास्थ्य)अटल दुल्लू, जम्मू के प्रखंडीय आयुक्त संजीव वर्मा, जम्मू के सरकारी चिकित्सा महाविद्यालय के संकाय सदस्य और जम्मू संभाग के विभिन्न जिलों के उपायुक्त उपस्थित थे।

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डॉ. जितेन्‍द्र सिंह ने कहा कि जम्मू क्षेत्र के स्वास्थ्य अधिकारीयों को अपने घर में एकांतवास रह रहे रोगियों को ऑक्सीमीटर और सांद्र ऑक्सीजन उपलब्ध कराने के निर्देश दे दिए गए हैं।

डॉ. जितेन्‍द्र सिंह ने जम्मू एवं कश्मीर के लोगों को आश्वासन दिया कि केंद्र शासित प्रदेश में कोविड के बढ़ते मामलों से प्रभावी तौर से निपटा जाएगा और इसके लिए बेहतर अस्पताल प्रबंधन और परिरोधन रणनीति अपनाई जाएगी। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन सिलेंडरों की कमी और अस्पतालों में चिकित्सकीय कर्मचारियों की कमी जैसे मुद्दों का जल्दी से जल्दी समाधान कर लिया जाएगा।

केंद्रीय मंत्री ने बहुत ही अल्प समय में उनके अनुरोध पर प्रतिक्रिया देने के लिए और जम्मू और उसके आसपास के जिलों में वास्तविक स्थिति का पता लगाने के लिए डॉ. सुधीर कुमार सिंह के नेतृत्व में एक केंद्रीय चिकित्सा दल भेजने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और गृह मंत्रालय की प्रशंसा की। उन्होंने बताया कि यह केंद्रीय दल दिन प्रतिदिन आधार पर सहायता और दिशा-निर्देश देने के लिए जम्मू डिवीजन के चिकित्सकों के संपर्क में रहेगा। इसके अलावा जब तक महामारी की स्थिति में सुधार नहीं होता तब तक सप्ताह में दो बार एम्स के साथ टेली कॉन्‍फ्रेंसिंग भी करेगा।

डॉ. सिंह ने कहा कि इस स्थिति को पलटने के लिए सभी आवश्यक एवं आपात उपाय किए जाएंगे। उन्होंने अस्पताल प्रदाताओं से भी कहा कि वे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी एसओपी का खुद भी पूरी सजगता से पालन करें और जनता में भी जागरूकता फैलाएं ताकि संक्रमण के खतरे से बचा जा सके। उन्होंने वित्तीय सचिव (स्वास्थ्य) अटल दुल्लू से भी कहा कि वे नागरिक समाज,प्रमुख व्यक्तियों और धार्मिक नेताओं से इस बारे में नियमित बैठकें करें और आम जनता को इस महामारी के बारे में जागरूक करने और इसे रोकने के उपाय करने में उनकी मदद लें। उन्होंने कोविड देखभाल के लिए एक निर्दिष्ट हेल्पलाइन और नियंत्रण कक्ष बनाने का आह्वान किया और कहा कि ये कक्ष हमेशा परिचालन मोड में रहें।

डॉ. सिंह ने कहा कि जो लोग कोरोना ग्रस्त नहीं है उन्हें हर जरूरी सुविधा और देखभाल मिलनी चाहिए। उन्होंने राज्य के स्वास्थ्य अधिकारियों से कहा कि वे इस बारे में सभी जरूरी कदम उठाएं। जम्मू संभाग में संक्रमण की उच्च दर पर गहरी चिंता जताते हुए डॉ. सिंह ने आक्रामक और केंद्रित टेस्ट कराने,संपर्क मिलान और रोगी को एकांत में रखने और रेड जोन्स को वैज्ञानिक तरीके से चिन्हित करने के निर्देश दिए।

मंत्री जी ने कहा कि तीन मुख्य बिंदुओं -ऑक्सीजन सिलेंडरों और चिकित्सा कर्मचारियों की उपलब्धता और केंद्रीय दल द्वारा फ्लैग किए गए कंटेनमेंट जोनों -को प्राथमिकता के आधार पर सुलझाना होगा।हालांकि उन्होंने इस बात पर संतोष जताया कि नर्सों,पराचिकित्सकीय कर्मचारियों और चिकित्सकों की कमी को पूरा करने के लिए उन्हें ठेके पर नियुक्त करने के जल्द ही अच्छे परिणाम सामने आएंगे। उन्होंने कहा कि चिकित्सा महाविद्यालयों और अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट और समर्पित संक्रामक रोग रोधी सुविधाएं लागू करने के लिए दीर्घकालिक उपाय किए जाएं।

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