फर्जी मुकदमा करने वालों के नकेल डालने के काम आती है ,CRPC की यह धारा

फर्जी मुकदमा करने वालों के नकेल डालने के काम आती है ,CRPC की यह धारा

National News Desk -कानून की जानकारी न होना लोगों को पुलिस उत्पीड़न का शिकार बनाता है और सालों- साल पर बहुमूल्य समय कोर्ट कचहरी में चले जाते हैं पुलिस पर उनके उच्च अधिकारियों द्वारा लगातार दिशा निर्देशों और कोर्ट के द्वारा जारी किए जा रहे समय-समय पर गाइडलाइंस का पालन ना कर के कमजोर लोगों का उत्पीड़न करना पुलिस का काम बन गया है और ऐसे में कोर्ट कचहरी में सही तरीके से मामलों को ना रखें पर पीड़ित पक्ष और भी पीड़ित होता जा रहा है वही दबंग और रसूखदार लोग इसका लाभ लेकर पुलिस को एक टूल के रूप में इस्तेमाल कर रहे ।

आज हम बताने जा रहे हैं आपको धारा 340 सीआरपीसी के अंतर्गत किस तरीके से कोर्ट के समक्ष झूठा एप्लीकेशन या कोई साक्ष्य देने पर किस तरीके से कार्रवाई हो सकती है धारा 340 सीआरपीसी के अंतर्गत किसी भी ऐसे व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई कराई जा सकती है अपने विपक्षी को जानबूझकर परेशान करने के उद्देश्य से फंसाने का काम किया और कानून का गलत तरीके से इस्तेमाल किया है ।
इस धारा के अंतर्गत जाना झूठा मुकदमा कराने वाले के विरुद्ध कार्रवाई होती है और साथ ही उसके खिलाफ मुकदमा भी कायम होता है इसका सबसे बड़ा फायदा होता है सामान्यता इस धारा का उपयोग कोर्ट में लोग नहीं करते हैं क्योंकि लोगों के बीच जानकारी का अभाव और अगर धारा 340 के तहत झूठा मुकदमा कराने वालों के विरुद्ध कार्रवाई की जाने लगे तो लोग झूठा मुकदमा भी कराने से बचेंगे और पुलिस जो अनैतिक लाभ लेकर फर्जी तरीके से लोगों को परेशान करने के उद्देश्य से चर्चित लगाती है वह भी बचेंगे चुकी लोगों के बीच अब बहुत ज्यादा जानकारी नहीं है इस बात का लाभ पुलिस के द्वारा और जो पेशेवर शिकायत कर्ता है उनके द्वारा किया जाता है।

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