Indian Railways की बड़ी उपलब्धि ,30000 crore का investment होगा Private Train चलाने में

Indian Railways की बड़ी उपलब्धि ,30000 crore का investment होगा Private Train चलाने में

Private Train चलाने के लिए 15 कंपनियों ने किए आवेदन, इन रूटों पर चलेंगी 151 हाई-स्पीड मॉर्डर्न ट्रेनें

National Bussiness News Desk यात्रियों को बेहतर रेल सुविधाएं देने के लिए Indian Railways पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (Public Private Partnership- PPP) के तहत केंद्र सरकार 12 क्लस्टर के 140 रूट्स पर हाई-स्पीड मॉडर्न ट्रेन चलाना चाहती है। इसके मद्देनजर केंद्र सरकार ने देश में प्राइवेट पैसेंजर ट्रेन (Private Passenger Trains) चलाने की कवायद तेज कर दी है। देश में प्राइवेट ट्रेनों के परिचालन में 15 कंपनियों ने दिलचस्पी दिखाई है। रेलवे बोर्ड (Railway Board )ने बताया कि ट्रेन के परिचालन के लिए उन्हें 15 कंपनियों से 120 आवेदन मिले हैं। इनमें रेल मंत्रालय की कंपनी इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन (IRCTC), लार्सन एंड टूब्रो (L&T), हैवी इंडस्ट्रीज मिनिस्ट्री की कंपनी (BHEL) और निजी क्षेत्र की अग्रणी कंपनी जीएमआर (GMR) भी शामिल है। आपको बता दें कि रेल मंत्रालय (Ministry Of Railways)ने एक जुलाई को देश में प्राइवेट ट्रेनों के परिचालन को अनुमति देने की औपचारिक प्रक्रिया शुरू की थी।

देश में प्राइवेट ट्रेन चलाने के लिए जिन कंपनियों ने आवेदन किया है उनमें अरविंद एविएशन, एसए गेटवे रेल फ्रेट, मालेमपटी पावर, मेघा इंजीनियरिंग, पीएनसी इंफ्राटेक, आरके एसोसिएट्स, वेलस्पन एंटरप्राइसेज जैसी कंपनियां भी शामिल हैं। हालांकि, पहले प्राइवेट ट्रेनों के परिचालन के लिए एल्स्टम, सीमेंस, एनआईआईएफ (NIIF), आईएसक्यू (ISQ) एशिया इंफ्रा इंवेस्टेमेंट, स्टर्लाइट और टीटागढ़ वैगन जैसी कंपनियों ने रुचि दिखाई थी, लेकिन इन कंपनियों ने बोली नहीं लगाई। कुल मिलाकर 14 भारतीय कंपनियां और एक स्पेनिश फर्म भारत में प्राइवेट ट्रेन चलाने की दौड़ में शामिल हैं।

30,000 करोड़ रुपये का निवेश आने की उम्मीद

रेलवे ने 12 क्लस्टरों में 140 मार्गों पर PPP के तहत Private Trains चलाने के लिए एक जुलाई को आरएफक्यू (request for qualification- RFQ) मंगाए थे। सभी 12 क्लस्टरों में निजी कंपनियों को कुल 151 हाई-स्पीड अत्याधुनिक ट्रेनें लानी होंगी। रेल मंत्रालय के मुताबिक निजी ट्रेनों को परिचालन की अनुमति देने से रेलवे को 30 हजार करोड़ रुपये का निवेश आने की उम्मीद है। रेलवे की तरफ से एक बयान में कहा गया कि इन आवेदनों का तेजी से मूल्यांकन किया जाएगा और क्वालीफाइड कंपनियों के लिए RFQ डॉक्यूमेंट्स नवंबर तक उपलब्ध हो जाएंगे। बोली लगाने (bidding) का दूसरा चरण अगले साल की शुरुआत में पूरा हो जाएगा। रेलवे का फरवरी, 2021 तक इस प्रक्रिया को पूरा करना चाहती है और अप्रैल 2023 से प्राइवेट ट्रेनों का परिचालन शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है।

इन क्लस्टरों में चलेंगी प्राइवेट ट्रेनें

जिन 12 क्लस्टर की 140 रूट्स पर प्राइवेट ट्रेनें चलेंगी उनमें बेंगलुरु, पटना, चंडीगढ़, जयपुर, दिल्ली, मुंबई, प्रयागराज, हावड़ा और चेन्नई शामिल हैं।

Courtesy Money Control

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