व्यक्ति को हुनरमन्द व तकनीकी शिक्षा से सम्पन्न होना आवश्यकः- जिलाधिकारी
उन्होने बताया कि भारत सरकार की ‘‘मेक इन इण्डिया‘‘, ‘‘स्टार्ट-अप एण्ड स्टैन्ड-अप‘‘ तथा ‘‘डिजिटल इण्डिया‘‘ आदि योजनाओं की सफलता का ऊर्जा स्त्रोत व्यावसायिक प्रशिक्षण के माध्यम से कौशल प्रशिक्षित युवा है। प्रदेश सरकार युवाओं के सर्वांगीण विकास एवं अवस्थापना सुविधाओं को जन-जन तक पहुंचाने के लिए कटिबद्ध है, जिसके माध्यम से उत्पन्न होने वाले रोजगार के अवसरों से प्रशिक्षित युवा जनशक्ति की आपूर्ति प्रदेश के राजकीय/निजी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों द्वारा प्रशिक्षित युवाओं के माध्यम से की जाती है। इसलिये प्रदेश में सृजित हो रहे रोजगार के अवसरों के अनुकूल प्रशिक्षण की सुविधा हेतु राजकीय/निजी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों की उपयोगिता स्वतः सिद्ध है।
यह भी उल्लेखनीय है कि राज्य में युवाओं के कौशल विकास को बढावा देने हेतु राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में चल रहे उन्नत पाठ्यक्रम के साथ-साथ प्रदेश के 149 राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में टाटा टेक्नोलाजी लिमिटेड के सहयोग से प्रवेश पत्र 2024 से 11 दीर्घकालीन प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों का संचालन किया जा रहा है और जनपद के राजकीय/निजी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में शैक्षणिक सत्र अगस्त, 2024 हेतु प्रवेश की प्रक्रिया 10 जुलाई 2024 से प्रारम्भ हो गयी है। जिलाधिकारी ने ‘‘आई0टी0आई0 चलो अभियान” कार्यक्रम की सफलता हेतु जिला विद्यालय निरीक्षक एवं जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिये है कि इस योजना सभी विद्यालयों में, खण्ड विकास अधिकारियों द्वारा प्रधानों, प्रधानाचार्यो तथा औद्यदिक प्रशिक्षण के माध्यम से प्रचार-प्रसार कराया जायेगा और इच्छुुक छात्र-छात्राओं की प्रवेश प्रक्रिया करायें तथा जनपद स्तर पर मुख्य विकास अधिकारी द्वारा किये प्रचार-प्रसार एवं प्रवेश प्रक्रिया की सप्ताहिक समीक्षा की जायेगी ताकि सुदूर ग्रामीण अंचलों के अधिक से अधिक युवा लाभान्वित हो सके।