भारतीय सिनेमा में इंटरवल क्यों होता है | Film Me Interval Kya Hota Hai?

फिल्म में इंटरवल क्या है | Film Me Interval Kya Hota Hai?

 

फिल्म में इंटरवल क्या है?

Film Me Interval Kya Hota Hai?


जबसे OTT Platfrom का ज़माना आया है, तबसे सिनेमा हॉलों या movie multiplex की तरफ लोगों का रुझान थोड़ा सा कम हुआ है... हैं ना? भई सिनेमा हॉल जाना है तो पहले तो जाकर तैयार हो, लाली लिपस्टिक लगाओ, दुनियाभर का टाम झाम करो... अरे नहीं भईया, मैं मोबाइल या अपने लैपटॉप पर ही देख लूंगी, हां माना कि फिल्में रिलीज होने के फौरन बाद ओटीटी पर नहीं आतीं... तो क्या हुआ? थोड़ा सा इंतजार कर लूंगी... 

Interwal की क्या है थ्योरी?

खैर, ये मेरी personal choice है... और आपकी personal choice बिल्कुल अलग हो सकती है... हो सकता है कि मोबाइल या लैपटॉप की छोटी स्क्रीन आपकी excitement level को कम कर देती हो और इसीलिए आपको Cinema Halls में बड़ी स्क्रीन और अच्छी साउंड क्वालिटी के साथ मूवी इंजॉय करने में next level excitement महसूस होता हो... It's totally your voice! Well, एक बात तो सही है, सिनेमा हॉल में फिल्म देखने का जो मज़ा है वो मोबाइल या लैपटॉप पर देखने में कतई नहीं... इस बात पर तो मेरा ख़्याल है सभी agree होंगे.. lekin Cinema Hall, single screen हो या multiplex... एक चीज़ जो बहुत common होती है, वो है Interval या Intermission... सवाल आता है कि फिल्मों के बीच इंटरवल क्यों लिए जाते हैं? चलिए इसी पर बात करते हैं...

आपने क्या कभी सोचा है कि किसी भी फिल्म को दो हाफ में क्यों दिखाया जाता है?

इसे समझने के लिए हमें 60 और 70 के दशक में जाना होगा... अभी के मुकाबले पुराने समय की फिल्में ज्यादा बड़ी या लंबी होती थीं... इसीलिए फिल्मों को दो हाफ में दिखाया जाता था ताकि फिल्म के फर्स्ट हाफ के बाद सेकंड हाफ की रील बदली जा सके... जब तक इंटरवल चल रहा होता था उतने time period पर ही रील बदल दी जाती थी... फिर technological advancements के साथ ही रील को चेंज करने में भी कम टाइम लगने लगा... बावजूद इसके इंटरवल का कल्चर यूं ही चला रहा... उसे बंद नहीं किया गया, बस उसमें थोड़ा सा वक्त कम कर दिया गया...  फिल्मों के दौरान इंटरवल कल्चर को खत्म क्यों नहीं किया गया इसके दो बड़े Reasons हैं... पहला Reason था फिल्म देखने आए लोगों की फिल्म की आगे की स्टोरी की curiosity बनाए रखना... फिल्म के फर्स्ट हाफ के बाद आगे की कहानी क्या है, climax कैसा होगा, इन सभी चीजों को देखते हुए भी फिल्म के बीच में इंटरवल लिया जाता है...

फिल्मों के दौरान इंटरवल कल्चर को खत्म न करने का दूसरा Reason है सिनेमा हॉल यह मल्टीप्लेक्स के owners का Business Minded Theory... जी हां, इंटरवल के दौरान फिल्म देखने आए लोगों को आधे घंटे का ब्रेक मिल जाता है, जिससे वो सिनेमा हॉल की कैंटीन से snacks, drinks और desserts खरीदते हैं... इन food items को आम मार्केट से double triple rates में बेचा जाता है... मल्टीप्लेक्स के मालिकों की 30 से 40 फीसदी की कमाई कैंटीन से भी आती है... लिहाजा उनके लिए इंटरवल बिजनेस का एक बेहतरीन ज़रिया है... हमें उम्मीद है की फिल्मों के दौरान इंटरवल क्यों लिया जाता है इसे आप अच्छी तरह से समझ चुके होंगे...