OMG... Shahid Kapoor की पर्सलन लाइफ के ये किस्से कोई नहीं जनता

Shahid Kapoor Ki Personal Life In Hindi

 

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Shahid Kapoor Love Life

Shahid Kapoor Personal Life

मनोरंजन डेस्क, नई दिल्ली।

बीते सालों में शाहिद कपूर अदाकार ही नहीं बल्कि एक फैमिली मैन के रूप में भी संवरते-निखरते चले गए हैं। इन दिनों वे चर्चा में हैं अपनी नई फिल्म तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया को लेकर। शाहिद कपूर का कहना है की फिल्म 'कबीर सिंह' के बाद उनके पास आठ महीने काम नहीं था। खुलकर रखी शाहिद कपूर ने अपने दिल की बात।

शाहिद कपूर के जीवन का सबसे मुश्किल दौर कौन-सा था? 

हर दौर की अपनी चुनौतियां होती हैं। आपको पता है कि कवीर सिंह के बाद मैं सात महीने तक घर पर बैठा रहा। किसी को समझ नहीं आ रहा था कि मुझे क्या रोल दें। कई बार जो सामने दिखता है। और जो असल में होता है, उसमें फर्क होता है। करियर में लगातार मुझे लगता रहा है कि वो चीज हासिल करने के लिए मुझे बहुत ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है, जो दूसरों को आसानी से मिल जाती है। मगर मैं समझता हूं यही हम सेल्फ मेड लोगों की ताकत भी होती है और ऐसे हालत में आपकी बाजू, टांगें और आपका मन और ज्यादा मजबूत हो जाता है। फिर कोई मुश्किल आपको मुश्किल "नहीं लगती। तब हम जैसे लोगों को तोड़ना भी मुश्किल होता है।

शाहिद कपूर किस तरह की भूमिकाएं एंजॉय करते हैं?

मुझे लगता है कि ऐक्टर हमेशा से पावर ऑडियंस को देता है, मगर कहीं न कहीं पावर ऐक्टर के पास होती है। कई बार अदाकार ये भूल जाता है। अब अगर लोग मेरी इंटेंस या भूमिकाओं को ज्यादा पसंद करते हैं, तो इसका मतलब मैंने उन्हें वो उतनी शिद्दत से दिया है, इसलिए उन्हें याद है । अव जब तक मैं उन्हें उससे कुछ और ज्यादा दमदार नहीं दूंगा, तब तक वो उसी को प्यार करेंगे। मेरी कोशिश तो यही है कि मैं खुद को दोबारा खोजूं। मुझे इस पर अधिक समय नहीं जाया करना चाहिए कि आपको क्या पसंद आए। ये तो आप पर निर्भर करेगा। मुझे तो काम करते रहना होगा।

मैंने इंटेंस भूमिकाएं करनी थीं, कर लीं। अब जब मैं एक रोमांटिक हल्की-फुल्की फिल्म कर रहा हूं, तो मेरा खुद से भी सवाल है कि क्या मैं वैसा ही लगूंगा, जैसे 8 साल पहले लगता था। फिर मैंने खुद को मुस्कुराते हुए जवाव दिया कि अगर मैं वही करूंगा, जो आठ साल पहले किया था, तो फिर तो मैंने कलाकार के तौर पर विकास ही नहीं किया। मगर यदि मैंने इंसान और कलाकार के रूप में ग्रोथ की है, तो वही चीज नहीं करूंगा। 

शाहिद कपूर के लिए परिवार कितनी अहमियत रखता है?

परिवार मेरे लिए सब कुछ है। मेरी जिंदगी का सबसे अच्छा समय मेरी शादी के बाद शुरू हुआ। पहले आपके जीवन में माता-पिता होते हैं और फिर आप बड़े हो जाते हो, तो काम पर जाने लगते हो। मगर शादी के बाद आपका परिवार, पत्नी और बच्चे आपको जमीन से जोड़े रखते हैं। वही लोग हैं जो आपको नॉर्मल और सेटल महसूस करवाते हैं। मैं स्टार्स की बात नहीं कर रहा, मुझे लगता है कि आज आम आदमी भी नॉर्मल होना भूल रहा है। हम इंस्टाग्राम पर जी रहे हैं। मैं समझता हूं कि आपकी जिंदगी में सामान्य रहने की एक खुशबू होती है। जैसे वारिश होती है, तो मिट्टी की खुशबू आती है भीनी-भीनी।

शाहिद कपूर कृति सेनन के बारे में क्या सोचते हैं? 

कृति बहुत अच्छी अभिनेत्री हैं और वे दिन व दिन संवरती जा रही हैं। उनकी ग्रोथ नजर आ रही है, तो मन 'था कि उनके साथ काम करने का मौका मिले और मिल भी गया। मुझे लगता है, इंडस्ट्री में हीरो तो काफी हैं, मगर हीरोइनों की कमी है। तो जब आप पहली बार किसी हीरोइन के साथ काम करते हैं, तो लगता है, वो जोड़ी अच्छी लगनी चाहिए ताकि आगे काम साथ में किया जा जा सके। मुझे लगता है कि मैं और कृति सही वक्त पर मिले हैं। वे एक अभिनेत्री के रूप में अपने करियर में सेटल हैं, मैं भी सेटल हूं। एक अभिनेत्री के रूप में वे खुद को एक्सप्लोर करना चाहती हैं। 

शाहिद कपूर रोबोट के प्यार में पड़ना चाहेंगे? 

हमारी फिल्म इसी मुद्दे पर है। रोवोट को तो एक तरह से हमने एक फिजिकल चीज का नाम दिया है, मगर दिन भर में आप जिस फोन के साथ पांच घंटे बिताते हैं, वो इंसान तो नहीं है न! लेकिन उसके साथ आपकी रिलेशनशिप तो हो ही गई है। चीजें बहुत तेजी से बदल रही हैं और हम 15 साल में कहां होंगे, किसी को पता नहीं। ये फिल्म इसी मुद्दे को दर्शाती है कि अगर ऐसा होगा, तो आप क्या करोगे। जिंदगी ऐसी बनती जा रही है कि आपको हर चीज कस्टमाइज चाहिए। इसकी हमें आदत पड़ती जा रही है। आज के दौर में लोगों को प्यार में पड़ना और निभाना मुश्किल लगता जा रहा है।