रेमन कक्कड़ : अपने अहंकार पर काबू पाना एक कला है।

मुंबई, 11 मई (आईएएनएस)। ये तेरी गलियां, अपना समय भी आएगा और क्यूं उत्थे दिल छोड़ आए जैसे लोकप्रिय शो में काम कर चुकीं अभिनेत्री रेमन कक्कड़ 11 मई को अहंकार जागरूकता दिवस के रूप में मनाती हैं। लगता है अपने अहंकार पर नियंत्रण हासिल करना सबसे अच्छी कला है।
 
मुंबई, 11 मई (आईएएनएस)। ये तेरी गलियां, अपना समय भी आएगा और क्यूं उत्थे दिल छोड़ आए जैसे लोकप्रिय शो में काम कर चुकीं अभिनेत्री रेमन कक्कड़ 11 मई को अहंकार जागरूकता दिवस के रूप में मनाती हैं। लगता है अपने अहंकार पर नियंत्रण हासिल करना सबसे अच्छी कला है।

वह कहती है: हमारा अहंकार हमारे जीवन से बहुत सी अच्छी चीजें छीन सकता है और कई प्रियजनों को हमसे दूर कर सकता है। हमारा अहंकार हमारे जीवन जीने के तरीके को प्रभावित करेगा और हम स्वस्थ तरीके से निराशाओं या कठिनाइयों से निपटने में सक्षम नहीं होंगे और निराशाएं जीवन का हिस्सा हैं।

एक तरह से अहंकार हमारी खुशियों को खत्म कर देगा। मैं व्यक्तिगत रूप से मानती हूं कि अपने अहंकार पर नियंत्रण हासिल करना सबसे अच्छी कला है जो हम सभी अपने लिए कर सकते हैं वरना यह हमारे रिश्तों, हमारे करियर और हमारे जीवन के रास्ते में आती रहेगी।

रेमन जिन्होंने भाभी और कुसुम जैसे प्रतिष्ठित शो में भी काम किया है, उनका मानना है कि अहंकार जीवन का सबसे बड़ा दुश्मन है।

वह आगे कहती हैं: अहंकारी होना आपको तर्कहीन बना सकता है। आ जब आप केवल जीतना चाहते हैं या दूसरों को गलत साबित करना चाहते हैं, तो आप ऐसे तरीके से काम करना शुरू कर देते हैं जो बहुत कूटनीतिक या तर्कसंगत नहीं हैं। ता*++++++++++++++++++++++++++++र्*क ²ष्टिकोण से चीजों को समझने की कोशिश करने के बजाय आप हमेशा ऐसी बातें कहेंगे और करेंगे जिनके लिए आपको पछतावा हो सकता है यदि आप केवल यह साबित करना चाहते हैं कि आप सही हैं।

अहंकार आपके साथ यही करता है - यह हर चीज पर हावी हो जाता है, हमारी तर्कसंगतता की भावना को छीन लेता है। यह हमें अपने बारे में सब कुछ बनाने के लिए मजबूर करता है। हम इस बात से सहमत हैं कि इस बड़ी बुरी दुनिया में जीवित रहने के लिए आत्मसम्मान और आत्मविश्वास जरूरी है, लेकिन अहंकार हमारा सबसे बड़ा दुश्मन है।।

--आईएएनएस

पीजेएस/एएनएम