आईवीएफ और सरोगेसी में क्या अंतर होता है | What Is The Difference Between IVF And Surrogacy?
आईवीएफ तकनीक किसे कहते हैं | Can You Do IVF And Surrogacy At The Same Time?
Surrogacy Process
How Do I Prepare For Surrogacy?
IVF Kya Hota Hai?
गर्भावस्था, यानी Pregnancy, किसी भी couple की ज़िंदगी में आने वाला सबसे खूबसूरत phase... मां-बाप बनना दुनिया की सबसे बेस्ट फीलिंग में से एक होती है... लेकिन कभी कुछ कारणों से, कुछ कमियों से यह खुशी कुछ लोगों को नहीं मिल पाती... लेकिन अब साइंस और टेक्नोलॉजी ने इतनी तरक्की कर ली है कि जो मां-बाप नहीं बन सकते वो भी कुछ खास किस्म की medical techniques के ज़रिए यह खुशी हासिल कर सकते हैं और कर भी रहे हैं... अभी आपने सिद्धू मूसे वाला की मां के बारे में ही सुना होगा... उन्होंने 58 साल की उम्र में अपने दूसरे बच्चे को जन्म दिया है...
आईवीएफ और सरोगेसी में क्या अंतर होता है?
ज़रा सोच कर देखिए, भारत जैसे देश में जहां 30 साल के बाद ही किसी महिला को baby conceive करने में कई तरह के complications face करने पड़ते हैं, तो ऐसी conditions में सिद्धू मूसे वाला की मां 58 साल की उम्र में मां कैसे बन गईं, सबके ज़हन में यह सवाल घूम रहा है... तो हम आपको बता दें कि उन्होंने सहारा लिया है IVF technique का, IVF यानी जिसे आम भाषा में हम test tube baby के नाम से जानते हैं, Pregnancy के लिए बहुत ही ज्यादा popular method होता जा रहा है... कुछ लोग ऐसे भी हैं जो IVF technique को surrogacy से भी जोड़कर देखते हैं... लेकिन उन्हें हम बता दें कि इन दोनों में बहुत difference होता है... आज की अपनी इस रिपोर्ट में हम आपको IVF और surrogacy के बीच का अंतर बताने वाले हैं वो भी आसान भाषा में ताकि आप इन दोनों medical terms को अच्छी तरह से समझ सकें... जो couple, parents नहीं बन पा रहे हैं उनसे सबसे पहला सवाल यही पूछा जाता है कि वह मां बाप बनने के लिए किस तरीके का इस्तेमाल करना चाहते हैं... किसी भी एक तरीके को चुनने से पहले आपको एक बार सभी तरीकों के बारे में जान लेना चाहिए... सभी तरीकों के बारे में जानकारी होना बहुत जरूरी होता है और आपको वही तरीका चुनना चाहिए जो आपकी सारी जरूरतें पूरी करता हो और आप उसके साथ comfortable भी महसूस करते हों... चलिए सबसे पहले बात कर लेते हैं कि surrogacy technique क्या होती है...
क्या आईवीएफ सरोगेसी से बेहतर है?
इस assisted reproductive technology के लिए आपको एक surrogate मां की need होगी जो अपनी कोख यानी अपनी womb में आपके बच्चे को रख सके और डिलीवरी होने के बाद वह बच्चा आपको वापस दे दे... इसमें असली मां के egg को सही समय पर उसकी body से निकाल दिया जाता है और Male यानी पुरुष के sperm के साथ fertilize करवा दिया जाता है...अगर किसी केस में पुरुष infertile यानी नपुंसक होता है तो उसके लिए sparm donor की need होती है... अगर महिला के शरीर में अंडों की कमी होती है तो egg donor की मदद से उसे पिता के sperm के साथ fertilize करवाया जाता है और surrogate मां के अंदर भ्रूण यानी fetus को रख दिया जाता है... सरोगेट मां को पूरे Process से पहले time to time check up करवाते रहना पड़ेगा... जब तक सरोगेट मां बच्चे को पैदा नहीं कर देती तब तक बच्चे के असली माता-पिता को उसकी देखरेख करनी होगी... खैर, यहां यह भी जानना जरूरी है कि एक सरोगेट मां को चुनते समय कपल को किन बातों का ख्याल रखना चाहिए... सबसे पहली बात तो एक सरोगेट मदर 25 से 35 साल के बीच की होनी चाहिए... दूसरी बात ये कि सरोगेट मां को कोई पैसे का लालच न हो बल्कि वह एक volunteer के तौर पर कपल की मदद करना चाह रही हो... तीसरी बात ये कि सरोगेट मां शादी शुदा हो और पहले से ही एक बच्चे की मां होनी चाहिए... इसके साथ ही वो पूरी तरह से हेल्दी हो, physically fit हो और किसी तरह के infection से मुक्त हो...
चलिए अब यह भी जान लेते हैं कि आईवीएफ तकनीक किसे कहते हैं?
IVF technique, स्पर्म और एग को शरीर के बाहर fertilize करने की एक प्रक्रिया है और जब यह fertilize होकर भ्रूण बन जाता है तो महिला के गर्भ में रख दिया जाता है... नहीं समझ आया? चलिए इस प्रक्रिया को डिटेल में समझते हैं... आपको बता दें कि महिला के अंदर से mature egg बनवाने के लिए उसे मेडिकल दवाइयां दी जाती हैं... यह एग महिला के शरीर से काफी साधारण प्रक्रिया के दौरान निकाल लिया जाता है... इसके बाद उस महिला के पार्टनर या डोनर स्पर्म के साथ किसी लैब में fertilization करवाया जाता है और भ्रूण तैयार किया जाता है... डॉक्टर एक या दो अच्छे से बने भ्रूणों को ले लेते हैं और महिला के अंदर hormone replacement therapy के ज़रिए गर्भ की inner lining को तैयार करके रख दिया जाता है... यह प्रक्रिया step by step होती हैं और इसे पूरी होने में 1 से 3 महीने का समय लग जाता है...
वैसे आपका यह भी जानना जरूरी है कि IVF technique बहुत risky भी होती है लेकिन अगर आप permanent मेडिकल देखरेख में हैं फिर आपको कोई प्रॉब्लम नहीं आएगी...