बिहार में कोरोना मरीजों की संख्या में वृद्धि, एईएस भी डराने लगा

पटना, 17 अप्रैल (आईएएनएस)। बिहार में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में वृद्धि के साथ ही एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) से पीड़ित मरीजों की दस्तक भी हो चुकी है। राज्य में एईएस के अब तक इस साल 11 मरीज सामने आ चुके है। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों पर गौर करें तो राज्य में रविवार को पटना में 60 नए कोरोना संक्रमितों के साथ राज्य में 137 नए संक्रमित मिले हैं। राज्य में फिलहाल सक्रिय मरीजों की संख्या बढ़कर करीब 500 तक पहुंच चुकी है।
 
पटना, 17 अप्रैल (आईएएनएस)। बिहार में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में वृद्धि के साथ ही एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) से पीड़ित मरीजों की दस्तक भी हो चुकी है। राज्य में एईएस के अब तक इस साल 11 मरीज सामने आ चुके है। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों पर गौर करें तो राज्य में रविवार को पटना में 60 नए कोरोना संक्रमितों के साथ राज्य में 137 नए संक्रमित मिले हैं। राज्य में फिलहाल सक्रिय मरीजों की संख्या बढ़कर करीब 500 तक पहुंच चुकी है।

राहत की बात है कि इस बार कोरोना वायरस ज्यादा खतरनाक नहीं दिख रहा है। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी बताते है कि वायरस के जानलेवा नहीं होने का परिणाम है कि मरीज घरों में ही रहकर स्वस्थ हो जा रहे हैं, उन्हें अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं पड़ रही है।

इधर, अप्रैल में उमस भरी गर्मी के बीच एईएस मरीज अस्पताल पहुंचने लगे हैं। 15 अप्रैल तक 11 मरीज अस्पताल पहुंच चुके हैं। मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच में रविवार को भी एईएस के लक्षण वाला एक मरीज पहुंचा है, हालांकि अभी एईएस की पुष्टि नहीं हुई है।

उल्लेखनीय है कि अप्रैल, 2022 में 10 बच्चे एईएस से बीमार हुए थे जबकि 2021 के अप्रैल महीने में 4 मरीज ही सामने आए थे।

--आईएएनएस

एमएनपी/सीबीटी