15-18 सीटों पर निषाद पार्टी लड़ेगी चुनाव - राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद ने किया दावा

नई दिल्ली, 13 जनवरी (आईएएनएस)। यूपी विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान के बाद से ही सभी राजनीतिक दलों ने सहयोगियों संग सीटों के बंटवारे को लेकर अपनी चर्चा शुरू कर दी है। भाजपा के साथ यूपी में चुनाव लड़ रही निषाद पार्टी को भी 15 से 18 सीटों पर भाजपा के साथ सहमति बनने का दावा किया है।
 
नई दिल्ली, 13 जनवरी (आईएएनएस)। यूपी विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान के बाद से ही सभी राजनीतिक दलों ने सहयोगियों संग सीटों के बंटवारे को लेकर अपनी चर्चा शुरू कर दी है। भाजपा के साथ यूपी में चुनाव लड़ रही निषाद पार्टी को भी 15 से 18 सीटों पर भाजपा के साथ सहमति बनने का दावा किया है।

निषाद पार्टी पहली बार भाजपा के साथ विधानसभा का चुनाव लड़ रही है। निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद ने आईएएनएस से बातचीत कर बताया कि, गृह मंत्री अमित शाह के साथ हुई बैठक में जीत और सीट पर चर्चा हुई। जिन सीटों पर पार्टी के कार्यकर्ता पिछले 7 सालों से तैयारी कर रहे थे उनपर सहमति बनी है। इनमें 15 से 18 सीटें शामिल हैं। हालांकि इनमें से 2 से 4 सीटों पर रणनीति के हिसाब से हमारे कार्यकर्ता भाजपा के चिन्ह पर चुनाव लड़ सकते हैं। भाजपा और हम एक दूसरे के दावेदारों को जिताने में पूरी कोशिश करेंगे।

दरअसल भाजपा ने 2017 का चुनाव अपना दल और ओमप्रकाश राजभर की सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के साथ मिलकर लड़ा, ओम प्रकाश राजभर इस बार समाजवादी पार्टी (सपा) के साथ हैं तो वहीं संजय निषाद की निषाद पार्टी के रूप में बीजेपी को एक नया सहयोगी मिला है।

भाजपा से कई मंत्री और विधायकों के पार्टी छोड़ने पर संजय निषाद बोले कि, जो मंत्रियों के बात कर रहे हैं वह तो अचार संहिता लगने से पहले थे, यही लोग 15 दिन पहले प्रधानमंत्री की रैली में कुछ और बोल रहे थे, अब कुछ और बोल रहे हैं। फिर 15 दिन बाद कुछ और बोलेंगे।

वहीं पहले हमारी नाव का 70 साल से नाविक कोई और हुआ करता था, तो अपने समाज के साथ साथ हमाई समाज को भी डुबाता था। अब उसी नाव के नाविक संजय निषाद खुद हो गए हैं। 2019 से ही हम जीत देख रहे हैं उस दौरान सपा-बसपा का एक बड़ा गठबंधन रहा, लेकिन फिर भी भाजपा की जीत हुई। इसी तर्ज पर 2022 में भी जीत हासिल करेंगे।

दूसरी ओर प्रियंका गांधी ने उत्तरप्रदेश चुनाव को लेकर 50 महिलाओं की उम्मीदवारी की सूची जारी कर दी है, इसपर संजय निषाद ने कहा कि, टिकट देना और जीत दोनों में अंतर है। प्रियंका गांधी 5 साल पहले महिलाओं को आकर टिकट देती तो उन्हें जाना जाता जिताने के लिए टिकट दिए हैं, आज महिलाओं को उम्मीदवार बनाकर वह राजनीतिक स्टंट कर रही हैं। हमारी पार्टी में जो महिला जीत के समीकरण में होगी उसे निश्चित रूप से चुनाव लड़ाएंगे।

अखिलेश यादव छोटी पार्टियों को साध रहे हैं, निषाद पार्टी ने सपा का दामन क्यों नहीं पकड़ा ? इस पर संजय निषाद ने कहा कि, वोट पार्टी के साथ और उसकी नियत के साथ होता है। निषाद पार्टी, अपना दल और भाजपा की नीयत है कि 70 सालों से जो सताए हुए लोग जिनके रोजी रोटी छीन ली गई उन्हें वह मिले, इसलिए इस नियत और भाजपा के साथ खड़े हैं।

इसके साथ ही संजय निषाद ने एक बार फिर अपने गठबंधन की जीत की बात दोहराई। दरअसल उत्तर प्रदेश में 7 चरणों में चुनाव होंगे। यूपी में इन चरणों के तहत 10 फरवरी, 14 फरवरी, 20 फरवरी, 23 फरवरी, 27 फरवरी, 3 मार्च और 7 मार्च को मतदान होगा। वहीं 10 मार्च को चुनाव के नतीजे आएंगे।

पहले चरण की शुरूआत पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों से होगी और धीरे-धीरे कारवां बढ़ते हुए पूर्वी उत्तर प्रदेश पर जाकर समाप्त होगा। यूपी में इस बार भी चुनाव पिछली बार की तरह वेस्ट यूपी से शुरू होंगे। आखिरी चरण पूर्वांचल में होगा। पहले चरण में 58 और आखिरी चरण में 64 विधानसभा सीटों में वोटिंग होगी।

--आईएएनएस

एमएसके/एएनएम