अमरनाथ यात्रा से पहले तेज किए जा रहे आतंक-रोधी अभियान : जम्मू-कश्मीर डीजीपी

जम्मू, 19 अप्रैल (आईएएनएस)। जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने मंगलवार को कहा कि सुरक्षा बल और पुलिस वार्षिक तीर्थयात्रा से पहले आतंकवाद-रोधी अभियानों को तेज करके इस साल एक सहज और घटना मुक्त अमरनाथ यात्रा सुनिश्चित करने के लिए काम कर रही है।
 
जम्मू, 19 अप्रैल (आईएएनएस)। जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने मंगलवार को कहा कि सुरक्षा बल और पुलिस वार्षिक तीर्थयात्रा से पहले आतंकवाद-रोधी अभियानों को तेज करके इस साल एक सहज और घटना मुक्त अमरनाथ यात्रा सुनिश्चित करने के लिए काम कर रही है।

डीजीपी सांबा जिले में एक कार्यक्रम से इतर पत्रकारों से बात कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि 30 जून से शुरू होने वाली अमरनाथ यात्रा से पहले आतंकवाद-रोधी अभियानों की एक श्रृंखला चलाई जा रही है। सुरक्षा बल आतंकवादियों के खिलाफ अभियान और तेज करेंगे।

उन्होंने कहा, सुरक्षा की स्थिति पहले की तुलना में काफी बेहतर है। हम उन सभी आतंकवादियों को ट्रैक करने में सक्षम हैं जिन्होंने नागरिकों की हत्याएं और सुरक्षा बलों की हत्या में शामिल लोगों को शामिल किया है।

हमें रेलवे सुरक्षा बल के दो जवानों की हत्या के बारे में ठोस सुराग मिले हैं और बहुत जल्द हम इसमें शामिल लोगों को पकड़ लेंगे। कई कम ज्ञात संगठनों ने हमले की जिम्मेदारी ली है, लेकिन तथ्य यह है कि ये सभी लश्कर-ए-तैयबा की शाखाएं हैं।

सिंह ने कहा कि विदेशी आतंकवादी अपनी पहचान छिपाने के लिए फर्जी पहचान पत्र का इस्तेमाल कर रहे हैं।

उन्होंने कहा, हमने श्रीनगर में दो विदेशी आतंकवादियों को मार गिराया, जिनके पास फर्जी पहचानपत्र थे। ड्रोन की मदद से सीमा पार से हथियारों की खेप भेजी जा रही है, जिसमें एके-47, पिस्तौल आदि शामिल हैं।

सिंह ने कहा, श्रीनगर जैसे शहरों में, नागरिकों पर हमले नए रंगरूटों द्वारा किए जा रहे हैं जिन्हें अपनी प्रतिबद्धता दिखाने के लिए पिस्तौल और हथगोले दिए जा रहे हैं। नागरिकों, गैर-स्थानीय लोगों और रेलवे पुलिसकर्मियों की हत्या में शामिल लोगों को या तो गिरफ्तार कर लिया जाएगा या बेअसर कर दिया जाएगा।

--आईएएनएस

एसजीके/एएनएम