ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन : रिकॉर्ड 26 दिन में बन गई 1.012 किमी टनल
भारतीय रेलवे की स्वप्निल ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना पर अलग-अलग खंडों में निर्माण कार्य जारी है। 16,216 करोड़ रूपए की लागत से तैयार हो रही 126 किमी लंबी ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना पर सबसे अधिक 17 सुरंग बनाई जानी हैं। यानी 126 किमी में से 105 किमी रेल लाइन सुरंगों के भीतर होगी। खास बात यह कि इस परियोजना पर बनने वाली 17 सुरंगों में छह किमी से अधिक लंबाई की सुरंगों के सामानांतर एक निकासी सुरंग भी बनाई जा रही है। परियोजना में कुल 11 सुरंगें ऐसी हैं, जिनकी लंबाई छह किमी से अधिक है।
इस पैकेज में शिवपुरी से गूलर और गूलर से व्यासी तक सुरंग का निर्माण होना है। यह दोनों सुरंग छह किमी से अधिक लंबाई की हैं। इसमें मुख्य टनल के साथ निकासी टनल का भी निर्माण हो रहा है। एलएंडटी कंपनी पिछले कुछ वर्षों से यहां एनएटीएम से सुरंग निर्माण के कार्य में जुटी है। पिछले कुछ समय से अलग-अलग साइट से कार्य शुरू होने के बाद निर्माण कार्य में खासी तेजी आई है। इसके साथ ही कंपनी ने इस परियोजना पर कम समय में अब तक सबसे अधिक टनलिंग का कीर्तिमान बनाया है।
रेल विकास निगम के वरिष्ठ परियोजना प्रबंधक ओमप्रकाश मालगुड़ी ने बताया कि एलएंडटी ने शिवपुरी से व्यासी के बीच 26 दिन में 1.012 किमी सुरंग का निर्माण किया है। यह किसी एक पैकेज में सुरंग निर्माण का रिकार्ड है। बताया कि इस निर्माण में मुख्य टनल के साथ निकासी टनल भी शामिल है।
परियोजना पर अब तक कुल 38 किमी सुरंगों का निर्माण पूरा हो चुका है। निगम के वरिष्ठ परियोजना प्रबंधक मालगुड़ी ने बताया कि पैकेज-2 के अलावा परियोजना के अन्य पैकेज में भी निर्माण कार्यों में तेजी आई है।
परियोजना के तहत निगम के पैकेज-2 में एलएंडटी की ओर से 26 दिन में किए गए 1.012 किमी सुरंग निर्माण के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कंपनी को बधाई दी। मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में एलएंडटी की टीम ने कठिन भौगोलिक परिस्थितियों में यह कीर्तिमान स्थापित किया है।
--आईएएनएस
स्मिता/एसकेपी